आत्मनिर्भर बने रहे देश को नेपाल श्रीलंका जैसे देशों से लेनी पड़ रही मदद- शिवसेना के निशाने पर PM मोदी

पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और मनमोहन सिंह समेत पूर्व प्रधानमंत्रियों द्वारा पिछले 70 वर्ष में बनाई गई व्यवस्था ने देश को कठिन समय से पार पाने में मदद की, मोदी नये संसद भवन और प्रधानमंत्री आवास के निर्माण के लिए कई करोड़ की सेंट्रल विस्टा परियोजना का काम रोकने को नहीं है तैयार- सामना में शिवसेना

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Politalks.News/MaharashtraPolitics. कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने पूरे देशभर में कोहराम मचाया हुआ है. एक तरफ देशभर में अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, रेमेडिसिवर इंजेक्शन सहित अन्य संसाधनों के लिए हाहाकार मचा हुआ है, यहां तक कि राज्य सरकारें खुद केन्द्र सरकार के आगे बेबस नजर आ रही हैं. वहीं केन्द्र सरकार की सुस्ती को लेकर सियासत भी गर्माई हुई है. भारतवर्ष में जारी कोरोना संक्रमण को लेकर शिवसेना ने शनिवार को मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा.

शिवसेना ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार कोरोना महामारी की स्थिति को संभालने में विफल साबित हो रही है. जब देश आत्मनिर्भर बनने की कोशिश कर रहा है, उस समय उसे नेपाल, श्रीलंका जैसे छोटे देशों तक से मदद लेनी पड़ रही है. साथ ही शिवसेना ने हमला बोलते हुए कहा है कि केंद्र सरकार कई करोड़ के सेंट्रल विस्टा परियोजना के काम को भी रोकने के लिए तैयार नहीं है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में लिखे संपादकीय में यह भी कहा है कि पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और मनमोहन सिंह समेत पूर्व प्रधानमंत्रियों द्वारा पिछले 70 वर्ष में बनाई गई व्यवस्था ने देश को कठिन समय से पार पाने में मदद की है जिसका सामना वह आज कर रहा है.

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भारत नेहरू-गांधी द्वारा बनाई गई व्यवस्था के सहारे
शिवसेना ने कहा, ”यूनिसेफ ने डर व्यक्त किया है कि भारत में जिस गति से कोरोना वायरस फैल रहा है उससे दुनिया को वायरस से खतरा है. इसने यह भी अपील की है कि अधिकतम देशों को कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत की मदद करनी चाहिए. बांग्लादेश ने रेमडेसिविर की 10,000 शीशियां भेजी हैं जबकि भूटान ने चिकित्सीय ऑक्सीजन. नेपाल, म्यांमा और श्रीलंका ने भी आत्मनिर्भर भारत की मदद की पेशकश की है.” इसमें कहा गया, ”साफ तौर पर, भारत नेहरू-इंदिरा गांधी द्वारा बनाई गई व्यवस्था के सहारे है. कई गरीब देश भारत को मदद की पेशकश कर रहे हैं. इससे पहले, पाकिस्तान, रवांडा और कॉन्गो जैसे देश दूसरों से मदद लेते थे. लेकिन आज के शासकों की गलत नीतियों के चलते, भारत आज इस स्थिति से गुजर रहा है.”

’20 हजार करोड़ के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट रोकने को तैयार नहीं पीएम’
शिवसेना ने कहा कि जहां गरीब देश अपने-अपने तरीके से भारत की मदद कर रहे हैं, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20,000 करोड़ रुपये की महत्त्वकांक्षी सेंट्रल विस्टा परियोजना को रोकने के लिए तैयार नहीं है. पार्टी ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि किसी को भी इस बात का अफसोस नहीं है कि एक तरफ भारत बांग्लादेश, श्रीलंका और भूटान जैसे देशों से मदद ले रहा है वहीं दूसरी तरफ मोदी नये संसद भवन और प्रधानमंत्री आवास के निर्माण के लिए कई करोड़ की सेंट्रल विस्टा परियोजना का काम रोकने को तैयार नहीं हैं.

बीजेपी को बस बंगाल में ममता को घेरने की पड़ी’
शिवसेना ने कहा कि दुनिया कोविड-19 वैश्विक महामारी की दूसरी लहर से जूझ रही है और विशेषज्ञों का अनुमान है कि तीसरी लहर और खतरनाक होगी. लेकिन सत्तारूढ़ भाजपा को आज भी बस पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी को कैसे भी घेरने की पड़ी है. इसने कहा कि भाजपा सांसद सुब्रमण्यिन स्वामी ने स्वास्थ्य मंत्रालय केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को देने की मांग की है और यह इस बात का सबूत है कि मौजूदा स्वास्थ्य मंत्रालय पूरी तरह विफल रहा है.

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