कोरोना की लड़ाई महाभारत से कठिन, 21 दिन नहीं बल्कि 2021 तक चलने वाला है युद्ध: शिवसेना

प्रधानमंत्री मोदी पर भी साधा निशाना, 21 दिन में कोरोना की जंग जीतने वाले बयान पर किया तीखा वार, लॉकडाउन और अनलॉक प्रक्रिया पर भी उठाए सवाल

Uddhav Thackeray Saamna
Uddhav Thackeray Saamna

PoliTalks.News/Maharashtra. शिवसेना ने अपने मुखपत्र में लिखते हुए कोरोना की लड़ाई को महाभारत युद्ध से भी कठिन बताया है. सामना के संपादकीय में लिखा कि महाभारत की लड़ाई तो 18 दिन में समाप्त हो गई थी लेकिन कोरोना 100 दिन बाद भी मैदान में डटा हुआ है और जो इससे लड़ रहे थे वे थककर बैठ गए हैं. वहीं शिवसेना ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसा आत्मविश्वास जताया था कि हम 21 दिनों में कोरोना युद्ध जीत कर ही रहेंगे, लेकिन 100 दिनों के बाद भी कोरोना तबाही मचा रहा है. लॉकडाउन और फिर उसके बाद शुरू हुई अनलॉक प्रक्रिया पर भी सामना में सवाल उठाए गए हैं.

संपादकीय में शिवसेना ने पीएम मोदी के 21 दिनों में कोरोना युद्ध जीतने वाले बयान पर तंज कसते हुए लिखा कि हालात इतनी जल्दी नहीं सुधरने वाले. कोरोना की लड़ाई महाभारत की लड़ाई से भी कठिन है. महाभारत का युद्ध 18 दिनों तक चला लेकिन कोरोना का यह युद्ध 21 दिन नहीं, 2021 तक चलने वाला है.

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लॉकडाउन और फिर उसके बाद शुरू हुई अनलॉक प्रक्रिया पर भी सामना में सवाल उठाए गए हैं. मुखपत्र में लिखा, ‘लॉकडाउन की तरह ही अनलॉक किए जाने पर भी सवाल उठ रहे हैं. लगातार ऐसे सवाल पूछे जा रहे हैं, जैसे लॉकडाउन का नियोजन नहीं किया, वैसा ही अनलॉक के बारे में भी हो रहा है क्या? ये खोलो, वो खोलो, लोगों को बाहर निकलने दो, कितने दिनों तक लोगों को बंद रखना चाहते हो? लेकिन घर से बाहर निकलते ही कोरोना के दूत बैठे ही हुए हैं.’

सामना में चीन के साथ जारी तनाव पर लिखा हुआ है. सामना में इस संबंध में कहा गया, ‘हमें इस तथ्य को स्वीकार करना होगा कि सीमा पर चीन का और देश में चीनी वायरस का संकट जारी रहेगा. चीन के साथ जीना संभव नहीं है लेकिन पड़ोसी व्यवहार निभाना ही पड़ता है. उसी तरह देश को भी कोरोना के साथ रहकर जीना सीखना होगा.’

‘महाजॉब्स’ वेबसाइट का लोकार्पण

कोरोना काल में लाखों पढ़े लिखे लोग बेरोजगार हो गए हैं और ऐसे लोगों पर रोजी रोटी का संकट मंडराने लगा है. इसके लिए उद्धव सरकार ने ‘महाजॉब्स’ वेबसाइट का लोकार्पण किया है. महाजॉब्स पोर्टल में इंजीनियरिंग, लॉजिस्टिक, केमिकल समेत 17 क्षेत्रों का चयन किया गया है. इससे 950 व्यवसायों में इच्छुक उम्मीदवार नौकरी की तलाश कर सकेंगे. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पोर्टल http://mahajobs.maharashtra.gov.in के माध्यम से भूमिपुत्रों को रोजगार मिलने की अपेक्षा जताई है. साथ ही वेबसाइट की नियमित समीक्षा का भी निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि महाजॉब्स पोर्टल बेरोजगारों का पंजीयन करने वाला नहीं बल्कि बेरोजगारों को काम उपलब्ध कराने वाला होना चाहिए.

इस मौके पर प्रदेश के कौशल्य विकास मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि कौशल्य विकास विभाग के महास्वंय पोर्टल और उद्योग विभाग के महाजॉब्स पोर्टल को जोड़ा जाएगा जिससे इससे रोजगार के संबंध में दोनों पोर्टल पर एकीकृत जानकारी मिल सकेगी. वहीं प्रदेश के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने बताया कि पोर्टल पर नौकरी के लिए पंजीयन करने वाले बेरोजगारों के पास डोमेसाइल प्रमाण पत्र होना अनिवार्य होगा।. इससे उद्योगों में 80 प्रतिशत भूमिपुत्रों को रोजगार देने के सरकार के नियम का पालन अपने आप होगा.

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