पॉलिटॉक्स न्यूज/राजस्थान. राजस्थान युवा कांग्रेस को सात साल बाद प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है. नतीजों से पूर्व लगाए जा रहे सभी कयासों को विफल कर सुमित भगासरा युवा कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित हो गए. चुनाव की घोषणा के बाद से ही पॉलिटॉक्स न्यूज ने बताया था कि प्रदेश अध्यक्ष के लिए मुकाबला सुमित भगासरा, मुकेश भाकर और अमरदीन फकीर के बीच त्रिकोणीय रहेगा. मंगलवार को घोषित नतीजों में भी यह देखने को मिला सुमित भगासरा सर्वाधिक वोट लाकर अध्यक्ष चुने गये. मुकेश भाकर दूसरे और अमरदीन फकीर तीसरे नम्बर पर रहे. अध्यक्ष पद का अधिकारिक ऐलान 9 मार्च को होगा.
पॉलिटॉक्स ने 17 फरवरी को प्रकाशित अपनी खबर भाकर और फकीर की मजबूत दावेदारी को भगासरा देंगे मेम्बरशिप की टक्कर में बताया था कि तीनों के बीच मुकाबला होगा. परिणाम घोषित होने के बाद कुछ ऐसा ही दिखाई दिया. सुमित भगासरा को सर्वाधिक 46 हजार 304 मत मिले. वहीं मुकेश भाकर को 23 हजार 349 तो अमरदीन फकीर को 16720 मत मिले. प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बने सुमित भगासरा को शुरूआत से ही अपने द्वारा दिलवाई गई रजिस्टर्ड मेंंबरशिप का पूरा भरोसा था. प्रदेश में युवा कांग्रेस के लिए सबसे ज्यादा मेंबरशिप सुमित भगासरा ने ही दिलवाई थी. मेम्बरशिप दिलवाने में मुकेश भाकर दूसरे और अमरदीन फकीर तीसरे नम्बर पर थे. चुनाव नतीजों भी इसी प्रकार रहे.
प्रदेश युवा कांग्रेस में 90 हजार सदस्यों को जोड़ने वाले सुमित भगासरा अपने साथियों की बदौलत ही प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव लडा. भगासरा 2005 में NSUI में शामिल हुए और राजनीति की पहली पाठशाला छात्र राजनीति में अपना पहला कदम रखा. भगासरा 2010 से 2012 तक एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए. एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए भगासरा ने संगठन के लिए अनेकों महत्वपूर्ण कार्य किए. इसके लिए भगासरा को 2012 में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बेस्ट स्टेट प्रेसिडेंट के अवॉर्ड से भी नवाजा था. 2013 में भगासरा युथ कांग्रेस में शामिल हुए. भगासरा वर्तमान में प्रदेश युवा कांग्रेस में उपाध्यक्ष भी है, इसके साथ ही एआईसीसी के सदस्य और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी में प्रवक्ता भी है. भगासरा 2005 से ही युवाओं के बीच काफी सक्रिय रहे. यही वजह है कि मुकेश भाकर और अमरदीन फकीर को भारी मतों से हराकर प्रदेश अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए है.
बता दें, युवा कांग्रेस चुनाव के लिए 22 और 23 फरवरी को रजिस्टर्ड सदस्यों ने सेल्फ वोटिंग एप के जरिए करीब 1 लाख 13 हजार मतदाताओं ने मतदान किया था. युवा कांग्रेस ने नए सदस्यों को जोडने के लिए जनवरी से फरवरी 2018 में दो महीने और नवंबर 2019 में सात दिन ऑनलाइन सदस्यता अभियान चलाया गया था. इस सदस्यता अभियान में चुनाव लड रहे सभी उम्मीदवारों ने बढ़चढ़ कर प्रदेश भर में अपने युवा साथियों को सदस्यता दिलवाई थी. सदस्यता दिलवाने के लिहाज से सुमित भगासरा ने करीब 90 हजार, मुकेश भाकर ने करीब 50 हजार, अमरदीन फकीर ने करीब 20 हजार सदस्यों को प्रदेशभर में सदस्यता दिलवाई थी.