इंदौर में डॉक्टर्स पर हमले पर शिवराज सिंह चौहान सख्त, कहा- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा

शहर के टाटपट्टी बाखल में उपद्रवियों ने स्क्रीनिंग करने गई स्वास्थ्य विभाग की टीम पर किया हमला, सात गिरफ्तार अन्य की तलाश जारी, सिंधिया ने सभी डॉक्टर्स व सहयोगियों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की

Shivraj Singh
Shivraj Singh

पॉलिटॉक्स न्यूज/मप्र. इंदौर में कोरोना वायरस की स्क्रीनिंग करने पहुंची डॉक्टर्स की टीम पर हमले को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्त रुख अख्तियार किया है. शिवराज ने इंदौर की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि घटना में शामिल सभी अराजक तत्वों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा. साथ ही उन्होंने कोरोना वॉरियर्स यानि कोरोना के खिलाफ लड़ने वाले डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, आशा और उषा कार्यकर्ता, राजस्व अमला, नगरीय निकाय के कर्मचारियों से अपील की है कि वे कोरोना के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखें, उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है.

बता दें, शहर के टाटपट्टी के बाखल में स्क्रीनिंग करने गई स्वास्थ्य विभाग की टीम पर कुछ उपद्रवियों ने पथराव करते हुए हमला किया. किसी तरह से टीम को अपनी जान बचाकर भागना पड़ा. हेल्थ स्टाफ पर हमला करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने इस मामले में सात को हिरासत में लिया है. अन्य की तलाश जारी है.

सीएम शिवराज ने इंदौर की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि घटना में शामिल सभी अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग केवल मुट्ठी भर हैं, जो मानवता की सेवा करने वालों के खिलाफ ऐसा रवैया अख्तियार कर रहे हैं. फिर भी पीड़ित मानवता को बचाने के लिए आपके काम में कोई बाधा डालेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. दोषियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा. मप्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की जिंदगी के लिए जरूरी है कि आप अपने काम में जुटे रहे. मैं आपकी कर्तव्यनिष्ठा को प्रणाम करता हूं. मैं और पूरा प्रदेश आपके साथ है.

वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी इंदौर की घटना को कायराना करतूत करार दिया है. उन्होंने कहा कि डॉक्टर इस वक्त मानवता की सेवा के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर इलाज का काम कर रहे हैं. ऐसे में डॉक्टरों पर हमले करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी घटना की निंदा की है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘प्रदेश के इंदौर के रानीपुरा में पूर्व में व कल टाटपट्टी बाखल में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ हुए दुर्व्यवहार व पथराव की घटना बेहद दुःखद व निंदनीय. ऐसा कृत्य करने वाले समाज, इंसानियत व मानवता के दुश्मन.’

दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘संकट की इस घड़ी में अपनी जान जोखिम में डालकर जनता की सुरक्षा कर रहे व अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे डॉक्टर्स, स्वास्थ्य कर्मियों व प्रशासन के अधिकारियों का सभी को आगे आकर सहयोग करना चाहिए और उनके सेवा के जज़्बे को सलाम करना चाहिए’.

वहीं बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि इंदौर में कोरोना की जांच के लिए गए डॉक्टरों के दल पर पथराव की खबर दुखद एवं निंदनीय है. हमारे देश और प्रदेश के सभी डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मी अपनी जान की परवाह किए बिना, परिवार से दूर रहकर नागरिकों की देखभाल और सेवा में लगे हुए हैं. उनके साथ इस तरह की घटना अक्षम्य है.

सिंधिया ने सीएम शिवराज से चिकित्साकर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था प्रदान करने की अपील करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मेरा अनुरोध है कि मानव सेवा के कार्य में लगे ऐसे सभी डॉक्टर्स अन्य सहयोगियों को पूरी सुरक्षा प्रदान की जाए. साथ समाज और मानवता से खिलवाड़ करने वाले दोषियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कठोरतम कार्यवाही की जाए.

दरअसल इंदौर के टाट पट्टी बाखल इलाके में बीते दिनों एक शख्स की कोरोना वायरस की चपेट में आने से मौत हो गई थी. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की टीम मृतक के संपर्क में आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग के लिए गई थी लेकिन लोगों ने जांच करने को लेकर विरोध करना शुरु कर दिया. टीम में महिला स्टाफ भी था, बावजूद इसके लोगों ने टीम के साथ मारपीट की और टीम के सदस्यों पर पथराव कर दिया. संक्रमण को रोकने के लिए इस इलाके को सील किया गया था और सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग भी की गई थी जिसे गुस्साई भीड़ ने तोड़ दिया था. इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पुलिस इसी वीडियो के जरिए उद्रवियों को तलाश रही है.

Leave a Reply