पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. कोरोना कहर के चलते देशभर में फंसे प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के टिकट खर्च की कांग्रेस द्वारा वहन करने की सोमवार को कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी द्वारा घोषणा की गई. सोनिया गांधी की इस घोषणा के बाद प्रवासियों की मदद के लिए राजस्थान के उपमुख्यमंत्री एवं पीसीसी सचिन पायलट ने मंगलवार को अपनी अध्यक्षता में प्रदेश स्तरीय और संभाग स्तरीय समितियों को गठन किया. प्रवासी श्रमिकों के आवागमन में सहायता और समन्वय के लिए बुधवार को पायलट ने प्रदेश स्तरीय समिति की विडियो कांफ्रेस के जरिए बैठक ली. इस दौरान पायलट ने प्रवासियों के विवरण के लिए एक डिजिटल फार्म भी लॉन्च किया.
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प्रदेश स्तरीय समिति वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक लेते हुए पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सोनिया गांधी जी के आह्वान पर प्रवासी श्रमिकों के आगवागमन में सहायता एवं समन्वय हेतु इस समिति का गठन किया गया है. कोरोना महामारी के चलते 40 दिनों से अधिक समय से जारी लॉकडाउन के कारण प्रवासी श्रमिक अपने-अपने घरों से दूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. लॉकडाउन के कारण रोजगार व व्यवसाय ठप्प होने से श्रमिक काफी परेशानियों से जूझ रहे हैं. ऐसे में श्रमिकों को अपने-अपने घरों तक पहुंचाने में कांग्रेस जनों को अपनी महति भूमिका का निवर्हन करना है. इसके साथ ही पायलट ने बताया कि सभी जिला कांग्रेस कमेटियों द्वारा अपने-अपने जिले में भी समन्वय के लिए कन्ट्रोल रूम का गठन किया गया है.
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वहीं वीसी के दौरान श्रमिकों की पीड़ा को समझते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए उठाये गये इस कदम के लिए गठित समिति ने सोनिया गांधी का आभार व्यक्त किया. वीसी के दौरान समिति के सदस्यों ने श्रमिकों को अपने-अपने घरों तक पहुंचाने में आने वाली बाधाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए इस हेतु अपने-अपने सुझाव व्यक्त किए. इस दौरान पायलट ने समिति के सदस्यों पर विश्वास जताया कि सभी के सहयोग से इस कार्य को शीघ्रता से पूरा कर लिया जायेगा.