पॉलिटॉक्स न्यूज/प.बंगाल. भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल की तृणमूल सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है कि वो अंधेरे में शवों को ठिकाने लगवा रही है. इन लोगों की मौत कोरोना वायरस के चलते हो गई है लेकिन शव छिपाकर आंकड़े दबाने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए बंगाल बीजेपी ने तीन मिनिट का एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें स्वास्थ्य कर्मचारी रात के अंधेरे में रिहायशी इलाके में कोरोना से संक्रमित मरीजों के शवों को डंप करने की कोशिश कर रहे हैं. बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इस तरह से शवों को डंप करना परंपरा के विपरीत बताते हुए ममता बनर्जी सरकार पर सवाल उठाए हैं.
अधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर करते हुए बंगाल बीजेपी ने लिखा, ‘रात के अंधेरे में बेखौफ होकर शवों का निपटान क्यों? क्या मृतकों की कोई गरिमा होती है? मानदंडों के उल्लंघन में संक्रमित निकायों को आवासीय क्षेत्रों में क्यों ले जाएं? इस समय बंगाल की स्थिति इतनी डरावनी है. क्या ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए कुछ ‘ममता’ दिखाएंगी?’
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Why dispose bodies unceremoniously in the dark of the night? Do the dead have any dignity? Why take infected bodies to residential areas in violation of norms? This is how scary the situation in Bengal is, right now. Will Mamata Banerjee show some ‘mamata’ for the people of WB? pic.twitter.com/tomyE12KPo
— BJP Bengal (@BJP4Bengal) April 24, 2020
वीडियो जारी होने के बाद कैलाश विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि कोरोना से हुई मौतों को छिपाने के लिए शवों को अंधेरे में ठिकाने लगाया जा रहा है. शवों का ये अपमान है और परंपरा के विपरीत भी है. रिहायशी इलाके में शवों के अंतिम संस्कार से संक्रमण फैलने का भी खतरा है. समझा जा सकता है कि इस समय राज्य की स्थिति कितनी भयावह है.
इससे पहले प्रदेश के राज्यपाल जगदीप धनकड़ भी सीएम ममता बनर्जी और तृणमूल सरकार पर कोरोना के वास्तविक आंकड़ों और उससे होने वाली मौतों पर पर्दा डालने का आरोप लगा चुके हैं. उन्होंने कहा कि सरकार केवल प्रचार करने पर पैसा खर्च कर रही है लेकिन मीडिया भी ये भली भांति समझ रहा है कि आंकड़े इतने कम कैसे हैं.
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गवर्नर ने ये भी कहा कि कोरोना वायरस प्रकोप से निपटने में विफल रहने पर मुख्यमंत्री जानबूझकर लोगों का ध्यान भटका रही हैं और अल्पसंख्यक समुदाय के तुष्टिकरण के अलावा संविधान की अवहेलना करने का काम भी कर रही है. राज्यपाल ने प्रदेश सरकार से ये पूछा भी है कि आखिर वास्तविक स्थिति पर पर्दा क्यों डाल दिया गया है.
बता दें, पश्चिम बंगाल में इस समय 571 कोरोना के मरीज हैं और महामारी से 18 की मौत हो चुकी है. सबसे अधिक कोरोना मरीज कोलकाता में हैं. यहां 184 संक्रमित बताए जा रहे हैं. 103 मरीजों के स्वस्थ होने की खबर है.