Politalks.News/Rajasthan. कोटा सम्भाग के 4 जिलों का फीडबैक लेने गए प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अजय माकन और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के सामने शनिवार को कांग्रेस नेताओं ने शिकायतों का पिटारा खोल दिया. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यूडीएच छोड़कर हर विभाग में नौकरशाही हावी है और कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं होती है. नेताओं ने कहा कि सरकारी कार्यालयों में भाजपा व संघ से जुड़े अधिकारी और कार्यकर्ता जमे हुए हैं. इनके तबादले होने चाहिए. बैठक में गुटबाजी और व्यक्तिगत आरोपों का मुद्दा भी उठा और प्रदेश प्रभारी अजय माकन को यह कहना पड़ा कि आज की बैठक व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप का मंच नहीं है. किसी नेता से व्यक्तिगत शिकायत है तो वह लिखकर दें, यहां आरोप न लगाएं.
कांग्रेस का प्रदेश और जिलास्तर पर संगठन तैयार करने के लिए प्रदेश प्रभारी अजय माकन और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने सम्भागवार फीडबैक का सिलसिला एक बार फिर शुरू किया है. इसी के तहत अजय माकन और गोविंद सिंह डोटासरा शनिवार को कोटा गए थे. यहां स्वायत्त शासन मंंत्री शांति धारीवाल, वरिष्ठ विधायक रामनारायण मीणा सहित कोटा सम्भाग के ज्यादातर बड़े नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे. बैठक में नौकरशाही के हावी होने का मुद्दा प्रमुख रूप से उठा और कार्यकर्ताओं ने कहा कि उनकी सुनवाई नहीं होती. इसके साथ ही कार्यकर्ताओं ने भाजपा व संघ से जुड़े कर्मचारियों के तबादले नहीं किए जाने पर भी नाराजगी जाहिर की.
यह भी पढें: सीएम अशोक गहलोत टेप-रिकाॅर्डर की तरह निरंतर आरोप लगाते हैं, जिनका कोई जनाधार नहीं: पूनियां
बैठक में विधायक और नेताओं की संगठन और सरकार के प्रति नाराजगी भी खुल कर सामने आई. सबसे ज्यादा चोंकाने वाली बात विधायक भरत सिंह का मीटिंग में नहीं आना रहा. सूत्रों की मानें तो सरकार में सुनवाई नहीं होने के कारण विधायक भरत सिंह इस बैठक में नहीं पहुंचे. तो वहीं कांग्रेस नेता नईमुद्दीन गुड्डू ने अपने समर्थकों के साथ गाड़ी के आगे आकर अजय माकन और गोविंद सिंह डोटासरा को रोका और नाराजगी जताई.
वहीं बैठक में न कहा कि यूडीएच को छोड़ बाकी विभागों में अफसर दादागिरी करते हैं. उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर लगे मुकदमे वापस लेने की मांग भी की. वहीं आबिद कागजी ने कहा कि मंत्री सम्भाग स्तर पर भी सुनवाई करें. पंकज मेहता, कोटा नगर निगम के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अनिल सुवालका, पूनम गोयल ने भी सुझाव दिए. झालावाड़ कांग्रेस की बैठक में स्थानीय नेताओं के बीच नोंक-झोंक भी हुई. बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक भरत सिंह की गैर मौजूदगी चर्चा का विषय रही. कुछ कार्यकर्ताओं ने उन्हें मंत्री बनाए जाने की मांग उठाई.
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने कहा कि बैठक में कई कार्यकर्ताओं ने संगठन को ज्यादा तरजीह देने का सुझाव दिया. मैं इस बात से पूरी तरह सहमत हूं कि संगठन को ज्यादा तरजीह मिलनी चाहिए. संगठन से सत्ता बनती है, सत्ता से संगठन नहीं बनता. माकन ने कहा कि हमारा 31 दिसम्बर तक प्रदेश कार्यकारिणी और जनवरी अंत तक राजनीतिक नियुक्तियां करने का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि कई सुझाव आए हैं. मंत्रियों को ब्लॉक स्तर पर भी जनसुनवाई करने का सुझाव दिया है. प्रभारी मंत्री अब महीने में 2 बार जनसुनवाई करेंगे.
यह भी पढ़ें: एनडीए से गठबंधन तोड़ा है लेकिन मैं यूपीए या कांग्रेस का दामन कभी नहीं थामूंगा- हनुमान बेनीवाल
इस दौरान अजय माकन ने कोटा में शहरी विकास के कामों के लिये खासतौर पर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की सराहना ये कहते हुए की कि बतौर पूर्व केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री में कोटा में तरक्की के कामों को देखकर बेहद प्रभावित हूं. बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस में माकन ने कहा कि इसी माह के अंत तक पीसीसी में शेष सांगठनिक नियुक्तियों का काम पूरा कर लिया जाएगा और इसके बाद अगले माह से राजनैतिक नियुक्तियों का काम शुरु कर देंगे. माकन और डोटासरा दोनों ही नेताओं ने किसानों के मुद्दे पर केन्द्र सरकार को जमकर घेरने का प्रयास किया और ऐलान किया कि अपने स्थापना दिवस 28 दिसंबर से कांग्रेस किसान आंदोलन में किसानों के समर्थन में सक्रिय आंदोलन छेड़ने वाली है.