बहुचर्चित पेपरलीक कांड पर विपक्ष और अपनों के बाद अब आमजन के निशाने पर आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, बीते रोज शनिवार को श्रीगंगानगर के गांव डाबला स्थित गुरु जंभेश्वर मंदिर में दर्शन करने पहुंचे सीएम गहलोत को पेपरलीक की घटनाओं पर दुखी और आक्रोशित महिला ने जमकर सुनाई खरी खरी, साठ वर्षीय ग्रामीण महिला अपने हाथ में लड्डू गोपाल लिए मिली मुख्यमंत्री गहलोत से, और ठेठ राजस्थानी ग्रामीण भाषा में सीएम को जमकर सुनाई खरी-खरी, बड़ी बात यह इस वाकये के दौरान प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी सीएम गहलोत के साथ थे मौजूद, दुखी और आक्रोशित महिला ने सीएम गहलोत से कहा- ‘हमारे बच्चों का पेपर लीक हो गया, जिस घर में चार बेटियां हैं और चारों को ही पढ़ा रहे हैं, उसकी एक भी बेटी नहीं लगी नौकरी, परिजन भटक रहे हैं, किसी की नहीं होती सुनवाई, सब आपके हाथ में ही है, वर्ष 2022 में हमारे बच्चों ने दिया पेपर, आप नारा देते हो बेटी पढ़ाओ, बेटियों के साथ बुजुर्ग पिता जाता है परीक्षा दिलाने, वो बाहर बैठा रहता है, बाद में अखबार में पढ़ने को मिलता है कि पेपर लीक हो गया, ऐसे में हम परिजन पर क्या बीतती है? ये सुनवाई करते हो क्या आप? यदि इंसान हो तो समय की कद्र करो,’ करीब एक मिनिट तक ग्रामीण महिला मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने करती रही अपना दर्द बयां, लेकिन सीएम गहलोत और प्रभारी रंधावा सिर हिलाने के सिवा नहीं दे सके महिला को कोई सांत्वनापूर्ण जवाब