सुशांत केस पर उद्धव-फडणवीस आमने सामने, ये वहीं मुंबई पुलिस जिसके साथ आपने 5 साल काम किया: सीएम उद्धव

बिहार के साथ साथ विपक्ष ने भी उठाई सीबीआई जांच की मांग, बीजेपी ने उठाए मुंबई पुलिस की जांच पर सवाल तो बचाव में उतरे उद्धव ठाकरे, कहा-बिहार बनाम महाराष्ट्र का झगड़ा न बनाए विपक्ष

Uddhav Thackeray Vs Devendra Fadanvis
Uddhav Thackeray Vs Devendra Fadanvis

PoliTalks.news/Maharashtra-Bihar. एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड मामले में अब महाराष्ट्र और बिहार सरकार आमने सामने हो गई हैं. बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी मामले की जांच सीबीआई को सौंपने को लेकर साफ तौर पर मुंबई पुलिस पर सहयोग न करने का आरोप मढ़ चुके हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित अन्य पार्टियों के नेता भी मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की बात कह चुके हैं. इधर, महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने भी सीबीआई जांच को लेकर सरकार को घेरा और पुलिस पर सवाल उठाए. इस मामले में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विपक्ष से बिहार बनाम महाराष्ट्र का झगड़ा न बनाने की अपील की. उन्होंने ये भी कहा कि अगर किसी के पास कोई सबूत है तो वो लाए, उसकी जांच कर दोषियों को सजा भी दी जाएगी.

वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का कहना है कि मैं उन लोगों की निंदा करना चाहूंगा जो पुलिस की दक्षता पर सवाल उठा रहे हैं. सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुंबई पुलिस असमर्थ नहीं है. अगर किसी के पास इस मामले के बारे में कोई सबूत है तो वो इसे हमारे पास ला सकते हैं और हम पूछताछ करेंगे, दोषी को सजा देंगे. लेकिन कृपया इस मामले को महाराष्ट्र और बिहार दो राज्यों के बीच विवाद पैदा करने के बहाने के रूप में इस्तेमाल न करें.

इससे पहले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाया था कि सुशांत सिंह केस में राज्य सरकार और मुंबई पुलिस लापरवाही बरत रही है. इस पर जवाब देते हुए सीएम उद्धव ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस को समझना चाहिए कि यह वही पुलिस है जिसके साथ उन्होंने पांच साल काम किया है. यह वही पुलिस है जिसने कोरोना के साथ लड़ाई के दौरान कई बलिदान दिए हैं. विपक्ष इंटरपोल या नमस्ते ट्रंप के फॉलोअर्स को भी जांच के लिए ला सकता है.

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इधर, दिल्ली के बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि महाराष्ट्र पुलिस लंबे वक्त से मामले की जांच कर रही है, लेकिन उन्हें पता ही नहीं चला कि 15 करोड़ रुपया खाते से निकल गया. ये कैसी जांच हो रही है. जब बिहार पुलिस ने मामले को संभाला तो सुशांत के परिजनों से पूछताछ में ये बात सामने आई कि सुशांत के खाते से कुछ ही वक्त में करीब 15 करोड़ रुपये निकाले गए थे. इस पर मुंबई पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये जा रहे हैं. बीेजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने भी मामले में सीबीआई जांच की मांग की है.

गौरतलब है कि कि सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को अपने मुंबई के फ्लैट में सुसाइड किया था. आरोप लगा कि उन पर दबाव था और वो डिप्रेशन में थे. इस मामले में मुंबई के अलावा अब पटना में केस दर्ज हुआ है और पटना पुलिस इसकी जांच कर रही है. जबकि सुप्रीम कोर्ट में सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती की ओर से याचिका दायर कर मामले की एक ही जगह जांच करने की अपील की गई है. उद्धव सरकार पहले ही मामले में सीबीआई जांच के लिए मना कर चुकी है. इस मामले में बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा है कि अगर सुशांत के पिता अगर सीबीआई जांच की मांग करते हैं तो केस CBI को दिया जा सकता है.

बिहार मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशांत सिंह के पिता केके सिंह ने केस दर्ज किया है. पुलिस का काम है उसी पर जांच करना और आगे बढ़ना. इसमें बिहार का कोई रोल नहीं है. जिन्होंने इस मामले में केस दर्ज किया है, अगर वो सीबीआई जांच की मांग करते हैं तो फिर राज्य सरकार इस पर सुझाव दे सकती है. बिहार सरकार सीबीआई जांच की सिफारिश कर सकती है.

इस बीच, शिवसेना के मंत्री अनिल परब ने मुंबई में बिहार पुलिस की मौजूदगी पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि बहुत सी बातों के बारे में अफवाहें फैलाई जा रही हैं. हम उन लोगों को बताना चाहते हैं कि उन्हें आगे आना चाहिए और पुलिस या मुंबई पुलिस के सामने बयान देना चाहिए. मुंबई पुलिस जांच करने में सक्षम है. ऐसे में बिहार पुलिस को इस तरह मुंबई आने की जरूरत नहीं है. शिवसेना के मंत्री ने कहा कि कोई भी शख्स खड़ा हो जा रहा है और सीबीआई जांच की मांग करने लग जा रहा है. सीबीआई जांच को लेकर कुछ नियम कायदे हैं. अगर सरकार को लगेगा कि करना चाहिए तो वो निर्णय लेगी. इसमें हो हल्ला मचाने की जरूरत नहीं है.

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