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PM Narendra Modi and the President of Kyrgyz Republic, Mr. Sooronbay Jeenbekov

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल में किर्गिस्तान की यात्रा पर पर थे. यहां उन्होंने एसईओ समिट 2019 में भाग लिया था. पीएम आज ही वहां से लौटे हैं. किर्गिस्तान की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच 15 विभिन्न प्रकार के समझौतों पर सहमति बनी है. अपने अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी उपस्थित लोगों को संबोधित किया. क्या कहा अपने संबोधन में पीएम मोदी ने, आइए जानते हैं…

माननीय किर्गिज रिपब्लिक के राष्ट्रपति और मेरे मित्र श्रीमान सुरोन्बाय जीन्बेकोव.

दोस्तों,

मेरे प्रतिनिधिमंडल और मेरे गर्मजोशी से सत्कार के लिए, मैं राष्ट्रपति जीन्बेकोव का आभार व्यक्त करता हूं. मैं किर्गिज़स्तान को लगभग पिछले 30 वर्ष की अभूतपूर्व उपलब्धियों पर बधाई देता हूं. अपनी प्राकृतिक सुंदरता, मजबूत लोकतंत्र और प्रतिभासंपन्न लोगों की वजह से इस देश का भविष्य उज्वल है. भारत के लोगों के प्रति किर्गिज लोगों की दोस्ती और प्रेम ह्रदय को छू लेने है. अपने पिछले प्रवास में और इस बार भी मैंने यहां बिल्कुल घर जैसा अपनापन महसूस किया है.

मैं, आपको SCO समिट की सफल अध्यक्षता पर शुभकामनाएं देता हूं. आपकी अध्यक्षता में, क्षेत्रीय सहयोग को और बेहतर बनाने में SCO ने अनेक कदम उठाएं हैं. पिछले महीने नई दिल्ली में, मेरे शपथ ग्रहण समारोह को आपने सुशोभित किया. मैं आपका बहुत आभारी हूं. मुझे इस बात की भी खुशी है कि आज आप के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करने का अवसर प्राप्त हुआ. भारत और किर्गिज रिपब्लिक दोनों ही आपसी संबंधों को बहुत अधिक महत्व देते हैं.

दोस्तों,

आज मेरी राष्ट्रपति जीन्बेकोव के साथ अनेक मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई. हम दोनों ही अनुभव करते हैं कि हमारे बीच सहयोग की अपार संभावनाएं हैं. आज हमने अपने द्विपक्षीय सबंधों को सामरिक भागीदारी के स्तर पर ले जाने का निर्णय लिया है. इससे हमें अपनी साझेदारी के प्रत्येक क्षेत्र में दीर्घकालिक सहयोग करने में मदद मिलेगी.

दोस्तों,

दो प्राचीन और गौरवशाली सभ्यताओं के रूप में, हम एक-दूसरे से स्वभाविक रूप से जुड़े हुए हैं. भारत और मध्य एशिया के गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध रहे हैं. भारत और किर्गिज रिपब्लिक महाकाव्यों की भूमि है. उदाहरण के लिए भारत में महाभारत और रामचरित मानस और किर्गिज रिपब्लिक में मानस. हम दोनों देश लोकतंत्र हैं और विविधता से भरे हैं.

हमारे प्राचीन संबंधों और शांति को बढ़ाने की हमारी साझी भावना ने हमें अपने संबंधों को और अधिक मजबूत करने की प्रेरणा दी. इससे हमारे राजनैयिक संबंधों में भी विस्तार हुआ है. द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मुद्दों के विभिन्न क्षेत्रों पर, भारत और किर्गिज रिपब्लिक नियमित रूप से एक-दूसरे के साथ घनिष्ठता से परामर्श करते हैं. बहुत सारे अंतरराष्ट्रीय विषयों पर हम समान दृष्टिकोण रखते हैं. यूनाइटेड नेशन्स और दूसरे अंतर्राष्ट्रीय पटलों पर, हमारा सहयोग सुदृढ़ है. सैन्य प्रशिक्षण, संयुक्त युद्ध अभ्यास, अनुसंधान क्षेत्र
और सैन्य तकनीकी क्षेत्रों में हमारा रक्षा सहयोग बढ़ा है. दोनों देशों ने रक्षा सहयोग पर ज्वॉइंट वर्किंग ग्रुप के गठन का निर्णय लिया है. हमारे बीच आर्थिक सहयोग की अपार संभावनाएं हैं. दोनों देश मिलकर इनका फायदा उठा सकते हैं.

दोस्तों,

आज हमारे बीच द्विपक्षीय निवेश संधि और दोहरे कराधान से बचाव समझैाते (DTAA) हुए हैं. हम दोनों देश व्यापार और आर्थिक सहयोग के क्षेत्र में पांच साल के रोड मैप पर भी सहमत हुए हैं. राष्ट्रपतिजी और मैंने B2B सहयोग को बढ़ाने में लिए, आज India-Kyrgyz Business Forum का संयुक्त रूप से शुभारंभ किया है. इस साल बिश्केक में ‘नमस्कार यूरेशया’ भारतीय ट्रेड शो का आयोजन भी किया जायेगा. मैं भारतीय कंपनियों से जोर देकर कहता हूं कि वे किर्गिज रिपब्लिक में निर्माण, रेलवे, हाइड्रो पावर, माइनिंग और इसके जैसे अन्य क्षेत्र के अवसरों का अध्ययन करें.

दोस्तों,

किर्गिज रिपब्लिक की विकास जरूरतों को पूरा करने के लिए, आज मुझे 200 मिलियन डॉलर की रियायती ‘लाइन आॅफ क्रेेडिट’ की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है. मैं आशा करता हूं कि भारत के सहयोग से किर्गिज रिपब्लिक में बहुत-सी संयुक्त आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने में सहायता मिलेगी. भारत और किर्गिज रिपब्लिक तथा मध्य एशिया के बड़े भूभाग पर बेहतर कनेक्टिविटी से दोनों तरफ के लोगोंके बीच व्यापार, निवेश और people-to-people contacts को बढ़ावा मिलेगा.

दोस्तों,

भारत और किर्गिज रिपब्लिक ने जनवरी में उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित विदेश मंत्रियों के स्तर की First India-Central Asia Dialogue में सक्रियता से भागीदारी की. हमारे साझा क्षेत्र में समृद्धि, शांति और स्थिरता के लिए हमारा साझा दृष्टिकोण भी है.

भारत और किर्गिज रिपब्लिक जैसे लोकतान्त्रिक और विविधता भरे समाजों को आज आतंकवाद से सबसे बड़ा खतरा है. हम आतंकवाद और कट्टरवाद के समाधान के लिए एकजुट हैं. आतंकवाद के प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराना होगा. पूरी दुनिया को यह संदेश देने की जरूरत है कि आतंकवाद को किसी भी तरीके से उचित नहीं माना जा सकता.

दोस्तों,

बिश्केक में भारत-किर्गिज संयुक्त कपड़ा प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया गया है. प्रदर्शनी को उत्साह से देखने वाले लोगों को आश्चर्य हुआ होगा कि भारत और Kyrgyz textile परंपराओं के बीच कितनी समानता है. भारत और किर्गिज रिपब्लिक माउंटेन इकोलॉजी, ग्रीन टूरिज्म और स्नो लेपर्ड के संरक्षण जैसे विषयों पर भी सहयोग करेंगे. हमारे लोगों के बीच people-to-people मैत्री और सांस्कृतिक घनिष्ठता सबसे बड़ी संपत्ति है. मैं चाहता हूं कि इसे संजोया जाए. इसके लिए भी अनेक कदम उठाए गए हैं.

मुझे घोषणा करते हुए प्रसन्नता है कि वर्ष 2021 को किर्गिज रिपब्लिक और भारत के बीच सांस्कृतिक और मैत्री के वर्ष के रूप में मनाने पर हम सहमत हुए हैं. एक बार फिर से राष्ट्रपतिजी, आपका धन्यवाद करता हूं. इस अवसर पर मैं आपको भारत आने का निमंत्रण देता हूं. आपका भारत में स्वागत करना हमारे लिए बड़े सम्मान की बात होगी.

धन्यवाद.

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