आयुर्वेद दिवस पर देश को दो आयुर्वेद संस्थान समर्पित कर बोले पीएम मोदी- आयुर्वेद हमारी परंपरा

गुजरात के जामनगर और जयपुर में आयुर्वेदिक संस्थानों का उद्घाटन, WHO ने ट्रेडिशनल मेडिसन का ग्लोबल सेंटर बनाने के लिए भारत को चुने जाने पर दी बधाई, आयुष के क्षेत्र में आईएनआई दर्जा प्राप्त पहला संस्थान है ITRA

Pm Narendra Modi To Inaugurate Two Ayurveda Institutes On Friday
Pm Narendra Modi To Inaugurate Two Ayurveda Institutes On Friday

Politalks.News/NarendraModi. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को आयुर्वेद दिवस पर दो आयुर्वेद संस्थानों को देश को समर्पित किया. पीएम मोदी ने गुजरात के जामनगर के आयुर्वेद अध्यापन एवं अनुसंधान संस्थान (आईटीआरए) और जयपुर के राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान (एनआईए) का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया. इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना काल में आयुर्वेद के महत्व और इसके फायदे को लेकर बात की. प्रधानमंत्री ने कहा कि आयुर्वेद हमारी परंपरा है और कोरोना काल में आयुर्वेद की परंपरा से देश को फायदा मिला है. कोरोना काल में आज दुनिया भर में लोग आयुर्वेद को लेकर बात कर रहे हैं. कोरोना महामारी काल में हल्दी समेत कई अन्य चीजों में इम्यूनिटी बूस्टर का काम किया है. उसके बाद आयुर्वेद को लेकर दुनिया में रिसर्च हो रही है. वे इसके बारे में जानना चाहते हैं. वीडियो कॉन्फ्रेंस में राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और गुजरात के सीएम विजय रूपाणी भी उपस्थित रहे.

आयुर्वेद दिवस पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मोदी ने इस मौके पर कहा, आयुर्वेद, भारत की विरासत है जिसके विस्तार में पूरी मानवता की भलाई समाई हुई है. किस भारतीय को खुशी नहीं होगी कि हमारा पारंपरिक ज्ञान, अब दूसरे देशों को भी समृद्ध कर रहा है. आयुर्वेद को लेकर दुनिया में रिसर्च हो रही है. वे इसके बारे में जानना चाहते हैं. देश में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है. इसके साथ ही करीब सौ से अधिक जगहों पर आयुर्वेद की मेडिसिन को लेकर भी रिसर्च चल रही है.

यह भी पढ़ें: गुजरात में बोले अमित शाह- सीमा को इतना अभेद बनाएंगे कि परिंदा भी पर ना मार सके

पीएम मोदी ने कहा कि यह गर्व की बात है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन बनाने के लिए भारत को चुना है. WHO पारंपरिक दवाओं पर शोध को मजबूत करने के लिए भारत में पारंपरिक चिकित्सा पर डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर की स्थापना कर रहा है.

पीएम मोदी ने कहा कि ये हमेशा से स्थापित सत्य रहा है कि भारत के पास आरोग्य से जुड़ी कितनी बड़ी विरासत है, लेकिन ये भी उतना ही सही है कि ये ज्ञान ज्यादातर किताबों में, शास्त्रों में रहा है और थोड़ा-बहुत दादी-नानी के नुस्खों में. इस ज्ञान को आधुनिक जरूरतों के मुताबिक विकसित किया जाना जरूरी है. देश में अब हमारे पुरातन चिकित्सीय ज्ञान-विज्ञान को 21वीं सदी के आधुनिक विज्ञान से मिली जानकारी के साथ जोड़ा जा रहा है, नई रिसर्च की जा रही है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन साल पहले ही हमारे यहां अखिल भारतीय आयुर्वेदिक संस्थान की स्थापना की गई थी. अब जामनगर और जयपुर के आयुर्वेद इंस्टीट्यूट्स के जरिए देश को उम्मीद है कि 21वीं सदी में आयुर्वेद को बढ़ावा देने में हम ग्लोबल लीडरशिप की भूमिका निभाएंगे.

जामनगर संस्थान देश का पहला INI दर्जा प्राप्त संस्थान

आयुष मंत्रालय के अनुसार, आज उद्घाटन किए गए दोनों ही आयुर्वेद संस्थान देश में आयुर्वेद के प्रतिष्ठित संस्थान हैं. जामनगर के आयुर्वेद अध्यापन एवं अनुसंधान संस्थान को संसद के कानून के माध्यम से राष्ट्रीय महत्व के संस्थान (आईएनआई) का दर्जा प्रदान किया गया है जबकि जयपुर के राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान को विश्वविालय अनुदान आयोग द्वारा मानद विश्वविद्यालय का दर्जा प्रदान किया गया है. आयुष मंत्रालय 2016 से ही धन्वंतरि जयंती के मौके पर हर साल आयुर्वेद दिवस मनाता आ रहा है.

मंत्रालय के अनुसार संसद के कानून से हाल ही में बने जामनगर का आईटीआरएस विश्वस्तरीय स्वास्थ्य देखभाल केंद्र के रूप में उभरने वाला है जिसमें 12 विभाग, तीन क्लीनिकल प्रयोगशालाएं और तीन अनुसंधान प्रयोगशालाएं हैं. यह आयुष के क्षेत्र में पहला संस्थान है जिसे आईएनआई दर्जा प्रदान किया गया है.

Leave a Reply