पॉलिटॉक्स ब्यूरो. आतंकवाद के आरोपों में वांछित विवादास्पद इस्लामी प्रचारक जाकिर नाईक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड करने और मोदी-शाह पर दिये बयान में अब दिग्विजय खुद ही फंसते नजर आ रहे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने हाल में एक वीडियो ट्वीटर पर अपलोड किया जिसमें एक शख्स जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के ऐवज में पीएम मोदी और अमित शाह द्वारा उनसे जुड़े मुकदमे वापिस लेने की बात कह रहा है. इस पर पलटवार करते हुए बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दिग्गी राजा के पास इस वीडियो के होने पर सवाल उठाते हुए पूछा कि आखिर दिग्विजय सिंह के पास ये खबर कहां से आई? क्या उनके तार जाकिर नाइक से जुड़े हुए हैं? अब इस पर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम को उलटा खुद ही सफाई देनी पड़ रही है.
दरअसल, हुआ कुछ यूं कि बुधवार को दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीटर हैंडल पर एक वीडियो अपलोड किया जिसमें एक शख्स की आवाज आ रही है कि जिसमें कथित रूप से जाकिर नाईक कह रहा है, ‘सितंबर, 2019 में मेरे पास मोदी और अमित शाह का एक दूत भेजा गया था. मुझसे कहा गया था कि अगर वे जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के भारत सरकार के कदम का समर्थन करते हैं तो सरकार मेरे खिलाफ दर्ज मामले वापस ले लेगी और मैं भारत लौट सकता हूं’.
इस अप्रमाणित दावे के आधार पर दिग्गविजय सिंह ने मोदी-शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस जाकिर नाइक को मोदी और शाह ने देशद्रोही करार दिया है, अगर वही शख्स इस तरह का बयान दे रहा है तो उन्हें इसका खंडन करना चाहिए. मेरा प्रश्न है कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की ओर से नाइक के इस बयान का आज तक खंडन क्यों नहीं किया गया?
Dr. Zakir Naik के खुलासे से हड़कंप, Modi के ऑफर को ठुकराया https://t.co/tG0mHoWmRs via @YouTube
ज़रूर देखें डॉ ज़ाकिर नाइक जिसे मोदी शाह “देश द्रोही” की श्रेणी में रखे हुए हैं उनके साथ भी मोदी शाह सौदे बाज़ी में लगे थे। उनकी strategy क्या है?— digvijaya singh (@digvijaya_28) January 15, 2020
नाईक के दावे को लेकर मोदी सरकार का बचाव करते हुए बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दिग्गी राजा पर हमला करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह के पास ये खबर कहां से आई है. क्या उनके तार जाकिर नाइक से जुड़े हुए हैं? विजयवर्गीय ने कहा कि मैं मोदी और शाह की टीम का आदमी हूं, लेकिन मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने दिग्विजय पर जबरन अफवाह फैलाकर देश का वातावरण प्रदूषित करने का आरोप लगाया.
अपने ही बयानों में घिरे दिग्विजय सिंह ने अब सफाई देते हुए कहा कि ये आरोप बिल्कुल गलत हैं. कांग्रेस ने कभी भी आधिकारिक रूप से जाकिर नाइक का समर्थन नहीं किया. यह सच है कि मैंने मुंबई में अपने मंच से एक सांप्रदायिक सद्भाव सम्मेलन को संबोधित किया था लेकिन भाषण के किसी भी बिंदु पर उन्होंने सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील बयान नहीं दिया.
Absolutely wrong allegation. Congress never officially supported Dr Zakir Naik. It is true I had addressed a Communal Harmony conference in Mumbai from his platform but you can go through his speech in that conference, at no point he made any communally sensitive statement. https://t.co/RwCWmD3EBQ
— digvijaya singh (@digvijaya_28) January 15, 2020
याद दिला दें, इससे पहले दिग्विजय सिंह ने एनआरसी पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके माता पिता का जन्म प्रमाणपत्र दिखाने को भी कहा था. राज्यसभा सांसद ने कहा, ‘मोदी अपने पिता और माता का जन्म प्रमाणपत्र हमें बता दें. इसके बाद हम सब कागज दे देंगे’.