आगरा में कोरोना से मौतों को लेकर प्रियंका गांधी और प्रशासन आमने-सामने, DM ने जारी किया नोटिस

आंकड़ों को लेकर आगरा डीएम और कांग्रेस महासचिव में ठनी, सीएम कार्यालय की चिट्ठी को पोस्ट कर स्पष्टीकरण मांगा, साथ ही सीएम योगी से की मौतों की संख्या में हेराफेरी पर जवाबदेही तय करने की मांग

Priyanka Gandhi Vs Yogi
Priyanka Gandhi Vs Yogi

पॉलिटॉक्स न्यूज/यूपी. आगरा में कोरोना से हुई मौतों के आंकड़े को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और स्थानीय जिला प्रशासन आमने-सामने हो गए हैं. प्रियंका गांधी ने स्थानीय प्रशासन पर कोरोना से हुई मौतों के आंकड़ों को छुपाने और आगरा मॉडल का झूठ फैलाने का आरोप लगाया और मुख्यख्मंत्री योगी से 48 घंटों के भीतर इस पर स्पष्टीकरण की मांग की. वहीं आगरा डीएम ने इन आरोपों का खंडन करते हुए प्रियंका गांधी को एक नोटिस जारी किया है और 24 घंटों में बयान के खंडन करने को कहा है.

दरअसल हुआ कुछ यूं कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार दोपहर एक ट्वीट किया. इसमें एक अखबार की रिपोर्ट के हवाले से लिखा, ‘आगरा में 48 घंटे में भर्ती हुए 28 कोरोना मरीजों की मौत हो गई. यूपी सरकार के लिए कितनी शर्म की बात है कि इसी मॉडल का झूठा प्रचार करके सच दबाने की कोशिश की गई. सरकार की नो टेस्ट-नो कोरोना पॉलिसी पर सवाल उठे थे, लेकिन सरकार ने उसका कोई जवाब नहीं दिया. अगर यूपी सरकार सच दबाकर कोरोना मामले में इसी तरह लगातार लापरवाही करती रही तो बहुत घातक होने वाला है.’

इसके जवाब में आगरा के डीएम प्रभु नारायण सिंह ने प्रियंका के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, ‘जिस अखबार में अब तक कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत के संबंध में डेथ ऑडिट का हवाला दिया गया है। पिछले 109 दिनों में आगरा में अब तक कुल 1136 केस और 79 की मौत हुई है। पिछले 48 घंटे में भर्ती हुए 28 कोरोना मरीजों की मृत्यु की खबर असत्य है.’

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इसके तुरंत बाद डीएम ने एक नोटिस जारी करते हुए लिखा कि पोस्ट को देखने पर पहली नजर में भ्रम की स्थिति बन रही है. इसे देखकर लोगों में यह मैसेज जाता है कि 48 घंटे में 28 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत हुई है, जबकि सच्चाई ये है कि पिछले 48 घंटे में 28 मरीजों की मौत की खबर गलत और बेबुनियाद है. ऐसे में इस खबर का 24 घंटे के अंदर खंडन करें, ताकि लोगों को सही स्थिति की जानकारी मिल सके और इस महामारी में लगे हुए कर्मचारियों के मनोबल को ठेस न पहुंचे.

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प्रियंका ने स्पष्टीकरण तो कोई नहीं दिया लेकिन एक नया ट्वीट जरूर कर दिया. उन्होंने लिखा कि आगरा में कोरोना से होने वाली मौत की दर दिल्ली और मुंबई से ज्यादा है. यहां मृत्यदर 6.8% है. कोरोना से जान गंवाने वाले कुल 79 मरीजों में से 35% यानि 28 लोगों की मौत अस्पताल में भर्ती होने के 48 घंटे के अंदर हुई है. प्रियंका ने आगे लिखा कि आगरा मॉडल का झूठ फैलाकर इन विषम परिस्थितियों में धकेलने के जिम्मेदार कौन हैं? उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से 48 घंटे के भीतर इसका स्पष्टीकरण मांगा और कोविड मरीजों की स्थिति और संख्या में की जा रही हेराफेरी पर जवाबदेही बनाने की मांग की.

प्रियंका ने ट्वीट के साथ उत्तरप्रदेश में कोरोना से मौतों के आंकड़ों में अंतर वाली मुख्यमंत्री कार्यालय की चिट्ठी को भी पोस्ट किया है. दरअसल, यह चिट्ठी मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रमुख सचिव एसपी गोयल की तरफ से 18 जून को जारी हुई है. इसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री के सामने कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की मौत संबंधित आंकड़े और वास्तविक आंकड़ों में फर्क हो रहा है. मौत से संबंधित वास्तविक आंकड़े ही पोर्टल पर फीड किए जाएं और उसी के अनुसार सूचना मुख्यमंत्री को सूचना दी जाए.

अपने एक ताजा ट्वीट में प्रियंका गांधी ने लिखा कि आगरा में कोरोना से मृत्युदर डराने वाली है. यहां हर 15 में एक कोरोना पीड़ित की जान चली गई. यहां के 79 मरीजों में से 28 की मौत अस्पताल में भर्ती होने के 48 घण्टे में होना बड़ी लापरवाही है. उन्होंने फिर से एक बार मुख्यमंत्री योगी से अगले 48 घंटों के भीतर जांच रिपोर्ट जनता के सामने पेश करने की मांग की.

प्रियंका का आगरा में मौतों को लेकर 36 घंटे में ये तीसरा ट्वीट है. कोरोना मामले और आगरा में मौतों के आंकड़ों को लेकर प्रियंका पहले भी सरकार और स्थानीय प्रशासन पर हमलावर रही हैं. ऐसे में सीएम योगी आगे जांच के आदेश देते हैं या प्रियंका का नया ट्वीट सामने आता है, ये देखना रोचक होगा.

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