सिंधिया और दिग्विजय सिंह के बीच नहीं हो सकी बहुचर्चित बन्द कमरे में होने वाली बैठक, होर्डिंग्स में छाए केवल सिंधिया

दिग्विजय सिंह ने कहा, 'महाराज’ से हमारे बहुत अच्छे संबंध हैं, हमारे बीच किसी प्रकार की कोई तनातनी नहीं है, आम तौर पर पार्टी कार्यक्रमों व बैठकों के अलावा अन्य मौकों पर एक साथ बैठकर चर्चा नहीं करते हैं दोनों दिग्गज

दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया
दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया

पॉलिटॉक्स न्यूज़. मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच सोमवार को गुना के सर्किट हाउस के बन्द कमरे में होने वाली मुलाकात टल गई है. समयाभाव के कारण दोनों दिग्गज नेता कुछ देर के लिए सड़क पर ही मिल पाए. दोनों दिग्गजों ने पूरी गर्मजोशी के साथ एक दूसरे को माला पहनाई. इस मौके पर दिग्विजयसिंह ने सिंधिया को ‘महाराज’ कहकर संबोधित किया. दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘महाराज’ से हमारे बहुत अच्छे संबंध हैं, हमारे बीच किसी प्रकार की कोई तनातनी नहीं है.‘ मध्यप्रदेश कांग्रेस के दोनों दिग्गजों की इस बन्द कमरे में सम्भावित मुलाकात को लेकर पिछले दो दिन से सियासी पारा चढ़ा हुआ था.

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पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का गुना का यह दूसरा दौरा था. इससे पहले सिंधिया 8 साल पहले राजीव गांधी कांग्रेस भवन का लोकार्पण करने गुना आए थे. तब कार्यक्रम में दिग्विजयसिंह भी मौजूद थे और इस मौके पर सिंधिया ने कहा था कि वह दिग्विजय सिंह के बेटे की तरह हैं, दिग्गी को अपना प्रेरणास्रोत तक कहा था. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को यूपीए सरकार का सबसे काबिल मंत्री बताया था.

बता दें, आमतौर पर दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया, अपनी पार्टी के कार्यक्रमों व बैठकों के अलावा अन्य मौकों पर एक साथ बैठकर चर्चा नहीं करते हैं. ऐसे में दोनों दिग्गज नेताओं की इस तरह की यह पहली बैठक होती. हालांकि, मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह से मिलने राघौग़़ढ पहुंचे थे, मगर तब भी दिग्विजय सिंह वहां मौजूद नहीं थे.

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गौरतलब है की दोनों दिग्गज नेताओं के बीच नहीं हो सकी इस बहुचर्चित बैठक को लेकर तमाम राजनीतिक मायने निकाले जा रहे थे, क्योंकि प्रदेश में अप्रैल माह में तीन सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव और हाल ही में पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा घोषणा पत्र में जनता से किए गए वादों के पूरा नहीम होने पर सिंधिया द्वारा सरकार के खिलाफ स़़डक पर उतरने की चेतावनी दी गई थी. वहीं दोनों नेताओं की गुना यात्रा को लेकर शहर में लगाए गए होर्डिंग और बैनरों ने भी प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी को हवा दे दी, जहां सिंधिया समर्थकों ने शहर को होर्डिंग और बैनरों से पाट दिया, लेकिन शहर में दिग्विजय सिंह के कोई खास बैनर-होर्डिंग्स नजर नहीं आए और ना ही सिंधिया के पोस्टर्स में दिग्विजय सिंह की फ़ोटो नजर आई.

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