Politalks.news. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने देश के सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के मेडिकल शिक्षण संस्थानों में ओबीसी आरक्षण की अनुपालना सुनिश्चित करने का आग्रह किया है. सोनिया ने पत्र में कहा कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) के जरिए मेडिकल संस्थानों में होने वाले दाखिले के संदर्भ में ओबीसी छात्रों को आरक्षण की सुविधा नहीं मिल पा रही है. अखिल भारतीय कोटा के तहत ओबीसी उम्मीदवारों के लिए आरक्षण केवल केंद्रीय संस्थानों तक ही सीमित है. ऐसे में केंद्र और केंद्र शासित प्रदेशों के मेडिकल शिक्षण संस्थानों में मेडिकल और डेंटल सीटों के आरक्षण बढ़ाना चाहिए.
दो पन्नों के अपने पत्र में सोनिया गांधी ने लिखा, ‘मैं राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के चिकित्सा शिक्षण संस्थानों में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) के माध्यम से भरे जा रहे सीटों में अखिल भारतीय कोटा के तहत ओबीसी छात्रों के लिए आरक्षण से इनकार किए जाने से मसले पर आपका ध्यान खींचना चाहती हूं.
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केंद्र और राज्य तथा केंद्र शासित प्रदेशों के चिकित्सा शिक्षण संस्थानों में अखिल भारतीय कोटा के तहत 15 फीसदी अनुसूचित जाति, 7.5 फीसदी अनुसूचित जनजाति और 10 फीसदी आर्थिक रूप से कमजोर लोगों (EWS) के लिए सीट आरक्षित हैं. हालांकि ओबीसी छात्रों के लिए अखिल भारतीय कोटा की व्यवस्था केंद्रीय संस्थानों में प्रतिबंधित है.
Affirmative action is vital for social justice.
I strongly support the Congress President’s demand to extend the reservation for OBCs in All India Quota of medical and dental seats, in State/UT Govt medical education institutions also. pic.twitter.com/1vu8BL1TL4
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 3, 2020
ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ अदर बैकवर्ड क्लासेज (AIFOBC) की ओर से 2017 से एकत्र किए गए आंकड़ों के मुताबिक ओबीसी उम्मीदवार छात्रों को अखिल भारतीय कोटा के तहत 11 हजार से ज्यादा सीटों पर राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के मेडिकल संस्थाओं में आरक्षण नहीं दिया गया.’
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पत्र में सोनिया गांधी ने आगे लिखा कि ओबीसी छात्रों को अखिल भारतीय कोटा के तहत राज्य के चिकित्सा संस्थानों में आरक्षण नहीं दिया जाना भारत सरकार के आदेश और 93वें संवैधानिक संशोधन का उल्लंघन है. साथ ही योग्य ओबीसी छात्रों को चिकित्सा की पढ़ाई करने से रोकने जैसा है. सोनिया ने लिखा कि समानता और सामाजिक न्याय को देखते हुए केंद्र सरकार से ओबीसी छात्रों के लिए अखिल भारतीय कोटा के तहत केंद्र और केंद्र शासित प्रदेशों के मेडिकल शिक्षण संस्थानों में मेडिकल और डेंटल सीटों के आरक्षण बढ़ाने का अनुरोध करती हूं.
बता दें, देश में चल रहे हालातों को देखते हुए सोनिया गांधी इससे पहले भी कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख चुकी हैं. कांग्रेस अध्यक्ष कोरोना संकट में दौरान भारत सरकार को कई सलाह देने, प्रवासियों की समस्याओं को लेकर, बढ़ती महंगाई को लेकर और हाल में पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ी दरों को लेकर भी पत्र लिख चुकी है. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने इस पत्र को अपने ट्वीटर हैंडल पर शेयर किया है.