पॉलिटॉक्स ब्यूरो. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का ड्रीम रहे युवा कांग्रेस के लिए राजस्थान में चुनाव हो रहे है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि राहुल गांधी ने भी अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत युवा कांग्रेस से ही की थी. राहुल गांधी का मानना है कि युवा कांग्रेस में योग्य व कर्मठ कार्यकर्ताओं को तवज्जो मिले इसके लिए समय समय पर युवा कांग्रेस में चुनाव करवाये जाते हैं. सात साल बाद राजस्थान में हो रहे इस चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष सहित पांच पदों के लिए 22 और 23 फरवरी को मतदान होगा. लेकिन पहली बार सेल्फ वोटिंग ऐप के जरिए हो रहे युवा कांग्रेस के मतदान पर सवाल उठ रहे है.
पारदर्शिता होगी प्रभावित
युथ कांग्रेस के चुनावों में खड़े हो रहे उम्मीदवारों का मानना है कि ऐप के जरिए मतदान होने से कहीं ना कहीं पारदर्शिता भी प्रभावित होगी. जिस उम्मीदवार के पास अधिक संख्या में सदस्य या यूं कहें ज्यादा रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर होंगे वह मतदान की पारदर्शिता को प्रभावित कर सकता है. एक मोबाइल से 20 मतदाता मतदान कर सकते है, मतदान करते समय रजिस्टर्ड मोबाइल पर ओटीपी आएगा उस ओटीपी को डालने से वोटिंग ऐप पर मतदान के विकल्प खुलेंगे. इससे मतदाताओं को कैप्चर या उनके मोबाइल को कैप्चर करने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता. ऐसे में धन-बल के आधार पर भी मतदान प्रभावित होने के पूर्ण आसार है.
सेल्फ वोटिंग ऐप की विश्वसनीयता पर भी उठ रहे सवाल
सेल्फ वोटिंग ऐप को प्राइवेट डवलपर ने डिजाइन किया है. ऐसे में मतदाताओं के मन में संकोच है कि उनका वोट सही जगह जाएगा या नहीं यह भी सुनिश्चित नहीं है. मतदाताओं के मन मे यह भी चिंता है कि ऐप डवलपर परिणाम को प्रभावित कर सकता है.
सेल्फ वोटिंग ऐप यूजर फ्रेंडली नहीं
सेल्फ वोटिंग ऐप के बारे में बताया जा रहा है कि यह ऐप यूजर्स के हिसाब से फ्रेंडली नहीं है. यह युवाओं के पसंदीदा एप्पल फ़ोन (i phone) में काम नहीं करेगी. यह ऐप लेटेस्ट एंड्रॉइड वर्जन के फ़ोन में ही काम करेगी. ऐसे में जिन मतदाताओं के पास पुराने एंड्रॉयड फ़ोन है वो मतदान नहीं कर पाएंगे.
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मतदान भी होगा कम
ऐप पर मतदान वहीं लोग कर पाएंगे जिन मतदाताओं ने रजिस्ट्रेशन के समय जो मोबाइल नंबर दिया था और उसको वो अभी तक उपयोग में ले रहे हों. क्योंकि मतदान करते समय ओटीपी उसी नंबर पर आएगा जो वहां रजिस्टर है. ऐसे में जिन लोगों ने अपने मोबाइल नंबर बदल लिए है वो लोग मतदान से वंचित रह जाएंगे. इसके साथ ही प्रदेश में दूर दराज के ऐसे भी बहुत सारे इलाके है जहाँ आज भी मोबाइल नेटवर्क नहीं है और है तो अच्छा नहीं है, तो इन इलाकों में रहने वाले मतदाता भी मतदान से वंचित रह जाएंगे जिससे मतदान कम होने की संभावना है. इसके साथ ही मतदान के समय ऐप पर सेल्फी भी पोस्ट करनी होगी सॉफ्टवेयर उस सेल्फी को रजिस्ट्रेशन के समय स्कैन कर दी गयी फ़ोटो से मिलान करेगा और मैच होने पर ही मतदान किया जा सकेगा. ऐसे में सभी लोग मतदान कर पाएंगे इसमें भी संकोच है.
परिणामों की तिथि पर भी शंका
प्रदेश में दो चरणों मे 22 और 23 फरवरी को मतदान होगा. इसके चार दिन बाद यानी 27 फरवरी को विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष व जिला महासचिव के परिणाम आएंगे. वहीं 28 फरवरी को यानी 5 दिन बाद प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश महासचिव के परिणाम घोषित किये जायेंगे. ऐसे में जब ऐप के जरिये मतदान हो रहा है ओर परिणाम इतने दिनों बाद आ रहें है तो इस पर भी सवाल उठना लाजमी है. क्योंकि मतदान के बाद ऐप पर सिर्फ एक क्लिक के बाद ही परिणाम सामने आ सकते है तो फिर परिणामों की घोषणा में इतनी देरी क्यों?
वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष चांदना भी कर चुके है विरोध
युवा कांग्रेस के अब तक के सभी मतदान बैलेट पेपर से हुए है. इस चुनाव में पहली बार मतदान मोबाइल ऐप के जरिए होगा. ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष पर चुनाव लड रहे सभी उम्मीदवारों ने प्रदेश चुनाव प्रभारी पलक वर्मा के समक्ष ऐप के जरिए मतदान होने का पिछले दिनों विरोध भी किया था. मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष अशोक चांदना ने भी राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखकर वोटिंग बैलेट पेपर से ही करवाने की मांग की थी. चांदना ने इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क से संबंधित इश्यू ओर मतदान की गोपनीयता भंग होने की संभावना भी जताई थी.
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लम्बे समय से मीडिया प्रभारी होने के चलते महासचिव पद पर राहुल खान पड़ रहे भारी
बता दें, प्रदेश अध्यक्ष पर इस चुनाव में 9 उम्मीदवार मैदान में है. इस मुकाबले को शुरू से ही अमरदीन फकीर, मुकेश भाकर व सुमित भगासरा के बीच त्रिकोणीय माना जा रहा है. वहीं अब बात करें प्रदेश महासचिव की तो इस पद के लिए 69 उम्मीदवार मैदान में है. इन सभी में से युवा कांग्रेस सोशल मीडिया टीम के प्रभारी राहुल खान का नाम सबसे ऊपर माना जा रहा है. राहुल पिछले काफी समय से प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी होने के चलते युवाओं के बीच काफी सक्रिय है. सोशल मीडिया के जरिये अपनी पहचान बनाने वाले राहुल को मतदाताओं का जबरदस्त समर्थन मिल रहा हैं. राहुल मूलत: सीकर के छोेटे से गांव से आते है ओर पिछले काफी समय से युवा कांग्रेस कार्यालय पर ही निवास करते है.
गौरतलब है कि, यूथ कांग्रेस के पांच पदों प्रदेश अध्यक्ष, महासचिव, जिला अध्यक्ष, महासचिव और विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष पद पर होने वाले चुनाव में प्रदेशभर से करीब चार लाख दस हज़ार रजिस्टर्ड मतदाता सेल्फ वोटिंग ऐप के जरिए मतदान करेंगे. जो सर्वाधिक वोट प्राप्त करेगा वह प्रदेश अध्यक्ष पद पर निर्वाचित होगा. वहीं अध्यक्ष पद पर चुनाव हारने वाले उम्मीदवारों में से सर्वाधिक वोट लाने वाले चार प्रत्याशियों को उपाध्यक्ष बनाया जायेगा जिसमें दो सामान्य वर्ग से, एक महिला वर्ग और एक एससी-एसटी से होगा.
प्रदेश महासचिव के लिए सीधा चुनाव होगा इनमें से पहले 12 नंबर तक आने वाले उम्मीदवारों को महासचिव बनाया जाएगा. वहीं इसके बाद आने वाले 39 उम्मीदवारों को प्रदेश सचिव बनाया जायेगा. इसी प्रकार प्रदेश कांग्रेस संगठन के 39 जिलों में जिलाध्यक्ष और महासचिव के लिए सीधे सीधे चुनाव होंगे वहीं हारने वाले उम्मीदवारों में से जिला उपाध्यक्ष और सचिव बनाया जायेगा. इसके साथ ही 200 विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष का भी चुनाव होगा.