कर्नाटक में चल ही सियासी उथल पुथल के बीच मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को हल्की ही राहत मिली है. दरअसल विधानसभा स्पीकर आर.रमेश कुमार ने नियमों का हवाला देते हुए 13 में से 8 विधायकों के इस्तीफे नियमों के मुताबिक न होने की बात कही. उन्होंने कहा कि संविधान में नियमों के अनुसार, विधानसभा अध्यक्ष को ही इस्तीफें सौंपे जाने का प्रावधान हैं जबकि विधायकों ने विधानसभा सचिव को अपने इस्तीफें सौंपे थे. ऐसे में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन पर सरकार गिरने का खतरा कुछ दिनों के लिए टल गया है. बता दें, शनिवार को गठबंधन सरकार के 13 विधायकों ने एक साथ अपने इस्तीफे की पेशकश की थी.
सरकार में विधायकों के इस्तीफे देने के तुरंत बाद कुमारस्वामी मंत्रिमंडल के सभी 32 मंत्रियों से इस्तीफे लिए गए ताकि असंतुष्ठ विधायकों को खुश किया जा सके. कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने तो यहां तक कहा है कि सभी नाराज विधायकों को सरकार में मंत्री बनाया जाएगा. इसलिए मंत्रियों से इस्तीफे लिए गए हैं. कर्नाटक सीएम कुमारस्वामी और सिद्धारमैया दोनों को विश्वास है कि सभी बागी विधायक वापिस लौट आएंगे और सरकार स्थिर रहेगी.
बता दें, 13 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद सरकार पर अल्पमत होने का खतरा मंडराने लग गया है. विपक्ष लगातार कुमार स्वामी से इस्तीफे की मांग कर रहा है. वहीं कर्नाटक संकट का मुद्दा प्रदेश से होते हुए दिल्ली, उसके बाद लोकसभा और राज्यसभा तक जा पहुंचा है. नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस के अधीर रंजन ने लोकसभा में इस बात को जमकर उठाया और राजनाथ सिंह सहित बीजेपी पर विधायकों की खरीद—फरोख्त का आरोप तक जड़ दिया. बीजेपी ने सभी आरोपों को निराधार बताया है.