बीजेपी में आते ही सिंधिया को मिला राज्यसभा का गिफ्ट, बताया क्यों छोड़ी कांग्रेस, जीतू पटवारी बोले आप तो निकले गिरगिट के भी बाप

कांग्रेस में 18 साल बिताने के बाद थामा दादी की पार्टी का दामन, कहा अब पहले वाली पार्टी नहीं रही कांग्रेस, पीएम मोदी के हाथों में देश सुरक्षित, जेपी नड्डा ने किया पार्टी में स्वागत, वसुंधरा राजे ने सिंधिया के फैसले को बताया सही, दिग्विजय सिंह ने दी बधाई तो बोले पूर्व सीएम एक हैं महाराज और शिवराज

ज्योतिरादित्य सिंधिया हुए बीजेपी में शामिल
ज्योतिरादित्य सिंधिया हुए बीजेपी में शामिल

पॉलिटॉक्स न्यूज/दिल्ली-एमपी. आखिरकार मध्य प्रदेश में चल रही सियासी उठापटक का पहला पड़ाव आज पूरा हो गया. ग्वालियर के महाराज यानि ज्योतिरादित्य सिंधिया 18 साल कांग्रेस में बिताने के बाद आखिरकार अपनी दादी विजयाराजे सिंधिया की बीजेपी पार्टी में शामिल हो गए. बुधवार दोपहर 2:52 बजे उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बीडी शर्मा और मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की उपस्थिति में सिंधिया ने बीजेपी की सदस्यता स्वीकार की. नड्डा ने गुलदस्ता भेंट कर और स्टॉल पहनाकर सिंधिया का पार्टी में स्वागत किया. गृहमंत्री अमित शाह यहां अनुपस्थित रहे. अपने भाषण में सिंधिया ने जमकर कमलनाथ और कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा. साथ ही पार्टी में जगह देने के लिए गृहमंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया. गौर करने वाली बात ये रही कि कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर सिंधिया को बीजेपी में शामिल होने की बधाई दी. राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने भी सिंधिया के फैसले का स्वागत किया. बीजेपी ज्वॉइन करने का गिफ्ट देते हुए जेपी नड्डा ने सिंधिया को मध्यप्रदेश से बीजेपी का राज्यसभा टिकट दिया. सिंधिया ने पार्टी कार्यालय में ही राज्यसभा के लिए नामांकन भी भर दिया. वहीं दूसरी सीट पर बीजेपी ने हर्ष चौहान को उम्मीदवार बनाया है.

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बीजेपी में शामिल होने के बाद प्रेस वार्ता में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सबसे पहले जेपी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, गृहमंत्री अमित शाह को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने मुझे अपने परिवार में आमंत्रित किया, एक स्थान दिया, उसके लिए आभार. सिंधिया ने कहा कि मेरे जीवन की दो तारीखें बहुत महत्वपूर्ण रहीं. व्यक्ति के जीवन में कई बार ऐसे मोड आते हैं जो उसके जीवन को बदल कर रख देते हैं. मेरे जीवन में वो दिवस पहला 30 सितंबर, 2001 जिस दिन मैंने अपने पूज्य पिताजी को खोया. एक जीवन बदलने को बदलने का दिवस था. दूसरी तारीख 10 मार्च, 2020 जो उनकी 75वीं वर्षगांठ थी. जहां जीवन में नई परिकल्पना, एक नए मोड का सामना करके एक निर्णय मैने लिया.

सिंधिया ने कहा कि मैंने और मेरे पिता ने सदैव माना कि हमारा लक्ष्य जनसेवा होना चाहिए और राजनीति केवल उस लक्ष्य की पूर्ति का माध्यम होना चाहिए. मेरे परिवारजन ने पूरी श्रद्धा के साथ बीजेपी द्वारा प्रदेश और देश की सेवा करने की कोशिश की लेकिन आज जो स्थिति उत्पन्न हुई उससे मेरा मन दुखी भी है. मैं विश्वास के साथ कह सकता है कि जनसेवा के लक्ष्य की पूर्ति आज कांग्रेस के माध्यम से नहीं हो पा रही है. वर्तमान में जो स्थिति कांग्रेस में है, वो पहले वाली पुरानी पार्टी नहीं रही. 3 मुख्य बिन्दू हैं- वास्तविकता से इनकार करना, इनकार करके उसका समावेश न करना, जड़ता का वातावरण और नई सोच, विचारधारा, नेतृत्व का वातावरण नहीं. मैं कांग्रेस में रहकर लोगों की सेवा नहीं कर पा रहा था. मैं प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे ये मंच दिय़ा.

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प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए सिंधिया ने कहा कि एमपी में ट्रांसफर उद्योग चल रहा है. मेरा मानना है कि जो स्थिति हो चुकी है. एक सपना हमने पिरोया था लेकिन 18 महीने में वे सभी सपने बिखर गए. चाहे किसानों की बात करें या नौजवानों की, सभी विवश हैं. किसानों को कर्जमाफी नहीं मिली. किसान त्रस्त है, नौजवान विवश है, रोजगार उत्पन्न नहीं लेकिन भष्ट्राचार उत्पन्न हो गया है. कांग्रेस वास्तविकता से दूर हैं. कांग्रेस रोजगार दिलाने वाले के साथ नहीं बल्कि रोजगार छीनने वालों के साथ है. राष्ट्रीय स्तर पर अलग विडंबना है. सत्य के पथ पर कोई व्यक्ति चलता है लेकिन आज अगर भारत माता और भारत को विकास के मार्ग पर चलना होगा तो मैं अपने आप को भाग्यशाली मानता हूं. साथ ही देश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में सुरक्षित मानता हूं.

वहीं मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने एक अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि एमपी में महाराज और शिवराज एक ही हैं. उनके आने से मप्र में पार्टी मजबूत हुई है. देश और प्रदेश में उनकी उपस्थिति महत्वपूर्ण रहेगी. इस मौके पर उन्होंने एक ट्वीट करते हुए लिखा, ‘स्वागत है महाराज, साथ है शिवराज’.

सिंधिया की बुआ और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी अपने भतीजे के फैसले का स्वागत किया और ट्वीट करते हुए लिखा कि आज यदि राजमाता साहब हमारे बीच होतीं तो आपके इस निर्णय पर जरूर गर्व करती.

वहीं कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और पूर्व मप्र सीएम दिग्विजय सिंह ने सिंधिया को ट्वीट कर बीजेपी में शामिल होने पर बधाई दी. साथ ही अन्य बीजेपी नेताओं को भी बधाई प्रेषित की.

वहीं मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री जीतू पटवारी ने सिंधिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सिंधिया जी, आप तो गिरगिट के भी बाप निकले…

अपने एक अन्य ट्वीट में पटवारी ने कहा कि सिंधिया जी, भाजपा की गोद में बैठकर आप भ्रष्टाचार की बात कर रहे है… साथ ही एक बधाई संदेश देते हुए सिंधिया और बीजेपी में गए अन्य नेताओं पर निशाना साधा.

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