शिवराज मंत्रीमंडल का पहला विस्तार, 28 ने ली मंत्री पद की शपथ, सिंधिया वफादारों को मिला मंत्री पद का तौहफा

12 सिंधिया और 16 शिवराज खेमे से बने मंत्री, 20 कैबिनेट और 8 को राज्यमंत्री का दायित्व सौंपा, शिवराज सहित मंत्रीमंडल में पहले ये हैं 6 मंत्री, अब 34 मंत्री वाले मंत्रीमंडल में सिंधिया के 14 और 19 मंत्री हो गए हैं

शिवराज मंत्रीमंडल
शिवराज मंत्रीमंडल

PoliTalks_News/एमपी. मध्य प्रदेश में शिवराज मंत्रिमंडल का पहला विस्तार आज हो गया है. शिवराज के मंत्रिमंडल में 28 नए मंत्रियों को जगह मिली है. कैबिनेट विस्तार में 12 सिंधिया खेमे के नेता और 16 शिवराज खेमे के विधायकों सहित कुल 28 को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है. मंत्रीमंडल में 20 कैबिनेट और 8 राज्य मंत्री बने. मध्य प्रदेश की प्रभारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन में एक सादे समारोह में मंत्रिमंडल के नए मंत्रियों को शपथ दिलाई. देखिए शिवराज कैबिनेट के नए मंत्रियों की पूरी लिस्ट…

बीजेपी नेता

1. गोपाल भार्गव, रहली विधानसभा से विधायक, 35 साल से लगातार और 8 बार से विधायक रह चुके हैं, पार्टी में ब्राह्मण नेता की छवि है, पटेलों के गढ़ रहली में सेंध लगाते रहे हैं भार्गव
2. विजय शाह, हरसूद विधानसभा विधायक, 7 बार से लगातार विधायक रह चुके हैं, 10 साल से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् से जुड़े
3. जगदीश देवड़ा, मल्हारगढ़ विधानसभा विधायक, 6 बार से विधायक और पूर्व मंत्री, 1990 में पहली बार विधानसभा पहुंचे, पेशे से वकील, सामाजिक कार्यों में रूचि, शिवराज मंत्रिमंडल में पहले भी मंत्री रह चुके हैं.
4. प्रेम सिंह पटेल
5. यशोधरा राजे सिंधिया, शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र से 4 बार की विधायक
6. भूपेंद्र सिंह, खुराई विधानसभा से विधायक और पिछली शिवराज सरकार में मंत्री
7. बृजेश प्रताप सिंह
8. विश्वास सारंग बीजेपी, नरेला विधानसभा से विधायक, 2013 में मंत्री
9. ओम प्रकाश सकलेचा, 5 बार के विधायक
10. उषा ठाकुर, महू विधानसभा से विधायक, संघ की करीबी और कैलाश विजयवर्गीय खेमे की विरोधी नेता
11. अरविंद भदोरिया, अटेर से दो बार के विधायक, कमलनाथ सरकार गिराने में अहम रहा था इनका रोल
12 मोहन यादव, उज्जैन दक्षिण से दो बार के लगातार विधायक, उज्जैन नगर निगम के अध्यक्ष रह चुके हैं, मोहन, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के करीबी माने जाते हैं, छात्र राजनीति की शुरुआत विद्यार्थी परिषद से की.
13. भरत सिंह कुशवाहा, ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा से विधायक, बीजेपी का युवा चेहरा, 2013 और 2018 में बने विधायक, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के माने जाते हैं बेहद करीबी, 2018 में ग्वालियर जिले की 6 सीटों में से जितने वाले बीजेपी के एकमात्र विधायक थे कुशवाह, राज्य मंत्री के तौर पर ली शपथ
14. इंदर सिंह परमार, सुजालपुर विधानसभा से दो बार के विधायक, शिवराज सरकार में नया चेहरा के दौर पर शामिल
15. राम खेलावन पटेल, अमरपाटन से दो बार के विधायक, कुर्मी समाज के बड़े नेता, राजनीतिक जीवन की शुरुआत बसपा से की, 2006 तक बसपा में रहे, फिर बीजेपी का हाथ थामा, 2013 में फिर से हारे और 2018 में जीते,
16. राम किशोर कांवरे, परसवाड़ा से दो बार के विधायक, युवा चेहरा

(भारत सिंह कुशवाहा, इंदर सिंह परमार, रामखेलावन पटेल, राम किशो कांवरे को राज्यमंत्री एवं अन्य को कैबिनेट मंत्री पद का दायित्व दिया गया है)

सिंधिया समर्थक

17. बिसाहू लाल सिंह, अनुपुर सीट से पूर्व विधायक, कमलनाथ सरकार में मंत्री रह चुके हैं
18. ऐंदल सिंह कसाना, सुमावली विधानसभा से पूर्व विधायक, चार बार विधायक और कमलनाथ सरकार में मंत्री रह चुके हैं
19. इमरती देवी, डबरा विधानसभा से पूर्व विधायक और कमलनाथ सरकार में मंत्री रही
20. प्रभुराम चौधरी, सांची विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक, तीन बार के विधायक और कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे
21. महेंद्र सिंह सिसोदिया, बमोरी से पूर्व विधायक, दो बार के कांग्रेसी विधायक
22. प्रद्युमन सिंह तोमर, ग्वालियर विधानसभा से पूर्व विधायक, दो बार के विधायक और कमलनाथ सरकार में मंत्री
23. हरदीप सिंह डंग, सुवासरा से पूर्व विधायक, कमलनाथ सरकार में मंत्री रह चुके हैं, भारतीय जनता युवा मोर्चा में भी काम किया, बाद में कांग्रेस का दामन थामा, मधुपुर पदों पर रहकर संगठनों में भी काम किया
24. राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, बदनावर विधायक से पूर्व विधायक, बदनावर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते, राज परिवारों से आते हैं राज्यवर्धन, चार बार से बदनावर से लगातार विधायक, बदनावर क्षेत्र में सबसे मजबूत नेता, सिंधिया के बेहद करीबी में होती है गिनती
25. बृजेंद्र सिंह यादव, मुंगावली विधानसभा से पूर्व विधायक, दो बार रह चुके हैं कांग्रेस से विधायक, दो बार चुनाव जीतकर मुंगावली सीट से विधायक बने, 2017 में उपचुनाव में पहली बार मौका मिलने पर भाजपा को हराया, 2018 में दोबारा विधायक बने, फिर दिया इस्तीफा
26. गिर्राज डंडोतिया, मुरैना जिले में किसान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रहे, 2008 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन हारे, 2018 में दिमनी से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता
27. सुरेश धाकड़, पोहरी विधानसभा से पूर्व विधायक, 2018 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचे, बसपा प्रत्याशी कैलाश कुशवाहा को 8000 मतों से हराया, सिंधिया के खास सिपेहसालार
28. ओपीएस भदोरिया

(बृजेंद्र सिंह यादव, गिर्राज डंडोतिया, सुरेश धाकड़ और ओपीएस भदौरिया को राज्यमंत्री एवं अन्य को कैबिनेट मंत्री पद का दायित्व दिया गया है)

इससे पहले शिवराज सिंह के मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री शिवराज के अलावा 5 मंत्री और भी हैं जिनमें से तीन बीजेपी और दो सिंधिया पक्ष के हैं. बीजेपी के वरिष्ठ विधायक नरोत्तम मिश्रा, कमल पटेल, मीना सिंह पहले ही मंत्री मंडल में शामिल हैं. नरोत्तम मिश्रा को गृह और स्वास्थ्य मंत्रालय, कमल पटेल को कृषि मंत्री और मीना सिंह को आदिम जाति कल्याण मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया है. वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी माने जाने वाले तुलसीराम सिलावट को जल संसाधन मंत्रालय और गोविंद सिंह को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय दिया गया है.

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