Politalks.News/West Bengal. पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के अंदर इन दिनों सियासी तूफान आया हुआ है जिसके चलते कई तरह राजनीतिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं. एक दिन पहले ही TMC के सभी पदों से इस्तीफा दे चुके जितेन्द्र तिवारी ने शुक्रवार को यू-टर्न लेते हुए ममता बनर्जी से मांफी मांगी और अपना इस्तीफा वापस लेते हुए पार्टी में बने रहने का ऐलान कर दिया. वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष विमान बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस विधायक सुवेंदु अधिकारी का इस्तीफा यह कहते हुए स्वीकार नहीं किया कि, “जब तक मैं इस बात से संतुष्ट नहीं हो जाता कि इस्तीफा स्वैच्छिक और वास्तविक है, मेरे लिए भारत के संविधान के प्रावधानों और पश्चिम बंगाल विधानसभा में कामकाज के नियमों के आलोक में इसे स्वीकार करना संभव नहीं है.”
आपको बता दें, इससे पहले इस बात को लेकर पक्के कयास लगाए जा रहे थे कि गृहमंत्री अमित शाह के बंगाल दौर के दौरान सुवेंदु अधिकारी और जितेन्द्र तिवारी सहित कई TMC नेता बीजेपी में शामिल होंगे. लेकिन अब जहां तिवारी ने यू-टर्न ले लिया है तो वहीं सुवेंदु अधिकारी का इस्तीफा ही मंजूर नहीं हुआ है.
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पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष विमान बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस विधायक सुवेंदु अधिकारी का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है क्योंकि यह संविधान के प्रावधानों और सदन के नियमों के अनुरूप नहीं है. विमान बनर्जी ने इस बात का जिक्र किया कि अधिकारी ने त्यागपत्र उन्हें व्यक्तिगत रूप से नहीं सौंपा. बनर्जी ने कहा कि वह नहीं जानते कि अधिकारी का यह कदम ‘स्वैच्छिक और वास्तविक’ है या नहीं.
ममता बनर्जी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले सुवेंदु अधिकारी ने विधानसभा की सदस्यता से अपना इस्तीफा 16 दिसंबर को विधानसभा सचिवालय में सौंपा था. उस वक्त विधानसभा अध्यक्ष सदन में उपस्थित नहीं थे. वहीं अधिकारी ने बृहस्पतिवार को तृणमूल कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था जिससे ये अटकलें और तेज हो गईं कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि अधिकारी पश्चिम बंगाल विधानसभा में अब भी तृणमूल कांग्रेस के सदस्य हैं.
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विधानसभा अध्यक्ष ने सुवेंदु को 21 दिसंबर को उपस्थित होने को कहा
विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने कहा कि अधिकारी को मामले में अपनी बात कहने के लिए व्यक्तिगत रूप से 21 दिसंबर को उपस्थित होने को कहा गया है. विमान बनर्जी ने कहा कि त्यागपत्र पर कोई तारीख नहीं लिखी थी. हालांकि कहा कि ई-मेल पर भेजे गए पत्र में तारीख थी. बनर्जी ने अंतर को ‘संदिग्ध मामला’ करार देते हुए कहा कि वह अधिकारी द्वारा त्यागपत्र की प्रामाणिकता के बारे में उन्हें संतुष्ट किए जाने के बाद ही इस्तीफा स्वीकार करेंगे.
बाबुल सुप्रियो की धमकी के बाद लिया जितेन्द्र तिवारी ने यू-टर्न
वहीं पूर्व विधायक जितेन्द्र तिवारी के यू-टर्न के पीछे बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो की नाराजगी सामने आई है. आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो ने जितेन्द्र तिवारी को बीजेपी में शामिल करने का विरोध किया था. सुप्रियो ने इस मामले पर एक फेसबुक पोस्ट भी लिखी थी, जिसमें उन्होंने विरोध दर्ज कराते हुए कहा था कि वो नहीं चाहते हैं कि जितेन्द्र तिवारी जैसे नेता पार्टी में शामिल हों. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक बाबुल सुप्रियो की ओर से सार्वजनिक तौर पर उनके खिलाफ विरोध करने के बाद बीजेपी ने जितेंद्र तिवारी से किनारा कर लिया था.
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बता दें कि टीएमसी नेता जितेन्द्र तिवारी ने ममता बनर्जी से माफी मांगी है. जितेन्द्र तिवारी ने मंत्री अरुप बिस्वास से मुलाकात के दौरान ममता बनर्जी से माफी मांगी. इस दौरान राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी वहां मौजूद रहे. बता दें कि जितेन्द्र तिवारी टीएमसी के विधायक रह चुके हैं. उन्होंने गुरुवार को पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था. इससे पहले उन्होंने आसनसोल नगर निगम के बोर्ड ऑफ चेयरपर्सन पद से इस्तीफा दिया था.