Politalks.News/Rajasthan. मंत्रिमंडल पुनर्गठन के काउंटडाउन के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर हैं. सीएम गहलोत ने आज भी कहा कि गृहमंत्रालय में हमारी सरकार को गिराने का षड्यंत्र करने का आरोप लगाया है. सीएम गहलोत के आरोपों पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने मोर्चा संभाला है. पूनियां ने पलटवार करते हुए कहा है कि, ‘प्रदेश के मुखिया गहलोत की फितरत है कि राज्य सरकार की विफलताओं को छिपाने के लिए बात-बात पर केंद्र पर आरोप लगा रहे हैं. गहलोत हमेशा प्रदेश की जनता को गुमराह करने की विफल कोशिश करते हैं’. भाजपा के ‘प्रधान’ पूनियां गहलोत सरकार और कांग्रेस पर जमकर हमला साधते हैं.
अपनी विफलता छिपाने के लिए केन्द्र पर लगाते हैं झूठे आरोप- पूनियां
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने सीएम गहलोत और कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि, ‘मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की फितरत है कि राज्य सरकार की विफलताओं को छिपाने के लिये बात-बात पर केन्द्र को आरोपित करके प्रदेश की जनता को गुमराह करने की विफल कोशिश करते हैं. देश और प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार की नीयत और हक़ीक़त जान चुकी है, इसलिये 50 वर्षों तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी के विचार को नकार दिया गया है’
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‘कुर्सी जाने के भय से ग्रसित हैं सीएम गहलोत, इनका पार्टी में ही विरोध’
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने सीएम गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि, ‘अशोक गहलोत कुर्सी जाने के भय से ग्रसित हैं, उनकी पार्टी में ही उनका बड़ा विरोध है, शासक के तौर पर वह पूरे तरीक़े से विफल साबित हुए हैं, वो प्रधानमंत्री और केन्द्र सरकार पर झूठे व तथ्यहीन आरोप लगातार अपनी हताशा प्रकट करते हैं और जनता तथा कांग्रेस पार्टी के भीतर सहानुभूति बटोरने की कोशिश करते हैं.’ पूनियां ने एक बार फिर कहा कि, ‘कांग्रेस सरकार नैतिक रूप से कमजोर है, जो आपसी झगड़े से खुद ही एक दिन गिर जायेगी’.
पूनियां ने कई मुद्दों पर गहलोत सरकार को घेरा
राजस्थान सरकार की विफलता गिनाते हुए पूनियां ने कहा कि, ‘प्रदेश में डेंगू की रोकथाम के लिए राज्य सरकार को गंभीरता से कार्य कर चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत है. गहलोत सरकार की तानाशाही कार्यशैली से नाराज इनके कई विधायक खुद की ही सरकार के खिलाफ कभी धरने पर बैठते हैं, तो कभी भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखते हैं’. कानून व्यवस्था को लेकर पूनियां ने कहा कि,’प्रदेश में कहीं भी बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक राजस्थान दुष्कर्म के मामलों पर शीर्ष पर है, साथ ही लूट, हत्या, डकैती, मॉब लिंचिंग इत्यादि अपराध भी लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के बजाय गहलोत बयानबाजी कर जनहित के मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहते हैं’. पूनियां ने कहा कि, ‘राज्य में ज्यादातार परीक्षाओं के पेपर लीक होने और भर्ती प्रक्रियाएं पूरी नहीं होने से युवा निराश और आक्रोशित है. सरकार की युवा विरोधी कार्यशैली से प्रदेश में बेरोजगारी दर बढ़कर 26 प्रतिशत से अधिक है’.
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‘सरकार अंतर्कलह की शिकार, इसका दुष्प्रभाव झेल रही जनता’
कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए पूनियां ने कहा कि, ‘क्या 50 सालों तक राज करके कांग्रेस ने देश में रामराज्य स्थापित कर दिया था? बेहतर होगा कि गहलोत राजस्थान की जनता के साथ न्याय करें और सम्पूर्ण किसान कर्जा माफी, बेरोज़गारी और क़ानून व्यवस्था के मुद्दे पर जनता को भरोसा दिलाएं और वादे पूरे करें’. पूनियां ने कहा कि, ‘सबको पता है कि एक समय कांग्रेस देश में महंगाई और भ्रष्टाचार की पर्याय बन गई थी, कांग्रेस सरकार अंतर्कलह की शिकार है, जिसका असर राजस्थान की जनता पर पड़ रहा है, जिससे विकास कार्य अवरुद्ध पड़े हैं’.