पॉलिटॉक्स ब्यूरो. कांग्रेस अपनी एक राज्यसभा सीट से और वंचित हो गई. कर्नाटक में कांग्रेस के प्रतिनिधित्व करने वाले केसी राममूर्ति (KC Ramamurthy) ने बुधवार को राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया. सूत्रों के मुताबिक राममूर्ति के भाजपा में शामिल होने की पूरी संभावना है.
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केसी राममूर्ति (KC Ramamurthy) पहले आईपीएस अधिकारी थे और बेंगलुरु पुलिस में आईजी रह चुके हैं. सेवानिवृत्त होने के बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे. वह कर्नाटक में कई शिक्षण संस्थाएं चलाते हैं और कांग्रेस में डीके शिवकुमार (DK Shiv Kumar) के नजदीकी माने जाते हैं. शिवकुमार इन दिनों मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्तार होने के बाद न्यायिक हिरासत में हैं.
राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने केसी राममूर्ति (KC Ramamurthy) का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. राज्यसभा में उनका कार्यकाल जून 2022 तक था. राममूर्ति के इस्तीफे के बाद राज्यसभा में कांग्रेस सांसदों की संख्या घटकर 45 रह गई है. अगले जून में राज्यसभा में कर्नाटक के कांग्रेस सांसद राजीव गौडा और बीके हरिप्रसाद का कार्यकाल समाप्त होने वाला है. इस समय कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस के सिर्फ 80 विधायक हैं, इसलिए अगले साल राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिल सकेगी. दूसरी सीट पर जीत पक्की करने के लिए JDS का समर्थन जरूरी होगा.
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पिछले कुछ ही महीनों में विपक्षी खेमे के सात सदस्य भाजपा में शामिल हो चुके हैं. इनमें चार तेलुदु देशम पार्टी, दो समाजवादी पार्टी और एक कांग्रेस के सदस्य शामिल हैं. राज्यसभा छोड़ने वाले हैं प्रमुख कांग्रेस सांसद हैं भुवनेश्वर कलीता, जो सदन में कांग्रेस के सचेतक थे. अब राज्यसभा में भाजपा समर्थित सदस्यों की संख्या (एनडीए में शामिल सहयोगी पार्टियों सहित) 83 हो चुकी है. इस तरह भाजपा राज्यसभा में भी धीरे-धीरे बहुमत के नजदीक पहुंच रही है.