राजस्थान में 100 से ज्यादा विधायक गहलोत के साथ, नेतृत्व परिवर्तन का नहीं है सवाल- चौधरी

राजस्व मंत्री ने राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों पर लगाया विराम, हरीश चौधरी का बड़ा बयान- राजस्थान और पंजाब की स्थितियां अगल, नेतृत्व परिवर्तन का नहीं है सवाल, यहां 100 से ज्यादा विधायक है गहलोत से साथ, पंजाब में विधायक चाहते थे हटें कैप्टन, चौधरी ने खुद के पावर सेंटर होने से किया इनकार, चौधरी के बयान ने पायलट कैंप को दिया झटका

नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों पर लगा विराम...
नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों पर लगा विराम...

Politalks.News/Rajasthan. पंजाब के बाद कांग्रेस आलाकमान का राजस्थान में सुलह पर फोकस है. पंजाब में कांग्रेस आलाकमान के एक्शन के बाद राजस्थान में भी नेतृत्व परिवर्तन को लेकर संशय बना हुआ है. लेकिन नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों पर राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने करीब-करीब विराम लगा दिया है. राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि, ‘राजस्थान और पंजाब में अंतर है. स्टोरीज और रियलिटी में भी अंतर होता है. राजस्थान के विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ हैं. यहां नेतृत्व परिवर्तन का सवाल नहीं उठता. दोनों राज्यों को एक साथ जोड़कर नहीं देखा जा सकता’. चौधरी ने कहा कि ‘राजस्थान में 100 से ज्यादा विधायक सीएम गहलोत के साथ हैं’. चौधरी ने कोविड प्रबंधन सहित विभिन्न कामों को लेकर गहलोत सरकार के कामों की तारीफ की. सियासी गलियारों में अब इस बयान को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है.

‘कांग्रेस विधायकों ने की थी अमरिंदर सिंह को हटाने की मांग’
राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि, ‘पंजाब में कांग्रेस के विधायकों ने पत्र लिखकर अमरिंदर सिंह को हटाने की मांग की थी. पंजाब के बदलाव में मेरी कोई भूमिका नहीं थी. मेरा रोल बहुत लिमिटेड था. कांग्रेस का नेतृत्व मजबूत था है और रहेगा‘. चौधरी ने कहा, ‘सब कुछ डेमोक्रेटिक ढंग से हुआ है. पार्टी ने अमरिंदर सिंह को काफी अवसर दिए. अपमानित करने के आरोप गलत हैं. विधायकों ने इसकी मांग की थी. पार्टी मे बात रखने का सबको अधिकार है. राजस्थान और पंजाब में अंतर है’.

‘संगठन में अपनी बात करने का अधिकार

जयपुर में सोमवार को आयोजित प्रेसवार्ता में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि, ‘राजस्थान में भी अपनी बात रखने की संगठन में व्यवस्था है. स्टोरीज और रियलिटी में भी अंतर होता है’. चौधरी ने पत्रकारों को उनके फिल्ड का उदाहरण दे दिया. आलाकमान की तारीफ करते हुए चौधरी ने कहा कि, ‘फैसले लेने का अधिकार आलाकमान को होता है, किसको क्या बनाया जाए‘.

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राजस्थान में खेमा नहीं, मत अलग हो सकते हैं, कैबिनेट सीएम का अधिकार’

राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि, ‘राजस्थान में मुझे कोई खेमा नजर नहीं आ रहा है. मत अलग-अलग हो सकते हैं. कैबिनेट का अधिकार मुख्यमंत्री को होता है. सलाह देने का अधिकार सभी को है. मुख्यमंत्री स्वस्थ नहीं होने की वजह से दिल्ली नहीं जा पाए. पार्टी को कई मसलों पर उनकी सलाह चाहिए होती है. सचिन पायलट हमारे परिवार के सदस्य हैं. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मुखिया हैं. उनके बीच मुलाकातें लाजिमी हैं. पंजाब में हम ऐतिहासिक सॉल्यूशन लेकर आए. सख्त फैसले पार्टी में होते आए हैं और आगे भी होंगे. पॉवर पॉलिटक्स सबसे घातक चीज है. इससे मैं अछूता रहना चाहता हूं’. चौधरी ने कहा कि, ‘मैं पावर सेंटर नहीं है’.

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प्रशासन गांवों के संग अभियान होगा ऐतिहासिक

प्रशासन गांवों के संग अभियान सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर मंत्री हरीश चौधरी की प्रेस वार्ता की इस दौरान चौधरी ने कहा कि, ‘2 अक्टूबर को मुख्यमंत्री अभियान की शुरूआत करेंगे. अभियान के दौरान 21 विभागों के कामों का निस्तारण किया जाएगा. चौधरी ने बताया कि इस बार ऐतिहासिक रूप से जनता के काम होंगे

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