32 दिन बाद जयपुर लौटे सचिन पायलट, कहा- एक कार्यकर्ता, एक एमएलए बनकर करता रहूंगा काम

हमने पार्टी के खिलाफ कुछ नही कहा, मेरे लिए कई बातें कही गईं जिससे दुःख हुआ, हम सभी ने निर्णय लिया कि पार्टी के साथ रहेंगे, जो वादे जनता से किए थे, उन्हें पूरा करेंगे, जिन लोगों ने सरकार का निर्माण किया उन लोगों की भागीदारी सत्ता में होना चाहिए- पायलट

32 दिन बाद जयपुर लौटे सचिन पायलट
32 दिन बाद जयपुर लौटे सचिन पायलट

Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में मचे सियासी घमासान पर अब विराम लग गया है. हालांकि दिलों में पड़ी दरार को भरने में अभी समय लगेगा. इस बीच 32 दिन बाद मंगलवार शाम सचिन पायलट जयपुर लौट आए. अपने जयपुर स्थित आवास पर मीडिया से बातचीत के दौरान पायलट ने कहा कि पार्टी आलाकमान के सामने हमने कोई व्यक्तिगत मुद्दे नहीं उठाए. जो पार्टी के संज्ञान में लाना था, वो बातें बेबाकी से रखी हैं. उसके निवारण के लिए 3 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है. पायलट ने कहा राजद्रोह के मामले में मुझे एक नोटिस मिला था, उस आपत्ति को और पिछले कुछ सालों के घटनाक्रम को लेकर दिल्ली गया था. इसके बाद लगातार बहुत सी ऐसी बातें हुईं, जो सकारात्मक नहीं थी. हमारा एक भी एक्शन पार्टी के खिलाफ नहीं रहा. हम पर तमाम आरोप लगे, अफवाहें फैलाई गईं. मेरे बारे में ऐसी बातें बोली गईं जिन्हें सुनकर दुख भी हुआ और आश्चर्य भी हुआ.

लगभग 32 दिन से जारी सियासी संग्राम पर विराम लगने के बाद जब सचिन पायलट जयपुर लौटे तो भारी संख्या में उनके समर्थक भी जमा हो गए. पायलट ने सभी का अभिवादन स्वीकार किया और कहा कि मैंने पार्टी से कोई मांग नहीं रखी है, मैं एक कार्यकर्ता, एक एमएलए बनकर काम करता रहूंगा. मैं इस मिट्टी के लिए समर्पित हूं. राजस्थान के लोगों का मुझ पर एहसान है, मैं काम करता रहूंगा.

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मीडिया से बातचीत में पायलट ने कहा कि कल राहुल गांधी जी और प्रियंका गांधी जी से खुले माहौल में बात हुई. मुझे एसओजी का नोटिस दिया गया था, वो अनुचित था. इसके अलावा कई मामले सामने आए लेकिन वो सकारात्मक नही थे. देशद्रोह की धारा से मैं आहत हुआ. मैनें साढ़े 6 साल में से 5 साल जनता के लिए संघर्ष किया है. वही खुद पर लगे आरोपों पर सफाई देते हुए पायलट ने कहा कि हमने पार्टी के खिलाफ कुछ नही कहा, मेरे लिए कई बातें कही गईं जिससे दुःख हुआ. हम सभी ने निर्णय लिया कि पार्टी के साथ रहेंगे, जो वादे जनता से किए थे, उन्हें पूरा करेंगे. जिन लोगों ने सरकार का निर्माण किया उन लोगों की भागीदारी सत्ता में होना चाहिए. हमारी जवाबदेही जनता के प्रति है, अगर कोई कमी रहती है तो उसमें संशोधन कराना हमारी जिम्मेदारी है.

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सचिन पायलट ने आगे कहा कि एक व्यक्ति के दम पर सरकार नहीं बनती है, हजारों कार्यकर्ताओं ने इसके लिए संघर्ष किया है. आलाकमान ने कमेटी बनाई है जो समस्याओं पर निस्तारण करेगी. कांग्रेस के किसी एमएलए ने पार्टी के खिलाफ नहीं बोला, मैंने कोई पद नही मांगा. पायलट ने कहा पार्टी ने मुझे बहुत सम्मान दिया, केंद्र में जिम्मेदारी दी, राज्य में जिम्मेदारी दी, निष्ठा के साथ मैंने उसे पूरी जिम्मेदारी से निभाया.

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