पिंकसिटी से लेकसिटी तक कार्यकर्ताओं ने लुटाया प्यार तो बोले पायलट- मिलेगा सम्मान तो फिर बनेगी सरकार

जयपुर से उदयपुर तक पायलट ही पायलट, स्वागत के लिए उमड़ा जनसैलाब, नारों की गूंज जयपुर होते हुए पहुंची दिल्ली, पायलट फिर बोले- 'मंत्रिमंडल को लेकर जो भी निर्णय लेना है वो लेना है हाईकमान और सरकार को, कार्यकर्तांओं को जल्द मिलेगा सम्मान तो हम फिर से बनाएंगे राजस्थान में सरकार', भाजपा को लिया आड़े हाथ, कांग्रेस ही भाजपा सरकार को दे सकती है टक्कर

जयपुर से उदयपुर तक पायलट ही पायलट
जयपुर से उदयपुर तक पायलट ही पायलट

Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में गहलोत मंत्रिमंडल पुनर्गठन और राजनीतिक नियुक्तियों का काउंटडाउन जारी है और किसी भी समय इसको लेकर घोषणा होने की संभावना जताई जा रही है. वहीं इन सब झंझावतों के बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का उदयपुर दौरा चर्चा का विषय बना हुआ है. बुधवार सुबह जयपुर से रवाना हुए सचिन पायलट का उदयपुर पहुंचने तक जगह-जगह स्वागत के लिए कार्यकर्ताओं ने पलक पावड़े बिछा दिए. जयपुर से उदयपुर तक आने वाली हर विधानसभा में जगह-जगह पायलट जोरदार स्वागत किया गया.

दरअसल, सचिन पायलट बुधवार को उदयपुर में वल्लभनगर विधायक प्रीति शक्तावत की बेटी की शादी में शिरकत करने पहुंचे. इससे पहले पायलट ने भीलवाड़ा में जैन संत महाश्रमण का सानिध्य भी प्राप्त किया. इस दौरान मीडिया से बातचीत में मंत्रिमंडल पुनर्गठन और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर आज भी सचिन पायलट अपने स्टैंड पर कायम नजर आए. पायलट ने कहा कि, ‘जो भी निर्णय लेना है वो हाईकमान और सरकार को लेना है’. वहीं पायलट ने विभिन्न मुद्दों पर केन्द्र की मोदी सरकार को भी जमकर घेरा. लेकिन आज का शक्ति प्रदर्शन जयपुर से दिल्ली के सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना रहा.

जो भी निर्णय लेना है वो हाईकमान और सरकार को है लेना- पायलट
जयपुर से उदयपुर जाते समय अजमेर में मीडिया से बातचीत में मंत्रिमंडल पुनर्गठन को लेकर पायलट ने फिर कहा कि, ‘जो भी निर्णय लेना है वह हाईकमान और सरकार को लेना है’. पायलट पहले भी इसी स्टैंड पर कायम रहे हैं कि जो भी निर्णय आलाकमान लेगा वो उन्हें मंजूर होगा.

यह भी पढ़ें- मंत्रिमंडल पुनर्गठन की बयार के बीच CM गहलोत के ताबड़तोड़ दौरे, चर्चा ये की चुनावी मोड़ में आए मुख्यमंत्री!

‘कार्यकर्ताओं को सम्मान देंगे, तो फिर बनेगी हमारी सरकार

टोंक विधायक सचिन पायलट ने राजस्थान में फिर से कांग्रेस की सरकार बनने का दावा करते हुए कहा कि, ‘जिन राज्यों में हम शासन कर रहे हैं हम जनता को और मजबूती देंगे उनके साथ और सहानुभूति दिखाएंगे तो निश्चित रूप से हमारी सरकार बनेगी, फिर चाहे वो पंजाब हो या चाहे राजस्थान हो’. मंत्रिमंडल पुनर्गठन और राजनीतिक नियुक्तियों के जल्द होने की उम्मीद जताते हुए पायलट ने कहा कि, ‘साल 2023 में राजस्थान में चुनाव होने हैं. 22-23 महीने का समय रह गया है. जिस तरह की सक्रियता सोनिया गांधी, AICC और प्रदेश की सरकार ने दिखाई है मुझे पूरा विश्वास है कि हम कार्यकर्ताओं को मान सम्मान देंगे. हम जनता के बीच में जाएंगे 2023 के चुनाव में भी निश्चित तौर पर कांग्रेस की सरकार राजस्थान में बनेगी’.

‘देश में चल रहा भाजपा का कुशासन’

वहीं सचिन पायलट ने विभिन्न मुद्दों को लेकर केन्द्र की मोदी सरकार और भाजपा को जमकर आड़े हाथ लेते हुए कहा कि, ‘भाजपा का जो देश में कुशासन चल रहा है, महंगाई है बेरोजगारी है किसान परेशान है उसके खिलाफ सारे कांग्रेस जन और कार्यकर्ता एकजुट होकर एक मुहिम छेड़े हुए हैं ताकि केंद्र सरकार की नींद खुले और जनता को कुछ राहत देने का काम केंद्र की सरकार करें. इस काम में हम कांग्रेस कार्यकर्ता लगे हुए हैं. 14 से 19 हमारी पार्टी का अभियान चल रहा है गांव ढाणी हम जा रहे हैं हम लोगों को जागरूक कर रहे हैं’. पायलट ने कहा कि, ‘पेट्रोल और गैस सिलेंडर हर कीमत आसमान छू रही है उसका कोई निराकरण नहीं हो रहा उद्घाटन हो रहे हैं भाषण हो रहे हैं और जनता त्राहि-त्राहि कर रही है उसको संभालने वाला कोई नहीं है. उस तरफ हम जनता का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं और सफलता हमको मिल रही है’.

यह भी पढ़ें- यूपी के चुनावी रण में कांग्रेस की अकेले उतरने की मजबूरी, पार्टी को अब प्रियंका की सक्रियता से चमत्कार की आस

‘राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस ही दे सकती है भाजपा को टक्कर’

मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए सचिन पायलट ने कहा कि, ‘भाजपा ने सरकार बनने से पहले वादा किया था कि 15 लाख रुपए हर खाते में देंगे, किसान की आमदनी दुगनी करेंगे, बेरोजगारी खत्म कर देंगे. इन तमाम मुद्दों पर सरकार विफल रही है. कांग्रेस की यह कोशिश रही है कि राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर विकल्प हम प्रस्तुत करें’. प्रियंका गांधी की तारीफ करते हुए पायलट ने कहा कि, ‘जिस प्रकार से प्रियंका गांधी मेहनत कर रही है उत्तर प्रदेश में वहां पर भी आज अगर भाजपा का कोई विकल्प है तो कांग्रेस पार्टी है क्योंकि कांग्रेस हर मुद्दे पर दलितों के महिलाओं के अत्याचार होता है तो कांग्रेस आगे आकर उसका विरोध करती है. इसलिए देशभर में भाजपा का कोई राष्ट्रीय स्तर पर कोई विकल्प बन सकता है तो वह कांग्रेस हैं’.

Leave a Reply