पॉलिटॉक्स न्यूज़. वारिस पठान इन दिनों अपने जहरीले बयान के चलते जमकर देशभर की मीडिया की सुर्खियों में हैं. इसी बीच एक मुस्लिम संगठन ने वारिस पठान का सिर काटकर लाने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है. उसके बाद ये मामला और भी हाईलाइट हो गया है. बता दें, एआईएमआईएम के प्रवक्ता वारिश पठान ने कर्नाटक के गुलबर्ग में एक भडकाउ भाषण देते हुए 15 करोड़ मुसलमानों के 100 करोड़ हिंदूओं पर भारी पड़ने की बात कही थी. उसके बाद कई हिंदू संगठनों के सामने आने के बाद अब मुस्लिम संगठनो ने भी उनके खिलाफ खुलकर सामने आ रहे हैं. याद दिला दें, वारिस पठान वही नेता हैं, जिनकी 2016 में महाराष्ट्र विधानसभा से सदस्यता इसलिए खत्म कर दी गई थी क्योंकि उन्होंने सदन में भारत माता की जय बोलने से इनकार कर दिया था.
अकबरुद्दीन ओवैसी ने 24 दिसम्बर2012 के अपने भड़काऊ भाषण में कहा था भारत मे मुस्लिम 15 करोड़ हैं ?
अब 2020 में ओवैसी का नेता वारिस पठान भी वही कह रहा है हम15 करोड़ हैं और भारत के 100करोड़ हिन्दुओं पे भारी पड़ेंगे?
इनका उसकी मकसद है क्या @HMOIndia मुझे बताओ pic.twitter.com/VjTeixyO0L— Rameshwar Arya (@RameshwarArya) February 19, 2020
सीएए के ख़िलाफ गुलबर्ग में रैली आयोजित करते हुए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के पूर्व विधायक और प्रवक्ता वारिस पठान ने बोलते हुए कहा, ‘हमारी (मुसलमानों की) संख्या अभी 15 करोड़ है लेकिन ये 100 करोड़ (हिंदूओं) पर भारी है. अगर ये 15 करोड़ साथ में आ गए तो सोच लो उन 100 करोड़ का क्या होगा?’ यही नहीं, पठान ने 15 मिनट के अपने भाषण में ओवैसी को शेर बताते हुए सीएए के ख़िलाफ़ शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रही महिलाओं को शेरनियां बताया. पठान ने भीड़ को उकसाते हुए कहा कि हिंदुओं को हिलाना है और मोदी-अमित शाह के तख्त को गिराना है तो आवाज ऐसी बनानी है कि वो आवाज यहां से निकले और सीधे दिल्ली के अंदर जाकर गिरे.
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हालांकि जैसे ही भाषण पर बवाल उठना शुरु हुआ, सफाई देते हुए वारिस पठान ने कहा कि मैंने देश और किसी धर्म के खिलाफ कुछ भी गलत नहीं कहा. मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया. इस बयान को लेकर पठान के खिलाफ पुणे सहित अन्य जगहों पर भारतीय दंड सहिंता (IPC) की धारा 117, 153 (दंगा फैलाने के लिए भड़काना) और धारा 153ए (दो समूहों में नफरत फैलाना) के तहत शिकायत दर्ज कराई गई है.
वहीं बिहार के मुजफ्फरपुर में कंपनी बाग रोड स्थित कुछ हिंदू और मुस्लिम संगठनों एक साथ रोड पर आकर वारिस पठान के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान हाथों में बैनर लेकर निकले लोग पठान मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे. बैनर लिए चल रहे लोगों ने पठान के फोटो को जूतों से पीटना शुरू कर दिया और बाद में बैनर को आग के हवाले कर दिया. कुछ जगहों पर पठान का पुतला भी फूंका. मुजफ्फरपुर के एक अल्पसंख्यक सामाजिक संगठन ‘हक-ए-हिंदुस्तान मोर्चा’ ने वारिस पठान को देशद्रोही बताते हुए उनका सिर कलम करने वाले को 11 लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा कर दी.
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हक-ए-हिंदुस्तान मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक तमन्ना हाशमी ने कहा कि वारिस पठान की भाषा पाकिस्तान की भाषा है. ये देशद्रोहियों की भाषा है और हम अपने मोर्चा की तरफ से यह ऐलान करते हैं कि ऐसे आतंकियों का सिर कलम कर दिया जाए. उन्होंने वारिस पठान का सिर कलम करने वाले को 11 लाख रुपए का इनाम दिए जाने की बात की पुष्टि भी की.