जोशीमठ की दरारों को भरकर दिखाएं चमत्कार, फिर हम भी करेंगे नमस्कार- शंकराचार्य की शास्त्री को चुनौती

26 साल के धीरेंद्र शास्त्री इस बात का दावा करते हैं कि उन पर हनुमान जी की विशेष कृपा है और उनकी प्ररेणा से वो लोगों की समस्याओं को दूर कर देते, इस पर ज्योतिषपीठ के स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने चुनौती देकर कहा कि चमत्कार दिखाने वाले जोशीमठ आकर रोककर दिखाएं धसकती जमीन, फिर हम करेंगे उनकी जय-जयकार करेंगे, और करेंगे नमस्कार, नहीं तो ये चमत्कार छलावा है, इससे ज्यादा कुछ नहीं

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Shankaracharya Saraswati on Dhirendra Shastri. देशभर में इस समय दो ही बड़े मुद्दे सियासी चर्चा और चिंता का विषय बने हुए हैं. एक बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री के कथित चमत्कार या पाखंड के चर्चे और दूसरा उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन धंसने से मकानों में आई दरारों की घटना ने सरकार से लेकर संत-महंतों तक को चिंता में डाल दिया है. इस प्राकृतिक आपदा के आगे सभी पूरी तरह लाचार दिख रहे हैं. इस बीच अब ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने धीरेंद्र शास्त्री के चमत्कारों को चुनौती दे दी है. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कहा है कि चमत्कार दिखाने वाले जोशीमठ आकर धसकती जमीन रोककर दिखाएं. फिर हम भी उनकी जय-जयकार करेंगे, नमस्कार करेंगे. हालांकि, स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने किसी का नाम तो नहीं लिया है, लेकिन साफ है कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर हमला बोला है.

आपको बता दें कि बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं. 26 साल के धीरेंद्र शास्त्री इस बात का दावा करते हैं कि उन पर हनुमान जी की विशेष कृपा है और उनकी प्ररेणा से वो लोगों की समस्याओं को दूर कर देते हैं. सोशल मीडिया पर उनकी कई कथाओं की वीडियो वायरल हैं जिसमें वो लोगों की समस्याओं को सुनते और उनके निवारण करने का दावा कर रहे हैं. ऐसे में अब बागेश्वर धाम बाबा के खिलाफ अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लग रहा है. साथ ही, महाराष्ट्र के नागपुर शहर में कथा को बीच में छोड़कर भागने का भी उन पर आरोप है. कहा गया, धीरेंद्र शास्त्री ने संस्थान की चुनौती को स्वीकार नहीं किया और वो वहां से भाग गए. ऐसे में कोई उन्हें चमत्कार कर के दिखाने की चुनौती दे रहा है. तो कोई मन की बात बताने पर 30 लाख रुपये देने की बात कर रहा है. वहीं, राम देव बाबा से लेकर विश्व हिंदू परिषद के लोग उनके समर्थन में भी उतरे हैं.

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इसी बीच अब ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने रायपुर में दरबार लगाकर चमत्कार दिखा रहे बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में बिना शास्त्री का नाम लिए शंकराचार्य ने कहा है कि चमत्कार दिखाने वाले यदि उनके जोशीमठ के मकानों में आई दरारों को अपने चमत्कार से भर दें तो वो उनका स्वागत करेंगे. यही नहीं हम उनके लिए फूल बिछाएंगे कि आओ, ये जो हमारे मकानों में दरार आ गई है, हमारे मठ में आ गई है, उसे जोड़ दो. शंकराचार्य ने कहा कि आज सारे देश की जनता यही चाहती है कि कहीं कोई चमत्कार हो जाए. अगर किसी के पास कोई अलौकिक शक्ति आ गई है और जादूगर की तरह छड़ी घुमाकर अचानक कुछ कर सकते हैं तो जोशीमठ की जनता की भलाई के लिए कोई चमत्कार करके दिखाएं तो हम भी उनकी जय-जयकार करेंगे, नमस्कार करेंगे, नहीं तो ये चमत्कार छलावा है, इससे ज्यादा कुछ नहीं है, हम लोग तो ऐसा चमत्कार नहीं जानते.

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स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा, ”कोई ऐसा चमत्कारी पुरुष है तो धर्मांतरण रोक दे, लोगों की आत्महत्या रोक दे, लोगों के घरों में झगड़े और फसाद हो रहे हैं, सुमति ला दे. पूरा देश आकर एक-दूसरे से प्यार करने लग जाए. जो वर्गों में विद्वेष हो रहे हैं, उन वर्गों के विद्वेष रोक दे. ऐसा कुछ जनता और राष्ट्र के लिए उपयोगी चमत्कार करके दिखाए, तब हम उसको चमत्कारी पुरुष कह सकते हैं. बता दें कि, जोशीमठ में जमीन धंसने की घटना के कारण दरार आने वाली इमारतों की संख्या अब बढ़कर 863 हो गई है. इमारतों, सड़कों और सार्वजनिक सुविधाओं में दिखाई देने वाली दरारों के कारण जोशीमठ संकट में दिखाई दे रहा है. भीषण सर्दी और बर्फबारी के चलते प्रभावित परिवारों को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.

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