चीनी घुसपैठ पर सरकार को कोसने वाले राहुल गांधी डिफेंस कमेटी की मीटिंग में नहीं जाते: जेपी नड्डा

बीते साल सितम्बर में राहुल गांधी को बतौर सदस्य मनोनित किया गया रक्षा समिति में, दर्जनों बैठकें हुई लेकिन राहुल गांधी शामिल नहीं हुए किसी भी बैठक में, बीजेपी ने लगाए देश और सेना को हतोत्साहित करने के आरोप

Nadda Vs Rahul Gandhi
Nadda Vs Rahul Gandhi

PoliTalks.News. भारतीय सीमा में चीनी घुसपैठ को लेकर राहुल गांधी शुरु से ही बीजेपी और केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर रहे हैं. उन्होंने अलग अलग वीडियो पोस्ट करते हुए सोशल मीडिया के जरिए और प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए जमकर केंद्र सरकार पर इस संबंध में जुबानी तीर छोड़े. इस दौरान उनके उपर सेना का मनोबल गिराने और देश की जनता के बीच भ्रम फैलाने और बरगलाने के अनगिनत आरोप लगे लेकिन उन्होंने अपने हमले जारी रखे. अब भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जो राहुल गांधी चीनी घुसपैठ पर सरकार को कई बार कोस चुके हैं, वो रक्षा मामलों की स्थायी समिति की बैठक तक में शामिल नहीं होते हैं.

नड्डा ने कहा कि दुख की बात है कि वह लगातार देश को हतोत्साहित कर रहे हैं और हमारी फौजों की वीरता पर सवाल उठा रहे हैं. ट्वीटर पर दो पोस्ट करते हुए नड्डा ने अपनी मन की बात रखी.

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बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा, ‘राहुल गांधी एक गौरवशाली वंश परंपरा से जुड़े हैं, जहां समिति मायने नहीं रखती. कांग्रेस में कई योग्य सदस्य हैं जो संसदीय मामलों को समझते हैं लेकिन एक राजवंश ऐसे नेताओं को कभी बढ़ने नहीं देगा.’

अपने अगले ट्वीट में नड्डा ने कांग्रेस नेता पर आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी रक्षा समिति के सदस्य होने के बाद भी एक भी बैठक में शामिल नहीं होते हैं जो निराशाजनक है. लेकिन दुख की बात है कि वह लगातार राष्ट्र का मनोबल गिरा रहे हैं, हमारे सशस्त्र बलों की वीरता पर सवाल उठाते हैं और वह सब कुछ करते हैं जो एक जिम्मेदार विपक्षी नेता को नहीं करना चाहिए.

गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सितंबर-2019 में रक्षा समिति का सदस्य मनोनीत किया गया था. इस समिति में राहुल गांधी सहित 21 लोकसभा सदस्य और 10 राज्यसभा सदस्य शामिल हैं. रक्षा समिति के अध्यक्ष केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम हैं. पिछले एक साल में तकरीबन एक दर्जन बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन राहुल गांधी किसी भी बैठक में शामिल नहीं हुए हैं.

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इस संबंध में रक्षा समिति के सदस्य और बीजेपी के राज्यसभा सांसद अशोक वाजपेयी ने बताया है कि रक्षा समिति में वरिष्ठ लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य शामिल हैं. राहुल गांधी भी इस समिति के सदस्य हैं, लेकिन पिछले एक साल में हुई किसी भी बैठक में वो शामिल नहीं हुए हैं. इससे उनकी राष्ट्र की रक्षा को लेकर गंभीरता को समझा जा सकता है.

वाजपेयी ने ये भी कहा, ‘राहुल गांधी जिस तरह से सेना के मनोबल गिराने वाले बयानबाजी मीडिया में दे रहे हैं, यह देश के छवि को नुकसान पहुंचाने वाला है. उन्हें रक्षा मामले में अगर इतनी ही समझ है तो बेहतर होता कि वह रक्षा समिति की बैठक में शामिल होकर अपनी राय देते. रक्षा समिति में हर तरह की चर्चाएं होती हैं अगर वो शामिल होते तो उन्हें देश की रक्षा संबंधी जानकारी भी होती.’

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