पॉलिटॉक्स ब्यूरो. चारा घोटाले में सजा काट रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) फिर एक बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए. लालू लगातार 11वीं बार आरजेडी के अध्यक्ष बने हैं. पार्टी के राष्ट्रीय सहायक निर्वाचन पदाधिकारी चितरंजन गगन ने बताया कि 2019-22 के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए केवल लालू यादव का ही नामांकन पत्र मिला. पटना स्थित पार्टी कार्यालय में लालू यादव (Lalu Prasad Yadav) की ओर से विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और विधायक तेज प्रताप यादव ने नामांकन पत्र जमा कराया. फिलहाल लालू रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रम्स) में बीमारी के चलते भर्ती हैं. देवघर ट्रेजरी से अवैध निकासी मामले में उन्हें जमानत पहले ही मिल चुकी है लेकिन दुमका ट्रेजरी सेअवैध निकासी के मामले में जमानत रद्द होने से वे अभी बाहर नहीं आ पाए हैं. (Lalu Prasad Yadav)
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बिहार में साल 2020 में विधानसभा चुनाव होना है और लालू (Lalu Prasad Yadav) की पार्टी RJD उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री चेहरा रख चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी हुई है. लोकसभा चुनावों में पार्टी की करारी हार के बाद तेजस्वी के अचानक राजनीति से मुखर होने का खामियाजा राजद को भुगतना पड़ा है और कई सहयोगी पार्टियों ने अलग से चुनावी मैदान में उतरने का फैसला कर लिया. लेकिन अब पार्टी की गाड़ी पटरी पर लौटती दिख रही है क्योंकि तेजस्वी फिर से सक्रिय हो गए हैं. उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव भी कई जगहों पर तेजस्वी के साथ देखे जा रहे हैं.
हालांकि पार्टी की स्थिति वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जेडीयू के सामने थोड़ी कमजोर है लेकिन युवा नेतृत्व के हाथों में बागड़ोर होने के चलते पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश बना हुआ है. बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का राजद के साथ आना करीबन तय है. सीएम पद का दावेदार बनाने के बाद यहां की जनता में तेजस्वी को लेकर पॉजिटिविटी देखी जा रही है. ऐसे में राजद अन्य सहयोगी पार्टियां अगर राजद के साथ आती हैं तो मुकाबला टक्कर का बन सकता है.