रविंद्र सिंह भाटी बीजेपी को छोड़ने के बाद अक्सर स्थानीय प्रशासन और भजनलाल सरकार के खिलाफ मुखर ही रहे हैं. निर्दलीय चुनाव लड़कर शिव से निर्दलीय विधायक कहलाए और उसके बाद आम चुनाव में भी बीजेपी के खिलाफ ताल ठोककर कांग्रेस को जिताने में अहम भूमिका का निर्वाह किया. हाल ही में रोहिड़ी म्यूजिक फेस्टिवल के आयोजन के मुद्दे पर भी भाटी समर्थकों का गुस्सा नजर आया. इस पर राजस्थान के बीजेपी अध्यक्ष मदन राठौड़ ने प्रतिक्रिया देते हुए भाटी की तुलना छुट्टा सांड से कर दी. राठौड़ ने यहां तक कह दिया कि वो (भाटी) फ्री हैं और निर्दलीय तो कुछ भी करें.
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दरअसल, निर्दलीय विधायक रविंद्र भाटी के तीखे तेवर और राजनीति के मुद्दे पर मदन राठौड़ से सवाल किया गया था. उनसे पूछा गया कि क्या भाटी सरकार के विरोध में है? इस पर तंज कसते हुए राठौड़ ने कहा, ‘वो करेगा ना, फ्री है, विरोध में है, छुट्टा सांड होता है ना तो अब क्या करें कुछ भी करें.’ अब उनका यह बयान सोशल मीडिया पर भी खासा वायरल हो रहा है.
क्या है बखेड़े की वजह
12 जनवरी को बाड़मेर में ‘रोहिड़ी म्यूजिक फेस्टिवल’ कार्यक्रम के आयोजन के लिए पहले तो प्रशासन ने मंजूरी दे दी थी, लेकिन आयोजन से दो दिन पहले बाड़मेर कलेक्टर टीना डाबी ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए मंजूरी को निरस्त कर दिया था. इस पर समर्थकों का गुस्सा फूट पड़ा. प्रशासन द्वारा मंजूरी निरस्त किए जाने के बाद सोशल मीडिया पर बीजेपी के खिलाफ भी भाटी समर्थकों ने पोस्ट किए. साथ ही बाड़मेर प्रशासन के साथ-साथ राजस्थान की बीजेपी सरकार पर भी सवाल उठाए.
विधायक रविंद्र भाटी के सर्मथकों ने दावा किया था कि बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष के दवाब और राजनितिक द्वेष की भावना से प्रशासन ने यह फैसला लिया. आरोप था कि रविंद्र सिंह भाटी के सामने शिव से विधानसभा चुनाव में जमानत जब्त करवाने वाले बीजेपी प्रत्याशी और पूर्व जिलाध्यक्ष स्वरूप सिंह खारा के दबाव में कार्यक्रम पर रोक लगाई गई है. जब एक कार्यक्रम में पार्टी प्रदेशाध्यक्ष से इस मामले को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने भी भाटी पर तंज कस दिया.