जानिए क्या रही सिंधिया के बीजेपी में जाने पर दिग्गजों की प्रतिक्रिया, पायलट बोले दुर्भाग्यपूर्ण, सुलझा सकते थे मसले

राहुल गांधी ने कहा- उनके लिए हमेशा खुले रहते थे दरवाजे, वहीं सीएम गहलोत ने सिंधिया को कहा अवसरवादी तो सचिन पायलट ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण, मप्र कांग्रेस ने बताया चौकीदार, बीजेपी के दिग्गजों ने किया स्वागत तो वसुंधरा राजे ने व्यक्तिगत और राजनीतिक तौर बताया गर्व करने वाला फैसला

Jyotirajditya Scindia
Jyotirajditya Scindia

पॉलिटॉक्स न्यूज. मध्यप्रदेश के दिग्गज नेता और कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार दोपहर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. 18 साल कांग्रेस में रहने के बाद बीजेपी में पहुंचे सिंधिया पर अब राजनीति दिग्गजों की अलग अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. एक ओर जहां कांग्रेस नेताओं ने सिंधिया को पिछले 18 सालों में उन पर किए गए अहसान गिनाए, साथ ही सिंधिया केनिस कृत्य को करोड़ों कार्यकर्ताओं के साथ विश्वासघात बताया. वहीं बीजेपी ने उनका पार्टी में सुस्वागत करते हुए उन्हें आगे के लिए शुभकामनाएं दी. वहीं उनके परिवार के लोगों ने राजमाता को याद करते हुए सिंधिया के फैसले को गर्व करने योग्य बताया.

ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ बीजेपी में जाने पर यूं आई कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया

राहुल गांधी ने एक बयान देते हुए महाराज के मुलाकात के लिए समय न देने की बात का खंडन किया. राहुल गांधी ने कहा कि वे मेरे कॉलेज में साथ थे और केवल वे ही इकलोते व्यक्ति थे जो मेरे घर पर कभी भी आ सकते थे.

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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बिना नाम लिए सिंधिया को पर निशाना साधते हुए कहा कि अवसरवादी लोग पहले ही चले जाते तो ठीक रहता। इनको कांग्रेस ने बहुत कुछ दिया 17-18 साल में…विभिन्न पदों पर रखा, मेंबर ऑफ पार्लियामेंट बनाया, केंद्रीय मंत्री बनाया और मौका आने पर मौकापरस्ती दिखाई, इनको जनता माफ़ नहीं करेगी.

सिंधिया के इस्तीफे के बाद देशभर की निगाहें प्रदेश के डिप्टी सीएम सचिन पायलट की प्रतिक्रिया पर टिकी हुई थी. बुधवार शाम टवीट करते हुए पायलट ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि पार्टी के भीतर ही मुद्दे सुलझाए जा सकते थे.

पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी से ज्योतिरादित्य सिंधिया का जाना हमारा नुकसान ओर दूसरी पार्टी का लाभ. मैं उनके पिता को अच्छी तरह से जानता था, जिन्होंने मुझे नदबई विधानसभा से अपना पहला कांग्रेस का टिकट दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया को उनके नए प्रयास के लिए शुभकामनाएं देता हूं. मुझे यकीन है कि सिंधिया पूरी निष्ठा और प्रेम के साथ राष्ट्र की सेवा करते रहेंगे.

वहीं कांग्रेस के मप्र से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमने उन्हें राज्यसभा की सीट ऑफर की थी, हम इससे ज्यादा भी कुछ करने वाले थे. उन्हें इस बात का जनता के सामने खंडन करने दो. ज्योतिरादित्य कई महीनों से कांग्रेस पार्टी छोड़ने की तैयारी कर रहे थे.

जानिए ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने की पूरी कहानी, कैसे अनदेखी करना भारी पड़ा कांग्रेस को

कांग्रेस की मप्र इकाई ने ट्रस्ट तोड़ने वाली एक पोस्ट शेयर करते हुए सिंधिया के 18 साल के राजनीतिक करियर में उन्हें दिए गए पदों की जानकारी दी. पोस्ट में बताया गया कि सिंधिया को 17 साल सांसद बनाने के साथ दो बाद केंद्रीय मंत्री भी बनाया. उनके हिसाब से 50 टिकट बांटे गए और उनकी पसंद के 9 विधायकों को मंत्री पद भी दिया गया. इसके बाद भी वे अमित शाह और पीएम मोदी की शरण में चले गए.

कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह भी कहा, ‘मुझे खराब लगा कि वे पार्टी छोड़कर चले गए. 3 दिन पहले मेरी उनसे बातचीत हुई थी. मैंने उनसे कहा था कि पार्टी छोड़ने की जरूरत नहीं है. वे युवा हैं और अच्छे वक्ता हैं. पार्टी का निर्माण एक विचारधारा पर हुआ है, सबको लगता है कि यह विचारधारा लोगों को मजबूत बनाएगी.’

वहीं कमलनाथ सरकार में मंत्री जीतू पटवारी भी सिंधिया के बीजेपी जाने से खासे नाराज हैं. उन्होंने सिंधिया को रंग बदलने में गिरगिट का बाप तक बताने में संकोच नहीं है. एक टवीट में पटवारी ने कहा कि सिंधिया भाजपा की गोद में बैठकर भष्ट्राचार की बात कर रहे हैं.

वहीं सिंधिया को बीजेपी जाने पर बधाई देते हुए कहा कि ग्वालियर चंबल संभाग के कार्यकर्ताओं को “गुलामी” से मुक्त होने पर बधाई शुभकामनाएं…

मध्य प्रदेश की कांग्रेस इकाई ने महाराज को चौकीदार भी बताया. साथ ही कहा ‘कांग्रेस में महाराज के अभिमान में जीने वाले अब चौकीदार की बिरादरी में शामिल होकर फक्र महसूस कर रहे हैं’.

वहीं एक कांग्रेस नेता ने सिंधिया के पिछले टवीट को शेयर करते हुए लिखा, सिंधिया पहले दिन से ही भाजपा की भाषा और झूठ बोलने लगे. उन्होंने मीडिया के सामने कहा कि किसानों को कर्जमाफी नहीं मिली जबकि वे खुद कुछ दिन पहले किसानों को कर्जमाफी के कागज बांट रहे हैं.

वहीं सिंधिया का बीजेपी में स्वागत करते हुए ये बोले राजनीति के दिग्गज

केंद्रीय गृहमंत्री और पूर्व बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने पर बधाई देते हुए कहा, ‘मुझे यकीन है कि पार्टी में उनका शामिल होना मध्य प्रदेश के लोगों की सेवा करने के बीजेपी के संकल्प को और मजबूत करेगा’.

बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा आज यदि राजमाता साहब हमारे बीच होतीं तो आपके इस निर्णय पर जरूर गर्व करती. ज्योतिरादित्य ने राजमाता जी द्वारा विरासत में मिले उच्च आदर्शों का अनुसरण करते हुए देशहित में यह फैसला लिया है, जिसका मैं व्यक्तिगत और राजनीतिक दोनों ही तौर पर स्वागत करती हूं.

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कांग्रेस की नीतियों एवं अकर्मण्यता से परेशान होकर, बीजेपी व नरेंद्र मोदी की रीति-नीति से प्रभावित होकर ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना के साथ भारतीय जनता पार्टी से जुड़ने का ज्योतिरादित्य सिंधिया जी ने निर्णय लिया आपका भाजपा परिवार में हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन.

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि अखंड भारत के विचारों की विविधता का एकीकरण है भारतीय जनता पार्टी. आज “वसुधैव कुटुंबकम्” की विचार श्रृंखला में ज्योतिरादित्य सिंधिया भी आबद्ध हुए हैं.

बीकानेर सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने पर बधाई देते हुए कहा कि युवा, ऊर्जावान एवं अनुभवी राजनेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी परिवार में शामिल होने पर हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं.

केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा ज्योतिरादित्य सिंधिया जी को बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने पर बधाई एवं स्वागत. आपके उज्ज्वल राजनीतिक भविष्य की शुभकामनाएं.

उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा सुस्वागतम्! युवा, ऊर्जावान एवं अनुभवी राजनेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी के विशाल परिवार में शामिल होने पर हार्दिक शुभकामनाएं. विश्वस्त हूं, आपके नेतृत्व कौशल एवं राजनीतिक अनुभव से भाजपा परिवार अधिक सुदृढ़ होगा तथा संगठन को मजबूती मिलेगी.

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