लद्दाख में चीन से फिर झड़प पर बोले सुरजेवाला- कब दिखेगी मोदी की ‘लाल आंख’

29-30 अगस्त की रात चीनी सैनिकों ने की थी पेगांग झील के दक्षिणी किनारे पर घुसपैठ की कोशिश, भारतीय सेना ने ​दिया करारा जवाब, काला टॉप हिल पर कब्जा जमाया, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी पर उठाए सवाल

Surjewalal On Lac
Surjewalal On Lac

Politalks.news. लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर एक बार फिर भारत और चीन के सैनिकों में हुई आपसी झड़प पर कांग्रेस आक्रमक हो गई है. रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, ‘चीन के सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में एक बार फिर नापाक हरकत करते हुए दोनों देशों के बीच बनी सहमति का उल्लंघन कर यथास्थिति को बदलने की कोशिश की जिसका भारतीय सैनिकों ने करारा जवाब दिया और विफल कर दिया.’ इस मसले पर न तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ कहा और न ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने. इसको मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कड़े शब्दों में घटना की निंदा की, साथ ही पूछा कि इसके बाद भी मोदी की लाल आंख कब दिखेगी?

रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया कि पूर्व लद्दाख में पिछले तीन महीने से भी अधिक समय से चले आ रहे गतिरोध के बीच चीनी सैनिकों ने 29 और 30 अगस्त की रात को पेगांग झील के दक्षिणी किनारे पर भडकाउ हरकत की और यथास्थिति बदलने की कोशिश की. बयान में कहा गया है कि पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग इलाके में चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के करीब 500 जवानों ने घुसपैठ की कोशिश की. भारतीय सैनिकों ने चीन की नापाक हरकत को पहले ही भांप लिया और इसका करारा जवाब देते हुए इसका करारा जवाब दिया. रक्षा मंत्रालय ने चीनी सैनिकों की इस हरकत को दोनों देशों के बीच सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत में बनी सहमति का उल्लंघन है.

पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग इलाके में चीनी सेना से फिर झड़प की रिपोर्ट पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. घटनाक्रम पर कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर लिखा, ‘देश की सरज़मीं पर कब्जे का नया दुस्साहस. रोज नई चीनी घुसपैठ. पैंगोंग इलाका, गोगरा व गलवान वैली, डेपसंग प्लैनस, लिपुलेख, डोका लॉ व नाकु लॉ पास. फ़ौज तो भारत मां की रक्षा में निडर खड़ी है. पर मोदी जी की “लाल आंख” कब दिखेंगी?’ ट्वीट के साथ सुरजेवाला ने रक्षा मंत्रालय का बयान भी पोस्ट किया है.

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अपने अगले पोस्ट में सुरजेवाला ने लिखा, ‘आए दिन भारत की संप्रुभता पर हमला हो रहा है, आए दिन हमारी सरज़मीं पर क़ब्ज़े का दुस्साहस, आए दिन देश की धरती पर चीनी घुसपैठ, मोदी जी, पर “लाल आंख” कहां हैं, चीन से आंखों में आंखें डाल कब बात होगी, पीएम मौन क्यों हैं?’

असल में, एलएसी पर एक बार फिर भारत और चीनी सैनिकों में झड़प हुई है. बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों के सैनिकों क कोई हताहत नहीं हुआ है. रक्षा मंत्रालय की ओर से ये भी कहा गया है कि भारतीय सैनिकों के विरोध के बीद चीनी सेना को पीछे हटना पड़ा. भारतीय सेना ने मौके पर अपनी स्थिति मजबूत करते हुए चीन के एकतरफा कार्रवाई में जमीन पर यथास्थिति बदलने के इरादों को विफल कर दिया है. सैनिक अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए पूरी तरह से ढृढ प्रतिज्ञ हैं लेकिन शांति बनाए रखने और बातचीत के जरिए समाधान के प्रति बचनबद्ध भी है. मसले को सुलझाने के लिए ब्रिगेडियर लेवल की बातचीत हो रही है.

चीन की हर हरकत को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने टैंक और आर्मिलरी सपोर्ट को काला टॉप इलाके में बिछाया हुआ है. दूसरी ओर चीन ने भी बड़ी संख्या में बड़े और छोटे टैंक की तैनाती कर दी है, जो भारतीय रेंज के बिल्कुल पास है. इसी बीच भारत ने काला टॉप हिल को अपने कब्जे में लिया और चीन की हर चालाकी पर नज़र गढ़ाए हुए है. यहां से सेना ने चीनी सेना के कैमरे और सर्विलांस उपकरणों को हटा दिया है. भारतीय सेना ने भी चुशूल और स्पैंगोर त्सो इलाके में पहले से ही अपने टैंक तैनात कर रखे हैं.

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बता दें कि चीन और भारत के बीच मई के बाद से ही हालात बिगड़ रहे हैं, जून में दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प भी हुई थी. इसी झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हुए थे. उसके बाद अब एक बार फिर अगस्त में भी झड़प की खबर है.

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