मोदी के आरोपों का खाचरियावास ने किया खंडन, कहा- राजस्थान ने नहीं लिया कोई पैसा, झूंठ बोल रहे हैं मोदी

बिहार के उपमुख्यमंत्री ने गहलोत सरकार पर पैसा लेकर कोटा में रह रहे छात्रों को बिहार छोडने के लगाया आरोप, मैं रेल मंत्री पीयूष गोयल जी को पत्र लिखूंगा कि वह अपनी ही पार्टी के नेता सुशील मोदी जो किराया मांग रहे हैं वह किराया उन्हें वापस लौटा दिया जाए- खाचरियावास

खाचरियावास
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पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान-बिहार. कोरोना संकट के इस समय में लॉकडाउन के चलते विभिन्न राज्यों में फंसे छात्रों, श्रमिकों को लेकर राजनीति का दौर इन दिनों जारी है. कांग्रेस द्वारा यूपी में श्रमिकों के आवागमन के लिए भेजी गई 1 हजार बसों को यूपी सरकार द्वारा रोकने का मुददा अभी शांत भी नहीं हुआ है कि बिहार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने राजस्थान की गहलोत सरकार पर कोटा से बिहार से छात्रों को भेजने पर गंभीर आरोप लगाए हैं. सुशील मोदी ने कहा है कि एक करोड़ रूपये जमा कराने के बाद ही राजस्थान की गहलोत सरकार ने बिहारी छात्रों की ट्रेन वहां से छूटने दी. सुशील मोदी के इस बयान पर राजस्थान सरकार में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने झूंठ बोलने का आरोप लगाया है.

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परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने सुशील मोदी के बयान पर कहा कि बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी लगातार झूठ बोल रहे हैं. दुख की बात यह है की पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मजदूर और छात्रों को बिहार में लेने तक से इंकार कर दिया था. उस समय केंद्र सरकार के आदेश के बावजूद नीतीश कुमार मजदूरों और छात्रों के बिहार में घुसने पर तैयार नहीं हो रहे थे. इसके बाद कोटा में छात्रों ने आंदोलन किया और मजदूरों के भारी विरोध के बाद जब राजस्थान की सरकार ने बिहार सरकार से आग्रह किया कि मजदूर और छात्रों को बिहार छोड़ना चाहते हैं, तब छात्रों को अपने खर्चे पर बिहार ले जाने के बात बिहार सरकार ने कही थी. इसके बाद बिहार सरकार ने रेल मंत्रालय में छात्रों को बिहार ले जाने के लिए ट्रेन का किराया जमा कराया. यह किराया भी जबलपुर मंडल में जमा कराया गया.

मंत्री खाचरियावास ने कहा कि रेल मंत्रालय हमारे अधीन नहीं आता है. इसके बावजूद सुशील मोदी जी लगातार ट्रेनों के किराये को लेकर जिस तरह से राजनीतिक बयानबाजी कर रहे हैं, इसको लेकर मैं रेल मंत्री पीयूष गोयल जी को पत्र लिखूंगा कि वह अपनी ही पार्टी के नेता सुशील मोदी जो किराया मांग रहे हैं वह किराया उन्हें वापस लौटा दिया जाए.

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मंत्री खाचरियावास ने आगे कहा कि राजस्थान सरकार ने कभी बिहार सरकार से कोई पैसा नहीं मांगा. देश के सभी राज्यों ने राज्य सरकार को विनती करके छात्रों को अपने खर्चे पर अपने राज्य में ले जाने की बात कही और ट्रेनों में रेल मंत्रालय को सीधा पैसा जमा कराया. रेल मंत्रालय हमारे अधीन नहीं आता है. राजस्थान सरकार ने 15 करोड़ से ज्यादा खर्च करके मजदूरों को अपने खर्च पर उत्तर प्रदेश, बिहार व देश के अन्य राज्यों में पहुंचाया है और करोड़ों रुपए खर्च करके राजस्थान के मजदूरों को हम वापस लेकर आए हैं.

प्रताप सिहं खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान एकमात्र देश में पहला राज्य है जहां मजदूरों को ले जाने के लिए श्रमिक बसें लगाई गई और हरिद्वार के लिए फ्री बस सेवा शुरू की गई. राजस्थान की व्यवस्थाएं कोरोना संकट के दौरान प्रवासी मजदूरों और राशन वितरण सहित अन्य व्यवस्थाओं में सर्वश्रेष्ठ रही है. इसलिए अब भाजपा शासित राज्य और केंद्र के नेता अपनी गलतियों को छुपाने के लिए राजस्थान सरकार पर झूठे बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं.

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