उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में शाहजहांपुर की एलएलएम छात्रा ने आखिर स्वामी चिन्मयानंद (Swami Chinmayanand) पर रेप का आरोप लगा दिया. इसके साथ ही यह भी कहा कि चिन्मयानंद साल भर तक उसका शोषण करते रहे. उन्होंने कई लड़कियों की जिंदगी खराब की है. मेरे पास इसके सबूत हैं, जिनमें वीडियो क्लिप भी शामिल है. किसी ने उनके खिलाफ आवाज नहीं उठाई, उन सभी लड़कियों की तरफ से पहली बार मैं आवाज उठा रही हूं. पीड़िता 11 घंटे तक एसआईटी की पूछताछ के बाद पत्रकारों से बात कर रही थी.

पीड़िता ने आरोप लगाया कि शाहजहांपुर पुलिस (Shajhapur Police) ने इस मामले की रिपोर्ट दर्ज नहीं की. मेरे पिता जिला मजिस्ट्रेट के पास यौन उत्पीड़न की शिकायत करने पहुंचे, तब डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने उनको धमकाते हुए कहा कि गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दो. जिला प्रशासन से कोई सहायता नहीं मिलने के बाद उसे दिल्ली पहुंचकर एफआईआर दर्ज करवानी पड़ी. दिल्ली पुलिस ने दक्षिण दिल्ली के लोधी रोड पुलिस थाने पर जीरो नंबर से एफआईआर दर्ज कर उसे उत्तर प्रदेश के डीजीपी के साथ भेज दिया था.

चिन्मयानंद पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री हैं, उप्र के कद्दावर भाजपा नेता (BJP Leader) हैं और शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय के चेयरमैन और प्रबंध समिति के अध्यक्ष हैं, जहां पीड़िता पढ़ रही थी. शाहजहांपुर में चिन्मयानंद का भव्य आश्रम है. पीड़िया का आरोप है कि उसके साथ जिला प्रशासन की कोई सहानुभूति नहीं है. उसने सबसे पहले 23 अगस्त को फेसबुक पर एक वीडियो वायरल करते हुए चिन्यानंद का नाम लिए बगैर कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने के आरोप लगाए थे. चिन्मयानंद को उसने संत समाज का बड़ा नेता कहते हुए संबोधित किया था. इसके बाद वह पहले राजस्थान, फिर दिल्ली पहुंची थी.

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इस बीच कुछ वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाकर इस मामले में अदालत से स्वतः संज्ञान लेने का अनुरोध किया था. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर उप्र सरकार ने तीन सितंबर को SIT का गठन किया था. एसआईटी का नेतृत्व आईजी नवीन अरोड़ा कर रहे हैं. इस मामले में शाहजहांपुर पुलिस ने 27 अगस्त को चिन्मयानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली थी.

उप्र पुलिस की एसआईटी ने रविवार दोपहर बाद से पीड़िता के परिजनों के बयान दर्ज करना शुरू किया. पीड़िता ने बताया कि एसआईटी उससे करीब 11 घंटे पूछताछ कर चुकी है. सबकुछ बताने के बाद भी स्थानीय पुलिस ने अब तक चिन्मयानंद को गिरफ्तार नहीं किया है. पीड़िता के मुताबिक कॉलेज होस्टल के जिस कमरे में वह रहती थी, उसे पुलिस ने सील कर दिया है. उस कमरे को मीडिया की मौजूदगी में खोला जाना चाहिए. पीड़िता के पिता का कहना है कि उनकी बेटी ने जो आरोप लगाए हैं, वे सही हैं.

चिन्मयानंद के वकील ने कहा कि यह आरोप ब्लैकमेल करने और बदनाम करने की साजिश है. कुछ दिन पहले अज्ञात लोगों ने पांच करोड़ रुपए का मांग करते हुए फोन किया था. इस मामले की जांच उप्र पुलिस कर रही है. बहरहाल चिन्मयानंद पर रेप के आरोप नए नहीं हैं. आठ साल पहले भी शाहजहांपुर की एक महिला ने रेप का आरोप लगाया था. वह महिला चिन्मयानंद के आश्रम में रहती थी. उप्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद उनके खिलाफ मुकदमा वापस ले लिया गया था. इस फैसले को पीड़िता ने हाईकोर्ट में चुनौती थी. हाईकोर्ट से इस मामले में स्थगन मिला हुआ है.

चिन्मयानंद की उम्र 72 वर्ष है. उन्होंने इस मामले की तुलना भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर (Kuldeep Sanger) के मामले से की है. कुलदीप सेंगर फिलहाल रेप, हत्या और हत्या के प्रयास के आरोपों में जेल में बंद हैं. चिन्मयानंद ने कहा कि उन्हें भी सेंगर की तरह झूठे मामले में फंसाया जा रहा है. दूसरी तरफ चिन्मयानंद के खिलाफ आरोप लगाने वाली पीड़िता के परिजनों का कहना है उनका हस्र भी उन्नाव (Unnao Case) की पीड़िता के परिवार की तरह हो सकता है. उन्नाव की पीड़िता के परिवार के कुछ सदस्यों की संदिग्ध तरीके से हत्या हो चुकी है.

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