अब प्रताप सिंह खाचरियावास उनके भाई और पिता को जमीन खरीद के मामले में ईडी ने दिया नोटिस

बीजेपी ने बहुत गंदा खेल खेला है और उनके 80 साल के पिता के नाम नोटिस भेजा है, बीजेपी को समझना चाहिए कि उनके पिता लक्ष्मण सिंह शेखावत स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत के छोटे भाई हैं जो बीजेपी के बड़े नेता थे - खाचरियावास

प्रताप सिंह खाचरियावास
प्रताप सिंह खाचरियावास

Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में पिछले एक महीने से जारी सियासी घमासान का अभी पूरी तरह पटाक्षेप होना बाकी है. इसी बीच पहले मुख्यमंत्री गहलोत के करीबी कांग्रेस नेताओं, उसके बाद खुश सीएम गहलोत के बड़े भाई और अब गहलोत सरकार में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और उनके परिजनों को प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने नोटिस दिया है. प्रताप सिंह खाचरियावास, उनके भाई और पिता के नाम जमीन खरीद के मामले में ईडी का नोटिस आया है. जानकारी के मुताबिक पीएसीएल कंपनी के एजेंट के रूप में प्रताप सिंह खाचरियावास के परिवार की कंपनी बॉर्डर पर जमीनों की खरीद-फरोख्त का काम करती थी. इसी मामले में पैसे के लेन-देन में ईडी का नोटिस आया है.

ईडी के नोटिस पर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी ने बहुत गंदा खेल खेला है और उनके 80 साल के पिता के नाम नोटिस भेजा है. इसमें कहा गया है कि दिल्ली दफ्तर में आकर अपना बयान दर्ज करवाएं. प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी को समझना चाहिए कि उनके पिता लक्ष्मण सिंह शेखावत स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत के छोटे भाई हैं जो बीजेपी के बड़े नेता थे और अपने परिवार के लोगों के खिलाफ इस तरह से साजिश रच रहे हैं. खाचरियावास ने कहा कि हम ईडी के नोटिस का जवाब देंगे, हमें पहले से पता था कि केंद्र सरकार नोटिस देगी, लेकिन कांग्रेस नेता केंद्र से घबराने वाले नहीं हैं. केंद्र सरकार कांग्रेस नेताओं को प्रताड़ित कर रही है.

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वहीं प्रदेश के सियासी संकट के बीच पायलट खेमे की वापसी के बाद सरकार समर्थक विधायकों की नाराजगी पर खाचरियावास ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि 19 विधायकों की वापसी पर हाईकमान ने फैसला किया है, हाईकमान के फैसले के बाद अब कोई सवाल नहीं रह जाता है. विधायक दल की बैठक में जाहिर हुई विधायकों की नाराजगी पर खाचरियावास ने कहा कि विधायक दल की बैठक में हमारे विधायकों ने अपनी बात रखी. जब 19 विधायकों की बात हाईकमान सुन सकता है तो 100 से ज्यादा विधायकों को भी अपनी राय रखने का अधिकार है.

जैसलमेर से वापस जयपुर लौटे मंत्री खाचरियावास ने आगे कहा कि विधायक दल की बैठक में विधायकों ने अपनी भावना रख दी, सबने अपना दर्द जाहिर कर दिया अब आगे जो भी आलाकमान का आदेश होगा वो हम सभी को मान्य होगा.

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वहीं सचिन पायलट के बोले निकर वाले बयान पर खाचरियावास ने कहा कि जब एक विधायक ने मुझ पर व्यक्तिगत हमला किया तब मैंने यह बयान दिया था, क्योंकि आक्रमण से अच्छा बचाव नहीं है. खाचरियावास ने आगे कहा कि मेरी बात को गलत तरीके से लिया गया मैनें कहा कि सचिन पायलट जब स्कूल में थे तब 1992 में मैं राजस्थान यूनिवर्सिटी का अध्यक्ष बन गया था. इस बयान को गलत रूप में नहीं लेना चाहिए.

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