कांग्रेस के राज में दलितों पर बढ़ा अत्याचार- बीजेपी, बीजेपी कर रही ओछी राजनीति- कांग्रेस का पलटवार

मदन दिलावर व गोठवाल की चेतावनी- जनता न्याय लेना जानती है, दलित सड़कों पर आ गए तो सरकार को दिक्कत होगी, कांग्रेस नेत्री अर्चना शर्मा का जवाब- राजस्थान में कानून व्यवस्था बिल्कुल कंट्रोल में है, लेकिन बीजेपी के नेता कोरोना काल में कर रहे हैं ओछी राजनीति

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Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में दलित अत्याचार के बहाने भाजपा ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा है, तो वहीं कांग्रेस ने इसको बीजेपी की ओछी राजनीति बताया है. रविवार को भाजपा प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर और प्रदेश मंत्री जितेन्द्र गोठवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार के राज में एससी- एसटी समुदाय के लोगों के खिलाफ अत्याचार के मामले बढ़े हैं. इस दौरान जितेन्द्र गोठवाल ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जनता न्याय लेना जानती है. हम नहीं चाहते कि कोई स्थिति बिगडे, लेकिन, दलित सड़कों पर आ गए तो सरकार को दिक्कत होगी. इस पर कांग्रेस नेत्री अर्चना शर्मा ने कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था बिल्कुल कंट्रोल में है, लेकिन बीजेपी के नेता कोरोना काल मे ओछी राजनीति पर उतर आए हैं.

भाजपा के प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के राज में दलितों पर अत्याचार बढ़ा है. पुलिस मुकदमे दर्ज नहीं कर रही है. दुष्कर्म के मामले में आदतन बताकर एफआर लगा दी जाती है तो वहीं, पैसे लेकर या देकर समझौते के लिए दबाव बनाया जाता है. मदन दिलावर ने इस दौरान विभिन्न जिलों में घटित मामलों को गिनाते हुए उदाहरण भी सामने रखे मदन दिलावर ने कहा कि 2019 में दलितों पर अत्याचार के 6794 प्रकरण दर्ज हुए थे, जबकि, 2018 में 4602 प्रकरण दर्ज हुये. जो कि वर्ष 2018 के मुकाबले 47 फीसदी ज्यादा थे. वहीं, वर्ष 2020 में जनवरी से लेकर जुलाई तक 4998 मुकदमे दर्ज हुए हैं. दिलावर ने आरोप लगाया कि कोरोना काल में 95 फीसदी मुकदमे बढे हैं.

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पीसी के दौरान भाजपा प्रदेश मंत्री जितेन्द्र गोठवाल ने कहा कि गूंगी बच्ची के साथ दुष्कर्म होने पर भी इस सरकार के राज में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज नहीं होता है. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस सरकार पर अम्बेडकर पाठक को बंद करने का आरोप लगाया गया तो वहीं, ये भी बताया गया कि भाजपा ने दलितों पर बढ़ते अत्याचार को लेकर राज्यपाल को भी ज्ञापन सौंपा है. हालांकि, प्रेस कांफ्रेस के दौरान मदन दिलावर ने ये भी कहा कि हमारे पास सिर्फ राज्यपाल को ज्ञापन देने का ही रास्ता हैं. लेकिन, उसका कोई असर होता नजर नहीं आ रहा है. वहीं गोठवाल ने चेतावनी देते हुए कहा कि जनता न्याय लेना जानती है. हम नहीं चाहते कि कोई स्थिति बिगडे, लेकिन, दलित सड़कों पर आ गए तो सरकार को दिक्कत होगी.

वहीं बीजेपी नेताओं के आरोपों पर पलटवार करते हुए पूर्व प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष अर्चना शर्मा ने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगाए रहे हैं. सुर्खियों में आने के लिए प्रदेश भाजपा नेताओं में आपाधापी मची है. वे अपने विगत शासनकाल को याद करें, जब समाज का प्रत्येक वर्ग प्रताड़ित था. अर्चना शर्मा ने कहा कि भाजपा शासित राज्य एमपी, गुजरात, बिहार, उत्तर प्रदेश् चले जाएं वहां समाज कितना उत्पीड़ित है. वहां की सरकारों की कार्यप्रणाली से लोगों में कितना आक्रोश है. जनता अगर उत्पीड़न का शिकार होती तो खुद ही आक्रोशित हो जाती है. अर्चना शर्मा ने कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था बिल्कुल कंट्रोल में है, लेकिन बीजेपी नेता कोरोना काल मे ओछी राजनीति पर उतर आए हैं.

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