पॉलिटॉक्स न्यूज/महाराष्ट्र. एक भड़काऊ भाषण के कारण दिल्ली हिंसा में हुई 46 लोगों की मौत और करोड़ों की सम्पती के नुकसान के बाद भी नेताओं का विवादित और भड़काउ भाषण देना बदस्तूर जारी है. सोमवार को एक बार फिर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के एक और विधायक मुफ्ती मोहम्मद इस्माइल का एक भड़काउ भाषण सामने आया है, जिसमें वे कह रहे हैं कि ये हमारी शराफत हैं कि हम चुप बैठे हैं वरना हमने चूड़ियां नहीं पहनी हैं. फिलहाल पार्टी अध्यक्ष ओवैसी की इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
महाराष्ट्र के मालेगांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पार्टी विधायक मोहम्मद इस्माइल ने कहा, ‘अगर बात हम पर आएगी तो अमन-ओ-अमान कैसे जाएगा, ये हमें भी पता है. हमने चूड़ियां नहीं पहनी हैं.’ विधायक ने आगे कहा कि ये हमारी शराफत है कि हम शांत बैठे हैं. इस्माइल ने रैली में कहा कि मेरा सवाल है डिपार्टमेंट से, अगर शहर में गोली चलती है तो कोई केस क्यों दर्ज नहीं किया गया? क्या शहर के लोग बेवकूफ हैं? गोली चलती है और एफआईआर दर्ज नहीं होती. हम भी समझते हैं कि क्या हालात हैं अगर इस तरह होता रहा तो शहर की आवाम खामोश नहीं बैठेगी.
#WATCH Mufti Mohd Ismail,AIMIM MLA in Malegaon: …An incident of firing took place in city,why was no FIR registered?…If it comes to us then dept(Police dept)should note that if we know to maintain peace,we also know how peace would go away. We aren't wearing bangles." (29.02) pic.twitter.com/TDlu0SgHxe
— ANI (@ANI) March 2, 2020
जब बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा तो विधायक मोहम्मद इस्माइल देने लगे सफाई. उन्होंने कहा कि मैंने देश नहीं बल्कि शहर के मसले पर बयान दिया. बयान को लोगों ने बढ़ा चढ़ाकर और गलत ढंग से पेश किया है.
गौरतलब है कि इससे पहले भी AIMIM के नेता वारिस पठान के एक बयान पर काफी बवाल हुआ था. एक सभा में पठान ने कहा था कि हम 15 करोड़ हैं लेकिन 100 करोड़ पर भारी हैं. इस बयान के बाद काफी विवाद हुआ था और भाजपा के नेताओं ने वारिस पठान पर जमकर निशाना साधा था. राज ठाकरे की पार्टी मनसे ने भी वारिस पठान को सीधी चेतावनी दी थी. वहीं कुछ मुस्लिम संगठनों ने भी पठान के इस बयान की निंदा की.
‘वारिस पठान का सिर लाओ और 11 लाख रुपये का इनाम पाओ’ मुस्लिम संगठन ने की घोषणा
याद दिला दें, दिल्ली विधानसभा चुनाव के पहले से विवादित बयानों का सिलसिला जो शुरु हुआ, वो अब तक अनवरत जारी है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के ‘गोली मारो …’ के बाद दिल्ली सांसद प्रवेश वर्मा और बाद में कपिल मिश्रा ने जमकर विवादित और भड़काउ बयान दिए थे. बाद में गृहमंत्री अमित शाह ने इन बयानों को दिल्ली हार की वजह भी बताया था. अनुराग ठाकुर, प्रवेश वर्मा और कपिल मिश्रा पर तो भड़काउ भाषण देने पर अदालत में मामला भी चल रहा है लेकिन नेताओं के मुंह पर लगाम नहीं लग रही.