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लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी सहित अन्य सभी नेता अयोध्या के राम मंदिर को जमकर भुना चुके हैं. बीजेपी ने कहना है कि कांग्रेस के राज में ऐसा 70 सालों में न हो सका लेकिन बीजेपी राज में केवल 10 सालों में ये कारनामा कर दिखाया. बीजेपी तीसरी बार सत्ता काबिज होने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रही है. वहीं नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार पीएम पद के दावेदारी पेश कर रहे हैं. अयोध्या के बाद अब बीजेपी कृष्ण जन्मभूमि एवं ज्ञानवापी पर नया दांव खेल रही है. बीजेपी के एक बड़े नेता ने कहा है कि 300 सीटें मिली तो अयोध्या का राम मंदिर तैयार हुआ है. जब 400 सीटें मिलेंगी तो कृष्ण जन्मभूमि-ज्ञानवापी में मंदिर बनाएंगे. पीओके वापस लेने का वादा भी किया गया है.

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यह बड़ा वादा किया है असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने. बिस्वा भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता हैं. वे दिल्ली में मनोज तिवारी के लिए प्रचार करने पहुंचे थे. यहां उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी को 400 सीटें मिलती हैं तो ज्ञानवापी और कृष्ण जन्मभूमि मंदिर बनाए जाएंगे. अबकी बार 400 पार का मतलब है ज्ञानवापी में शिवालय, मथुरा में श्रीकृष्ण मंदिर और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर वापस भारत में. असम सीएम ने यह भी कहा कि बीजेपी सरकार आरक्षण को और अधिक मजबूती देने के लिए काम कर रही है.

जल्द देश का हिस्सा बनेगा पीओके

जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला के एटम बम और चूड़ियों वाले बयान के बाद पीओके पर बयानबाजी फिर से सुर्खियों में आ रही है. इसी मुद्दे पर हिमंता बिस्वा सरमा ने दिल्ली में चुनावी सभा में कहा कि कांग्रेस हमसे पूछती है कि आपको 400 सीटें क्यों चाहिए? जब हमें 300 सीटें मिलीं तो हमने राम मंदिर बनाया और अब जब हमें 400 सीटें मिलेंगी तो कृष्ण जन्मभूमि बनाई जाएगी और ज्ञानवापी मस्जिद के स्थान पर बाबा विश्वनाथ मंदिर भी बनाया जाएगा. कांग्रेस के शासनकाल में पीओके को लेकर संसद में कोई चर्चा नहीं हुई. पीएम मोदी के नेतृत्व में जल्द ही पाक अधिकृत कश्मीर हमारे देश का हिस्सा बनेगा.

रक्षामंत्री ने किया था पीओके का जिक्र

पश्चिम बंगाल में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पीओके के भारत में विलय होने की बात कही थी. सिंह ने कहा कि पीओके का भारत में विलय होगा. पीओके हमारा था, है और हमारा ही रहेगा.भारत में हो रहे विकास को देखते हुए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) के लोग खुद भारत के साथ रहने की मांग करेंगे. इस पर पलटवार करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यदि रक्षामंत्री कह रहे हैं तो आगे बढ़ें. हम रोकने वाले कौन होते हैं. लेकिन वे ये याद रखें कि पाकिस्तान ने भी चूड़ियां नहीं पहन रखी है. उनके पास परमाणु बम हैं और दुर्भाग्य से वह परमाणु बम हम पर गिरेगा. इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर भी कह चुके हैं कि पीओके हमेशा भारत का हिस्सा रहा है.

आजादी को लेकर चल रहा आंदोलन

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में हाल में आजादी को लेकर एक विरोध प्रदर्शन चल रहा था. महंगाई, हाई टेक्सेशन और बिजली की कमी के खिलाफ शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन बाद में अधिकारों और स्वतंत्रता के लिए एक आंदोलन में बदल गया. प्रदर्शनकारियों ने लगातार “आज़ादी” के नारे भी लगाए. जम्मू-कश्मीर संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही है, जिसमें व्यापारी सबसे आगे हैं. यहां हड़ताल का आव्हान करने के बाद हुई झड़पों के दौरान एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई और 100 अन्य लोग घायल हो गए. 4 दिन के इस आंदोलन में प्रदर्शन कर रहे 4 लोगों की मौत की खबर भी आ रही है. आखिरकार शहबाज शरीफ सरकार को प्रदर्शन के समक्ष घुटने टेकने पड़े और 23 अरब की बजट घोषणा के बाद यह आंदोलन समाप्त हुआ.

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