देश को आर्थिक संकट से उबारने के लिए पीएम मोदी ने किया 20 लाख करोड़ के सबसे बड़े पैकेज का ऐलान

लॉकडाउन 4.0 होगा लागू, आत्मनिर्भर भारत पर केंद्रित रहा पूरा भाषण, देश की जीडीपी के 10 फीसदी के बराबर का आर्थिक पैकेज उद्योगों, श्रमिकों और मध्यमवर्गीय को किया समर्पित, लोकल उत्पाद को बताया जीवन मंत्र

Narendra Modi
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पॉलिटॉक्स न्यूज/दिल्ली. कोरोना संकट और संकट की इस घड़ी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है. ये आर्थिक पैकेज ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान‘ की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा. पीएम मोदी ने बताया कि ये पैकेज भारत की GDP का करीब-करीब 10 प्रतिशत है. इस आर्थिक पैकेज के साथ देश के विभिन्न वर्गों और आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को संबल मिलेगा. साथ ही देश की विकास यात्रा और आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति भी देगा. इसके अलावा, पीएम मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि देश में 18 मई से लॉकडाउन-4 लगना तय है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि लॉकडाउन-4 पूरी तरह नए रंग रूप और नए नियमों वाला होगा. लॉकडाउन के चौथे चरण की जानकारी आगामी कुछ दिनों में दे दी जाएगी.

लॉकडाउन में 5वीं बार किया देश को संबोधित

देश में लॉकडाउन के 49वें दिन देश को 5वीं बार संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना संकट का सामना करते हुए नए संकल्प के साथ मैं आज एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा कर रहा हूं. ये आर्थिक पैकेज ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा. हाल में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ी जो आर्थिक घोषणाएं की थीं, जो रिजर्व बैंक के फैसले थे और आज जिस आर्थिक पैकेज का ऐलान हो रहा है, उसे जोड़ दें तो ये करीब-करीब 20 लाख करोड़ रुपए का है.

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ये पैकेज भारत की GDP का करीब-करीब 10 प्रतिशत है. इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों, आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को 20 लाख करोड़ रुपए का संबल और सपोर्ट मिलेगा. 20 लाख करोड़ रुपए का ये पैकेज 2020 में देश की विकास यात्रा और आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा.

अपने आधे घंटे के भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए इस आर्थिक पैकेज में भूमि, श्रम, लिक्विडिटी और कानून सभी पर बल दिया गया है. ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, लघु-मंझोले उद्योग, MSME और जो भी आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है, उन सभी के लिए है. प्रधानमंत्री ने कहा कि ये आर्थिक पैकेज देश के श्रमिक और किसान के लिए भी है जो हर स्थिति, हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन रात परिश्रम कर रहा है. ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए भी है जो ईमानदारी से टैक्स देता है और देश के विकास में अपना योगदान देता है.

कोरोना संकट और लॉकडाउन-4 के बारे में विस्तार से बताया

इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने 18 मई से देशभर में लॉकडाउन-4 लागू होने की जानकारी दी. हालांकि लॉकडाउन के चौथे चरण की ज्यादा जानकारी देते हुए पीएम मोदी ने इतनाभर कहा कि लॉकडाउन का चौथा चरण पूरी तरह नए रंग रूप और नए नियमों वाला होगा. पीएम ने कहा कि राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं, उनके आधार पर लॉकडाउन 4 से जुड़ी जानकारी भी 18 मई से पहले दी जाएगी.

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इससे पहले अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण से मुकाबला करते हुए दुनिया को अब चार महीने से ज्यादा हो रहे हैं. एक वायरस जिसने दुनिया को तहस-नहस कर दिया, विश्व भर में करोड़ों जिंदगियां संकट का सामना कर रही हैं और सारी दुनिया जिंदगी बचाने की जंग में जुटी हुई है लेकिन थकना, हारना, टूटना-बिखरना, ये सब मानव को मंजूर नहीं है. ऐसे में हम सभी को सतर्क रहते हुए कोरोना की जंग के सभी नियमों का पालन करते हुए हमें बचना भी है और आगे भी बढ़ना है.

‘वसुधैव कुटुंबकम’ का जिक्र किया, आत्मनिर्भर भारत पर जोर

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विश्व की आज की स्थिति हमें सिखाती है कि इसका मार्ग एक ही है- “आत्मनिर्भर भारत”. जब हम इन दोनों कालखंडो को भारत के नजरिए से देखते हैं तो लगता है कि 21वीं सदी भारत की हो. ये हमारा सपना नहीं, ये हम सभी की जिम्मेदारी है. पीएम मोदी ने कहा कि इतनी बड़ी आपदा भारत के लिए एक संकेत, संदेश एवं अवसर लेकर आई है.

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का जिक्र करते हुए कहा कि विश्व के सामने भारत का मूलभूत चिंतन आशा की किरण नजर आता है. भारत की संस्कृति और भारत के संस्कार उस आत्मनिर्भरता की बात करते हैं जिसकी आत्मा है ‘वसुधैव कुटुंबकम’. उन्होंने कहा कि देश में जब कोरोना संकट शुरु हुआ, तब भारत में एक भी पीपीई (PPE) किट नहीं बनती थी. N95 मास्क का भी नाममात्र उत्पादन होता था. आज स्थिति ये है कि भारत में ही हर रोज 2 लाख PPE और 2 लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं.

‘लोकल’ को बताया जीवन मंत्र, लोकल के वोकल बनने की अपील

अपने पूरे भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत और ‘लोकल’ की बात कही. पीएम मोदी ने कहा कि पहले खादी को बढ़ाने के लिए भी एक छोटा सा प्रयास किया गया था और बाद में वो एक बड़ा मंच गया. इसी तरह आज से हर भारतवासी को लोकल को अपना जीवन मंत्री बनाते हुए अपने लोकल के लिए ‘वोकल’ बनना है. पीएम ने कहा कि न सिर्फ लोकल प्रोटेक्ट को खरीदने हैं बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करना है. पीएम ने विश्वास जताया कि हमारा देश ऐसा कर सकता है.

वहीं पीएम मोदी ने आत्मनिर्भरता पर जोर देते हुए कहा कि आत्मबल और आत्मविश्वास से ही आत्मनिर्भरता संभव है. आत्मनिर्भरता ही ग्लोबल सप्लाई चेन में कड़ी स्पर्धा के लिए भी देश को तैयार करती है. आत्मनिर्भरता हमें सुख और संतोष देने के साथ-साथ सशक्त भी करती है. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का ये युग हर भारतवासी के लिए नूतन प्रण और नूतन पर्व भी होगा.

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