पॉलिटॉक्स न्यूज/एमपी. कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने एक बार फिर शिवराज सरकार पर निशाना साधा है. सबसे पहले जीतू पटवारी ने सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग पर हमला किया. पटवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री की वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग में मप्र का 30वां नंबर था. अफ़सोस इस बात का है कि शिवराज जी ने हमारे प्रधानमंत्री से कल भी मप्र के लिये कोई राहत पैकेज या मदद नहीं मांगी. आख़िर कौन सा डर आपको मध्यप्रदेश की जनता का हक मांगने से रोक रहा है..? इससे पहले जीतू पटवारी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकार वार्ता करते हुए प्रदेश की बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा.
कल प्रधानमंत्री जी की वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग में मप्र का 30 वॉं नंबर था..!
अफ़सोस इस बात का है कि शिवराज जी ने हमारे प्रधानमंत्री से कल भी मप्र के लिये कोई राहत पैकेज या मदद नहीं माँगी।
शिवराज जी,
आख़िर कौन सा डर आपको मध्यप्रदेश की जनता का हक मांगने से रोंक रहा है..?— Jitu Patwari (@jitupatwari) May 12, 2020
मध्यप्रदेश की पूर्व कमलनाथ सरकार में मंत्री रहें और वर्तमान कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना काल में जब दवाखाने खोलने की जरूरत हैं तो शिवराज सरकार दारूखाने खोलने पर जोर दे रही हैं. कांग्रेस नेता ने सरकार पर तबादलों और कोविड 19 मैनेजमेंट छोड़ ‘पॉलिटिकल मैनेजमेंट’ में व्यस्त होने की बात कही. साथ ही किसी भी तरह की सलाह के लिए कमलनाथ से बात करने की बात भी कही.
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जीतू पटवारी ने सरकार पर तेज हमला बोलते हुए कहा कि शिवराज सिंह ने साजिश करके 45 दिन पहले एमपी की सत्ता हथियाई. अब दारूखाने खोलने में लगे हुए हैं जबकि जनता को दवाखाने/अस्पताल की जरूरत है. किसानों पर लाठीचार्ज किया जा रहा है जबकि पकड़ना अपराधियों को चाहिए. पूर्व मंत्री ने कहा कि प्रदेश उद्योग शुरू नहीं हुए, चालू हुए तो ट्रांसफर उद्योग शुरू हो गया. जब कांग्रेस ने तबादले किए थे, यही शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा ने बड़े-बड़े बयान देकर कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाए थे. अब जब वायरस को लेकर पूरा प्रदेश त्राहि त्राहि कर रहा है, तब भाजपा सरकार तबादलों में व्यस्त है. पटवारी ने सरकार की सोच पर हमला करते हुए कहा कि कोविड 19 मैनेजमेंट छोड़कर शिवराज सरकार ‘पॉलिटिकल मैनेजमेंट’ में व्यस्त है.
पटवारी ने कहा कि शिवराज सिंह ने मंत्रिमंडल नहीं बनाया लेकिन पार्टी के जिला अध्यक्ष जरूर बना दिए. मंत्री नरोत्तम मिश्रा और तुलसी सिलावट को मलाईदार पद दे दिए. कांग्रेस नेता ने औरंगाबाद घटना का भी जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश के बाहर से मजदूरों को लाने आईएएस अफसरों की टीम बनाई लेकिन अफसरों की लापरवाही से औरंगाबाद से आने वाले मजदूर रेल दुर्घटना का शिकार हो गए. औरंगाबाद में रेलवे ट्रेक पर मारे गए 16 मजदूरों की मौत के लिए जीतू पटवारी ने प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रदेश सरकार से निलंबित करने की मांग की है.
कांग्रेस नेता ने सरकार के मजदूरों को वापिस लाने के दावों को झूठा बताते हुए कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश में अब तक पौने दो लाख मजदूरों को वापस लाने का दावा किया गया है जो उनका झूठा दावा है. पटवारी ने कहा कि इस कोरोना काल में हमारे मुख्यमंत्री लाशों के ढेर पर राजनीतिक विजय पाना चाहते है.
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प्रेस वार्ता में पटवारी ने सरकार में स्वास्थ्य मंत्री पर निशाना साधा. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मुख्यमंत्री बनने के लिए पीतांबरा पीठ में यज्ञ करवाने में लगे हुए है. उन्हें अपने मुख्यमंत्री पर भरोसा नहीं है. जिनको मंत्री बनना है, वह भोपाल आकर मजमा लगा रहे है, नियमों का उलंघन कर रहे हैं. सबसे ज्यादा नियमों की धज्जियां तो हमारे स्वास्थ्य मंत्री उड़ा रहे हैं’.
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी एवं पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने आज राज्य की बीजेपी सरकार से मांग की है कि वह कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते उपजे हालातों के मद्देनजर केंद्र सरकार से राज्य के लिए विशेष पैकेज की मांग करे. पत्रकारों से चर्चा में कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विशेष पैकेज मांगना चाहिए. इस कार्य में पटवारी ने सरकार को कमलनाथ से सलाह लेने का अनुमोदन किया. इस संकट काल में कांग्रेस नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को को देश के अनुभवी राजनीतिज्ञ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से सलाह लेनी चाहिए.
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वार्ता के अंत में जीतू पटवारी ने कोरोना महामारी के कारण राज्य में बने हालातों पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है. इन स्थितियों में राज्य सरकार को विपक्षी दल की मदद से और मजबूती से लड़ना चाहिए लेकिन ऐसा दिखायी नहीं दे रहा है. कांग्रेस ऐसे मौके पर राजनीति नहीं करना चाहती है और महामारी से लड़ने के लिए राज्य सरकार के साथ भी खडी है. पटवारी ने कहा कि सरकार को जनता को उसके भरोसे ही नहीं छोड़ना चाहिए. कोरोना काल के इस संकट की घड़ी में कांग्रेस पार्टी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करना चाहती है. उन्होंने कहा कि राजनीति अपनी जगह है, चुनाव में जाएंगे तब राजनीति कर लेगें. इस समय प्रदेश को इस महामारी से बचाने की जरूरत है.
इसके बाद जीतू पटवारी ने ट्वीट के जरिए सीएम शिवराज सिंह से निवेदन करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की सीमाओं पर हज़ारों मज़दूर उत्तर प्रदेश जाने के इंतज़ार में फंसे हुए हैं. आप योगी से बात करिये और उस बातचीत को सार्वजनिक करिये. कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि क्या दो बीजेपी शासित राज्यों के बीच अब इतना भी समन्वय नहीं बचा कि गरीब मज़दूरों की मदद हो सके..?
शिवराज जी,
मध्यप्रदेश की सीमाओं पर हज़ारों मज़दूर उत्तर प्रदेश जाने के इंतज़ार में फँसे पड़े हैं।
—आप योगी जी से बात करिये और उस बातचीत को सार्वजनिक करिये।क्या दो बीजेपी शासित राज्यों के बीच अब इतना भी समन्वय नहीं बचा कि गरीब मज़दूरों की मदद हो सके..!
Good Night
— Jitu Patwari (@jitupatwari) May 11, 2020