पश्चिम बंगाल (West Bengal) भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) के साथ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने धक्का मुक्की की और उन्हें चाय पे चर्चा कार्यक्रम में भाग लेने से रोक दिया. तृणमूल कार्यकर्ताओं (Trinamool Congress) ने कार्यक्रम की तैयारी में जुटे भाजपा कार्यकर्ताओं पह भी हमला किया और कार्यक्रम को तहस-नहस करने की कोशिश की. यह कार्यक्रम शुक्रवार को होने वाला था.

क्षेत्र में तनाव बढ़ने के बाद भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. दिलीप घोष ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ये लोग दरअसल मेरा प्रचार कर रहे हैं. हकीकत यह है कि ये मुझसे डरते हैं. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने जनता तक पहुंचने के लिए ‘दीदी के बोलो’ अभियान शुरू किया है. उसके जवाब में दिलीप घोष ने जगह-जगह ‘चाय पे चर्चा’ कर रहे हैं.

तृणमूल कांग्रेस के विधायक और राज्यमंत्री सुरजित बोस (Surjit Bose) ने घोष के आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि लेक टाउन जनता क्षेत्र में शांति बनाए रखना चाहती है. दिलीप घोष और कुछ भाजपा कार्यकर्ता अशांति फैलाना चाहते थे, इसलिए स्थानीय लोगों ने कार्यक्रम का विरोध किया था.

एक अन्य घटनाक्रम में उत्तर चौबीस परगना जिले में बोनगांव के विधायक विश्वजीत दास (Vishwajeet Das) पर अज्ञात लोगों ने हमला किया. दास 2016 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे. इस साल जून में वह भाजपा में शामिल हो गए. अज्ञात लोगों ने उन पर हमला कर उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ की. इस में दास भी घायल हो गए. वह फिलहाल एक निजी अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं.

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