उत्तराखंड में चुनावी शंखनाद कर बोले शाह- कांग्रेस राज में हाईवे रोक होती थी नमाज, ये क्या करेंगे विकास

भाजपा का मिशन उत्तराखंड,'चाणक्य' ने फूंका चुनाव अभियान का बिगुल, शाह ने एक तरफ कांग्रेस की पिछली सरकार पर जड़ा तुष्टिकरण का आरोप तो दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को खुली चर्चा के लिए ललकारा, उत्तराखंड सरकार की महत्वाकांक्षी ‘घसियारी कल्याण योजना’ का किया शुभारंभ, तीन मुख्यमंत्री बदल सियासी बवंडर में फंसी है भाजपा!

कांग्रेस राज में हाईवे रोक होती थी नमाज
कांग्रेस राज में हाईवे रोक होती थी नमाज

Politalks.News/Uttarakhand. भाजपा के चाणक्य अमित शाह अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अब पूरी तरह एक्टिव हो गए हैं. गोवा, जम्मू कश्मीर, यूपी के बाद आज शाह ने देवभूमि उत्तराखंड में हुंकार भरी. उत्तराखंड में अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने वाले हैं. अपने एक दिवसीय उत्तराखंड दौरे के दौरान शाह ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया. अमित शाह ने कहा कि, ‘तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली कांग्रेस पार्टी देवभूमि का विकास नहीं कर सकती है. पहले यहां नमाज अदा करने के लिए रोड रोक दी जाती थी. अमित शाह ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को प्रदेश से जुड़े कई मुद्दों को लेकर खुली चर्चा के लिए ललकारा. आपको बता दें कि भाजपा ने देवभूमि में एक के बाद एक तीन सीएम बदलें हैं और इसको लेकर वो कांग्रेस और आम आदमी के निशाने पर है. ऐसे में अब शाह का यह दौरा बूस्टर का काम करेगा.

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने देहरादून में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना लॉन्च की. अमित शाह ने इस योजना को कहा कि, ‘प्रदेश की मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के अंतर्गत 30% सब्सिडी पर दो रुपये प्रति किलो के हिसाब से किसानों को पशु आहार दिया जाएगा. इस प्रकार के वैज्ञानिक तरीके के चारे से पशुओं का स्वास्थ्य अच्छा होने के साथ-साथ पशुओं की दूध देनी की क्षमता में भी बढ़ोतरी होगी’. अमित शाह ने कहा कि, ‘सहकारिता आंदोलन को कांग्रेस के राज में कमजोर कर दिया गया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अलग सहकारिता मंत्रालय बनाकर सहकारिता से जुड़े देश के करोड़ों किसान, महिलाएं, मजदूर, महिलाएं, इन सबके कल्याण के लिए बहुत बड़ा काम किया है’.

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वहीं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि, ‘देवभूमि की रचना करने का काम श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने किया था. उस वक़्त न जाने कितने युवा राज्य की मांग करते हुए शहीद हो गए थे. अटल बिहारी जी के नेतृत्व में भाजपा भी उत्तराखंड के युवाओं के साथ इस मांग को बुलंद कर रही थी. तब उत्तराखंड के युवाओं पर गोली किसने चलाई थी, इसे भी याद कीजिएगा’. अमित शाह ने इस दौरान पूर्व कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. अमित शाह ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया.

भाजपा के ‘चाणक्य’ अमित शाह ने आगे कहा कि, ‘कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार, घपले, घोटाले का पर्याय बनी हुई है. कांग्रेस किसी भी राज्य में कल्याण का कार्य नहीं कर सकती, ना तो वो गरीबों का सोच सकती है और ना ही अच्छे प्रशासन का सोच सकती है. गरीब कल्याण और अच्छा प्रशासन मोदी जी के नेतृत्व में केवल और केवल भाजपा सरकार दे सकती है’. अमित शाह ने कहा कि, ‘कांग्रेस पार्टी वादा खिलाफी करने वाली पार्टी है. कांग्रेस पार्टी राजनीतिक रूप से सत्ता हथियाकर उसका उपभोग करने वाली पार्टी है. कांग्रेस पार्टी कभी भी किसी लोक कल्याण का कार्य नहीं कर सकती है. तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली कांग्रेस पार्टी देवभूमि का विकास नहीं कर सकती है’.

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अमित शाह ने कहा कि, ‘कोविड 19 का दौर रहा हो या उत्तराखंड में जलप्रलय का, कांग्रेसी कहीं नहीं दिखाई दिए लेकिन चुनाव आते ही ये लोग निकल आते हैं और बरसाती मेंढक की तरह प्रेस कॉन्फ्रेंस करने लगते हैं’. अमित शाह ने कहा कि पहले यहां नमाज अदा करने के लिए रोड रोक दी जाती थी. लेकिन आज सभी धर्मों के साथ हमारी सरकार मिलकर काम कर रही है.

एक और महत्वपूर्ण बयान देते हुए अमित शाह ने कांग्रेस की पिछली उत्तराखंड सरकार पर तुष्टिकरण के आरोप लगाए. शाह ने कहा, ‘जब मैं पिछली बार कांग्रेस सरकार के समय में यहां आया था, तब कुछ लोग मुझसे आकर मिले और मुझसे पूछा कि आपको पता है, यहां शुक्रवार को क्या होता है? उनका कहना था कि यहां हाईवे बंद कर दिया जाता है ताकि नमाज़ अदा की जा सके. कांग्रेस केवल तुष्टिकरण की राजनीति करती रही है. ये लोग देवभूमि से न्याय नहीं कर सकते.’

इस दौरान अमित शाह ने सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर निशाना साधा और उन्हें खुली चुनौती देते हुए कहा कि, ‘मैं हरीश रावत जी को चैलेंज देता हूं कि वो आएं और खुली डिबेट कर लें कि कांग्रेस ने अपने कितने वादे निभाए और भाजपा ने अपने घोषणापत्र के कितने वादे निभाए हैं. मेरा दावा है कि भाजपा ने जो कुछ घोषणापत्र में कहा था, उसका 85 फीसदी करके दिखाया है. अमित शाह के इस बयान को इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि हरीश रावत ही नहीं, बल्कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी भाजपा के वादों को जुमला कह चुके हैं और कांग्रेस के वादों को गारंटी’.

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प्रदेश भाजपा सरकार का गुणगान करते हुए अमित शाह ने कहा कि, ‘उत्तराखंड में विकास की बयार तब आई, जब जनता ने पूर्ण बहुमत की भाजपा की सरकार बनाई. कोरोना से बचाव के लिए टीके की पहली डोज का शत-प्रतिशत टीकाकरण पूरा करने वाले राज्यों में से एक उत्तराखंड है’. इस दौरान अमित शाह ने बड़ा एलान करते हुए कहा कि’ ‘उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्रों में भी हर घर में नल से जल पहुंचाने का हमारा संकल्प है. मैं विश्वास दिलाता हूं कि दिसंबर 2022 से पहले उत्तराखंड के हर घर में नल से जल पहुंचेगा और माताओं-बहनों को दूर से शुद्ध जल नहीं लाना होगा’.

इस दौरान अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 5 नवंबर को केदारनाथ दौरे की भी जानकारी दी. अमित शाह ने कहा कि, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 नवंबर को केदारनाथ धाम पहुंचेंगे और भगवान आदि शंकराचार्य जी की बहुत बड़ी मूर्ति का शुभारंभ करेंगे’. आपको बता दें घसियारी योजना लॉंच करने के बाद अमित शाह प्रदेश भाजपा के नेताओं के साथ चर्चा भी की. घसियारी योजना लॉंच के समय गृहमंत्री अमित शाह के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, सहकारिता मंत्री धनसिंह रावत, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक समेत संगठन के आला पदाधिकारियों ने मंच साझा किया.

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