कांग्रेस की वर्तमान स्थिति पर दिग्गजों का तंज, हवेली तो दूर, नहीं बची झोपड़ी, आत्मचिंतन की जरुरत

NCP प्रमुख शरद पवार द्वारा कांग्रेस की जमींदार से तुलना करने वाला बयान बना चर्चा का विषय पवार ने जमींदार की कहानी सुनाकर कांग्रेस को दी सीख लेने की सलाह, तो पवार के बयान पर जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कसा जोरदार तंज, 'यदि कांग्रेस सोचती है कि बीजेपी और पीएम मोदी की जब भी छवि डाउन होगी तो उनको मिल जायेगी सत्ता तो ये है उनका सियासी सपना'

कांग्रेस की वर्तमान स्थिति पर दिग्गजों का तंज
कांग्रेस की वर्तमान स्थिति पर दिग्गजों का तंज

Politalks.news/Maharashtra. देश के राजनीतिक गलियारों में कभी सबसे बड़ी पार्टी माने जाने वाली कांग्रेस आज हाशिये पर खड़ी है. चुनावों में कांग्रेस के लगातार गिरते प्रदर्शन के बाद देश के कई दिग्गज नेता कांग्रेस को आत्मचिंतन की सलाह दे चुके हैं. कई राज्यों में कांग्रेस अपनी आंतरिक कलह से जूझ रही है. कांग्रेस आलाकामन इस अंतरकलह को पूरी तरह ख़त्म करने में फिलहाल तो नाकामयाब दिख रहा है और यही वजह है कि कांग्रेस अन्य पार्टियों की तुलना में पिछड़ती जा रही है. जहां एक कांग्रेस पार्टी का एक गुट राहुल गांधी के साथ खड़ा है तो दूसरा गुट उसके विपरीत. तो वहीं NCP प्रमुख शरद पवार एवं JDU नेता के तंज भरे बयान ने कांग्रेस को अंदर तक हिला कर रख दिया है. शरद पवार ने जहां कहा कि कांग्रेस अब कश्मीर से कन्याकुमारी तक वैसी नहीं रही, जैसे पहले कभी वह रहा करती थी. तो वहीं JDU नेता केसी त्यागी ने शरद पवार के बयान का सहारा लेते हुए कांग्रेस पर जोरदार तंज कसा.

कश्मीर से कन्याकुमारी तक अब पहले जैसी नहीं है कांग्रेस- पवार
एक निजी मीडिया समूह को दिए अपने इस इंटरव्यू में जब NCP प्रमुख शरद पवार से सवाल पूछा गया कि आगामी आम चुनाव में संयुक्त विपक्ष का चेहरा कौन हो सकता है? क्योंकि जब जब ममता बनर्जी की विपक्ष के नेता के रूप में बात होती है तो कांग्रेस के कई नेता कहते हैं कि नहीं हमारे नेता तो राहुल गांधी हैं. इस सवाल के जवाब में पवार ने कहा कि जब भी इस तरह का कोई प्रश्न होता है तो कांग्रेस नेता ज्यादा ही संवेदनशील हो जाते हैं. पवार ने आगे कहा कि ‘मैं पहले भी यूपी के कुछ जमींदारों की कहानी सुना चूका हूँ जिनके पास बड़ी-बड़ी हवेलियां और जमीनें थीं, लेकिन लैंड सीलिंग एक्ट के बाद उनकी जमीनें सिकुड़ गई. लेकिन फिर भी जब वो सुबह सुबह उठकर उस जमीन को देखा करते हैं तो ये कहते हैं कि यह सब हमारा है. ठीक उसी तरह की हालत कांग्रेस की भी हो चुकी है और कांग्रेस को अपनी इस वास्तविकता को स्वीकार करना होगा.

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कांग्रेस को करनी चाहिए हकीकत स्वीकार- पवार
अपने इंटरव्यू के दौरान पवार ने आगे कहा कि आज कांग्रेस की अन्य विपक्षी दलों के साथ नजदीकी तभी बढ़ेगी, जब यह हकीकत स्वीकार करेगी कि अब वह कश्मीर से कन्याकुमारी तक नहीं रही. कांग्रेस पार्टी को इस पुरे मसले पर आत्मचिंतन की भी जरुरत है. क्योंकि कांग्रेस पहले भी अपने दम पर सरकार चला चुकी है लेकिन अब कॉग्रेस में वो ताकत नहीं बची जो पहले थी.

कांग्रेस की हवेली तो दूर झोपडी भी नहीं बची- त्यागी
तो वहीं NCP प्रमुख शरद पवार के बयान का सहारा लेते हुए JDU नेता केसी त्यागी ने कहा कि ‘पवार ने हवेली कहकर गलत कहा, हालांकि मैं उनके इस बयान से पूरी तरह सहमत हूं लेकिन आज कांग्रेस पार्टी के पास हवेली तो दूर, झोपड़ी भी नहीं बची है. केसी त्यागी ने आगे कहा कि यदि कांग्रेस पार्टी यह सोचती है कि बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जब भी छवि डाउन होगी तो उनको स्वतः ही सत्ता मिल जाएगी. लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं होगा क्योंकि यह उनका सिर्फ सपना ही रह जाएगा.

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पवार के बयान पर बोले चव्हाण
वहीं जब शरद पवार के द्वारा दिए गए इस बयान पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहता. शरद पवार एक सीनियर नेता है और उन्होंने अपनी एक राय रखी है. आज गणेश चतुर्थी का मौका है और आज के दिन मैं किसी भी तरह का कोई बयान नहीं दूंगा. शरद पवार और केसी त्यागी के बयान से यह साफ़ है कि कांग्रेस अब तक अपने पुराने ढर्रे के अनुसार ही काम कर रही है. इसका जीता जागता उदाहरण राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखण्ड और पंजाब कांग्रेस में छिड़ी आंतरिक कलह है.

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