उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नामांकन फाइल करने वाले मिमिक्री आर्टिस्ट श्याम रंगीला पर्चा खारिज कर दिया गया. इसके बाद उनका एक नया बयान सामने आया है. इसमें उन्होंने चुनाव आयोग पर तंज कसा है. एक वीडियो मैसेज जारी करते हुए उन्होंने कहा कि 55 कैंडिडेट यहां से लड़ना चाह रहे थे. उनमें से 36 का पर्चा खारिज कर दिया गया है. मुझे इलेक्शन कमीशन पर हंसी आ रही है, लेकिन मैं हंसू या रोऊं. मैं क्या करूं.
इससे पहले रंगीला ने बुधवार को नामांकन खारिज होने की जानकारी मिलते ही कहा था कि मैं हंसाने वाला कलाकार हूं, लेकिन आज कुछ भी कह पाने की स्थिति में नहीं हूं. अब सोचता हूं कि कॉमेडी ही बेहतर फील्ड है. राजनीति मेरे बस की बात नहीं. शायद गंगा मां का मुझे आशीर्वाद नहीं मिला. वाराणसी जिला प्रशासन ने नामांकन प्रक्रिया से भ्रमित किया है.
डीएम ने दिया रंगीला के आरोपों का जवाब
उधर, वाराणसी के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट एस. राजालिंगम ने रंगीला के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि श्याम रंगीला के नॉमिनेशन पेपर्स की स्क्रूटनी उनकी मौजूदगी में ही की गई थी. दस्तावेज में कमियां थीं, जिसके बारे में उन्हें बताया भी गया था. रंगीला का नामांकन इसलिए खारिज किया गया, क्योंकि उन्होंने शपथ नहीं ली थी और उनके द्वारा दायर किया गया एफिडएविड भी अधूरा था. बता दें कि वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नामांकन करने वाले 40 प्रत्याशियों में 33 का नामांकन खारिज हो गया. जिला निर्वाचन अधिकारी एस राजलिंगम में जांच के बाद 33 प्रत्याशियों के पर्चे खामियों के चलते खारिज कर दिए गए. इसमें भाजपा के पूर्व विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अजय राय की पत्नी रीना राय का पर्चा भी शामिल है.
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इससे पहले लगातार 4 दिनों तक नामांकन को लेकर धरना, हंगामा और शिकायतें करते हुए श्याम रंगीला ने जिला निर्वाचन कार्यालय के कर्मचारियों एवं अधिकारियों पर कई आरोप लगाए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि जिला निर्वाचन कार्यालय पर आधी रात तक डटे रहे लेकिन किसी ने दस्तावेज नहीं लिया. जब डीएम आए तो उसे डांटकर भगा दिया. उनकी बात भी नहीं सुनी गई.
पीएम के खिलाफ मैदान में बचे महज 7 प्रत्याशी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट वाराणसी पर नामांकन पत्रों की जांच में अब केवल 8 वैध नामांकन बचे हैं. राष्ट्रीय दलों में भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र मोदी, कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय और बसपा प्रत्याशी अतहर जमाल लारी के नामांकन पत्र सही पाए गए. राज्य स्तर के राजनीतिक दलों में युग तुलसी पार्टी के कोलीशेट्टी, अपना दल कमेरावादी के गगन प्रकाश और राष्ट्रीय समाजवादी जनक्रांति पार्टी के पारस नाथ केशरी के नामांकन स्वीकृत हुए. वहीं निर्दलियों में दो प्रत्याशी दिनेश कुमार यादव और संजय कुमार तिवारी के नामांकन पत्र में खामियां नहीं मिली. अगर 17 मई तक किसी भी उम्मीदवार द्वारा नाम वापसी नहीं होती है तो पीएम मोदी के खिलाफ मैदान में केवल 6 प्रत्याशी ही चुनौती पेश करेंगे.