राजस्थान में तय समय पर होंगी 10वीं 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं, शिक्षा विभाग की बैठक में लिए गए अहम फैसले

'कोरोना की तीसरी लहर की आहट के बीच राजस्थान बोर्ड 10वीं 12वीं की परीक्षाएं नहीं होंगी प्रभावित, शिक्षा विभाग की हुई अहम बैठक में लिया गया फैसला, कोविड गाइडलाइंस तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए 3 मार्च से किया जाएगा परीक्षा का आयोजन, साथ ही नकल करने वाले परीक्षार्थियों के विरुद्ध की जायेगी कठोर कार्यवाही'

शिक्षा विभाग की बैठक में लिए गए अहम फैसले
शिक्षा विभाग की बैठक में लिए गए अहम फैसले

Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान (Rajasthan) में लगातार बढ़ रहे कोरोना (Corona) के कहर ने जनता के मन में दहशत को पैदा कर दिया है. लगातार कोरोना के नए मामलों में होता इजाफा तीसरी लहर के संकेत दे रहा है. कोरोना की पहली और दूसरी लहर के कारण सबसे ज्यादा क्षेत्र जो प्रभावित हुआ है वो है शिक्षा. बीते 2 साल में प्रदेश की सभी स्कूलें अपनी पूरी क्षमता के साथ नहीं चली हैं. ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर की आहट भर से ही छात्रों के मन में सवाल खड़े होने लगे कि क्या आगामी परीक्षाओं पर भी पिछली बार की तरह कोरोना के बादल छा जाएंगे? लेकिन ऐसा नहीं है. साल 2022 में राजस्थान बोर्ड 10वीं 12वीं की परीक्षाएं कोरोना महामारी के चलते प्रभावित नहीं होंगी.

10वीं 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के संचालन को लेकर कई सारे सवाल खड़े हो रहे थे. लेकिन राजस्थान शिक्षा विभाग ने सोमवार को यह फैसला लिया कि 2022 में राजस्थान बोर्ड की 10वीं 12वीं की परीक्षाएं कोरोना महामारी के चलते प्रभावित नहीं होंगी. सोमवार को शिक्षा मंत्री (Education Minister) बीडी कल्ला (BD Kalla) ने कहा कि ‘कोविड गाइडलाइंस तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए 3 मार्च से राजस्थान में 10वीं 12वीं बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन किया जायेगा. बोर्ड परीक्षा कोरोना से प्रभावित नहीं होंगी. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार ही प्रदेश में बोर्ड परीक्षाएं आयोजित होंगी.’

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शिक्षा मंत्री बुलाकी दास कल्ला ने आगे कहा कि, ’60 उत्तर पुस्तिका संग्रहण /वितरण केंद्रों व सभी संवेदनशील/ अति संवेदनशील परीक्षा केंद्रों सहित लगभग 300 केंद्रों पर सीसीटीवी द्वारा निगरानी रखी जाएगी. सभी केंद्रों पर क्षमता से कम परीक्षार्थी बिठाए जायेंगे तथा मास्क व सैनिटाइजर की व्यवस्था की जायेगी.’ वहीं परीक्षाओं में लिप्त नकल गिरोह का जिक्र करते हुए बीडी कल्ला ने कहा कि, ‘नकल करने वाले परीक्षार्थियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी.’

इस दौरान शिक्षा मंत्री ने कहा कि, ‘इसी महीने 17 जनवरी से शुरू हो रही 12वीं की प्रायोगिक परीक्षाएं भी निर्धारित समय पर ही आयोजित होंगी तथा परीक्षाओं के लिए स्थानीय अध्यापक ही नियुक्त किए जायेंगे.’ शिक्षा मंत्री ने कहा कि, ‘कुल 6074 केंद्रों पर 20 लाख से अधिक विद्यार्थी परीक्षा देंगे. परीक्षाओं के सफल व सुरक्षित आयोजन हेतु कुल 2874  होमगार्ड और लगभग 830 पुलिस जाप्तों की नियुक्ति की जाएगी.’ वीसी के माध्यम से हुई बोर्ड परीक्षाओं को लेकर गठित उच्च अधिकार प्राप्त समिति की बैठक में आज ये सब फैसले लिए गए. इस बैठक में शिक्षामंत्री बीडी कल्ला, एसीएस पीके गोयल, बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारौली सहित शिक्षा विभाग, गृह विभाग, बोर्ड, उच्च शिक्षा विभाग, होमगार्ड के आला अधिकारी मौजूद रहे.

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शिक्षा विभाग की इस बैठक में परीक्षाओं के सही और पारदर्शी संचालन के लिए रणनीति तैयार की गई. साथ ही प्रश्न पत्रों के वितरण, केंद्रों पर पहुंचाने व सुरक्षित रखने को लेकर भी मंथन हुआ. परीक्षा केंद्र, असंवेदनशील और संवेदनशील केंद्रों पर सुरक्षा के उपाय करने पर गहन चर्चा हुई. यहां आपको बता दें कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश के बहुत से परीक्षार्थी और अभिभावक पिछले साल की तरह इस साल भी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे थे तो वहीं  बहुत से विद्यार्थी लगातार शिक्षा विभाग से बोर्ड परीक्षा की स्थिति साफ करने की मांग कर रहे थे.

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