Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनियां ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा नकारात्मक राजनीति करने के आरोपों का खंडन किया है. डाॅ. पूनियां ने सीएम गहलोत के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि धनबल और बाहुबल से सत्ता बचाने का खेल कांग्रेस की संस्कृति है, जो कि हाल ही में राजस्थान की जनता ने देखा. भाजपा इस तरह के किसी भी षडयंत्र में शामिल नहीं थी. यह कांग्रेस के घर का अन्दरूनी झगड़ा और उनकी पार्टी का विग्रह था, जिसको कांग्रेस नेतृत्व और मुख्यमंत्री गहलोत संभाल नहीं पाये.
राजस्थान में कांग्रेस सरकार के सियासी संकट पर की गई बयानबाजी पर सतीश पूनियां ने बीजेपी नेताओं का बचाव किया. बीजेपी नेताओं की बयानबाजी पर सतीश पूनियां ने कहा कि बयानों का मंतव्य सिर्फ इतना था कि दो साल में गहलोत सरकार पूरी तरह से अकर्मण्य साबित हुई है, हर मोर्चे पर विफल साबित हुई, भ्रष्टाचार एवं अराजकता इस सरकार के पर्याय बन गये हैं. यह सरकार अपने बोझ और अपने कर्मों से ही गिरेगी.
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष पूनियां ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत को उनकी अपनी पार्टी के विधायक एवं आदिवासी नेता महेन्द्रजीत सिंह मालवीय के बयान को देख लेना चाहिए कि किसने हाॅर्स ट्रेडिंग की? किसने प्रोत्साहित किया? ‘‘अशोक गहलोत जी, घोड़ा खरीद या आपके शब्दों में बकरा मंडी जो भी आप विधायकों को मानते हैं, कृपया इस पर प्रकाश डालें’’ यह मेरी बात को पुख्ता करते हैं कि बाड़ाबंदी के दौरान किस तरीके से प्रलोभन दिया गया और विधायकों के रेट भी आपने ही 25 करोड़ और 35 करोड़ बताये थे. अब मुख्यमंत्री स्वयं बतायें कि सरकार बचाने के लिए विधायकों को क्या-क्या प्रलोभन दिये? मुख्यमंत्री अपने गिरेबा में झांके तो अच्छा होगा.
हम बोलेंगे तो बोलोगे कि बोलता है…@ashokgehlot51 जी,"घोड़ा खरीद" या आपके शब्दों में "बकरा मंडी" जो भी है, पर कृपया प्रकाश डालें;भाषण देने वाले @INCIndia के शीर्ष नेता आपकी बाडेबंदी के दौरान मेरे द्वारा उठाये गये सवालों की पुष्टि कर रहे हैं। https://t.co/Z8cdoNNDFZ pic.twitter.com/KKklTzZmnM
— Satish Poonia (@DrSatishPoonia) November 27, 2020
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा कोरोना प्रबन्धन और अपराधों पर लगाम नहीं लगा पाने एवं प्रदेश को नहीं संभाल पाने की हताशा साफ दिखती है. वहीं बीजेपी ने कोरोना के पूरे कालखण्ड में सेवा के संकल्प के साथ राज्य सरकार के साथ मिलकर कार्य किया और अपने आपको सरकार के सहयोग के लिए प्रस्तुत किया.
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सतीश पूनियां ने कहा कि गहलोत सरकार ने केन्द्र सरकार द्वारा प्रत्येक जरूरतमंद को दिए जा रहे राशन और चिकित्सा सुविधाओं को जनता तक पहुंचाने में भी राजनीति की. राजस्थान में विगत दिनों में कोरोना संक्रमण और मौतों का आंकड़ा किस तरीके से बढ़ा है, वो जनता के सामने है, इसलिए मुख्यमंत्री अपनी कमजोरियां छुपाने के लिए इस तरीके की बयानबाजी कर रहे हैं. हालात यह है कि गहलोत सरकार के चिकित्सा मंत्री खुद कोरोना पाॅजिटिव होकर भी आरयूएचएस का दौरा करते हैं और उसके दूसरे ही दिन ऑक्सीजन की कमी से कई कोरोना मरीज काल कलवित हो जाते हैं, ऐसी दर्दनाक घटनाएं राजस्थान की बिगड़ी स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल खोलती हैं.