आजकल देश में खुद को सुर्खियों में रखने का कइयों ने निकाला अनूठा ओछा तरीका, किसी धर्म, भगवान, राजनेता या अभिनेता पर ओछी और छिछालेदर टिप्पणी कर सुर्खियां बटोरने का है ये तरीका, सोशल मीडिया बना इसका सबसे बड़ा हथियार, इसी कड़ी में अब कन्नड लेखक और रिटायर्ड प्रोफेसर केएस भगवान ने भगवान श्रीराम पर कर दी है आपत्तिजनक टिप्पणी, कहा- (भगवान) राम पहले दोपहर में सीता के साथ बैठकर और फिर रात में अकेले में पीते थे शराब, राम ने अपनी पत्नी सीता को भेज दियाजंगल में और नहीं की उनकी परवाह, यही नहीं राम ने पेड़े के नीचे तपस्या कर रहे एक शूद्र युवक शंबूक का काट दिया सिर, यह मैं नहीं कह रहा हूं, वाल्मिकी रामायण और अन्य दस्तावेजों में लिखा है ऐसा, ऐसे में राम कैसे हो सकते है आदर्श?’, करोड़ों हिंदुओं की आस्था के प्रतीक भगवान श्रीराम पर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कर्नाटक के मांड्या में लेखक केएस भगवान ने कहा- आजकल राम राज्य बनाने की बात चल रही है… वाल्मीकि रामायण के उत्तर कांड को पढ़ने से पता चलता है कि (भगवान) राम नहीं थे आदर्श, राम ने 11,000 वर्षों तक शासन नहीं बल्कि केवल 11 वर्षों तक ही किया था शासन, केएस भगवान के इस बयान पर कर्नाटक भाजपा में आया सियासी उबाल, विवेक रेड्डी ने कहा कि ऐसे लोगों का किया जाना चाहिए सामाजिक बहिष्कार, लेखक का बयान दर्शाता है उनकी मानसिकता को