पुरुलिया में पीएम मोदी ने कसा ममता की पार्टी पर बड़ा तंज, कहा- TMC मतलब ‘ट्रांसफर माय कमीशन’

'दीदी बोले खेला होबे-बीजेपी बोले चाकरी होबे, दीदी बोले खेला होबे - विकास होबे, दीदी बोले खेला होबे - शिक्षा होबे, दीदी बोले खेला होबे - हॉस्पिटल होबे, दीदी बोले खेला होबे - स्कूल होबे, दीदी बोले खेला होबे - सोनार बांग्ला होबे- पीएम मोदी'

पुरुलिया में पीएम मोदी ने कसा ममता की पार्टी पर बड़ा तंज, कहा- TMC मतलब 'ट्रांसफर माय कमीशन'
पुरुलिया में पीएम मोदी ने कसा ममता की पार्टी पर बड़ा तंज, कहा- TMC मतलब 'ट्रांसफर माय कमीशन'

Politalks.News/WestBengalElection. 27 मार्च से शुरू होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस (TMC) दोनों ही पार्टियां जी जान से मेहनत कर रही है. बता दे, पैर में चोट लगने के बावजूद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व्हीलचेयर को अपना हथियार बना चुनावी मैदान में उतर चुकी हैं. वहीं ममता की चुनौती को माकूल जवाब देने एक दिन के चुनावी दौरे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज बंगाल पहुंचे. ममता बनर्जी के तथाकथित बयान ‘बंगाल में खेला होबे’ को लेकर पीएम मोदी ने ममता दीदी को जमकर घेरा. इस दौरान पीएम मोदी ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली TMC पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि, “भाजपा की केंद्र सरकार की नीति है- DBT- यानि ‘डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर’, जबकि पश्चिम बंगाल में दीदी सरकार की दुर्नीति है- TMC– यानि ‘ट्रांसफर माय कमीशन’, यहां आयुष्मान योजना लागू नहीं हुई क्योंकि ‘ट्रांसफर माय कमीशन’ नहीं हो पाया.”

पीएम मोदी ने पुरुलिया में एक रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में TMC के दिन अब गिनती के रह गए हैं और ये बात ममता दीदी भी अच्छी तरह समझ रही हैं, इसलिए वो कह रही हैं ‘खेला होबे’. वहीं दूसरी ओर जहां ममता बनर्जी अपने 10 साल के शासन के दौरान हुए विकास कार्यों के नाम पर वोट मांग रही है तो वहीं बीजेपी केंद्र की नीतियों, धारा 370, राम मंदिर, CAA-NRC को लेकर चुनावी मैदान में उतरी है. ममता बनर्जी की नीतियों पर सवाल उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2 मई के बाद जब पश्चिम बंगाल में बीजेपी की सरकार बनेगी तो उद्योग और रोजगार के लिए अनेक अवसर बनेंगे. यहां ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि लोगों को पलायन के लिए मज़बूर नहीं होना पड़ेगा. यहां कृषि आधारित उद्योगों को बल दिया जाएगा ताकि यहां के युवाओं को यही पर ज्यादा रोजगार मिल सके.

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ममता बनर्जी के पैर में लगी चोट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे लिए दीदी भी भारत की एक बेटी है, जब दीदी की चोट लगी तो हमें भी चिंता हुई है, दीदी के पैरों की चोट जल्दी से ठीक हो. ममता बनर्जी के एक बयान ‘बंगाल में खेला होबे’ को लेकर प्रधानमंत्री ने नया नारा दिया ओर कहा कि ‘दीदी बोले खेला होबे-बीजेपी बोले चाकरी होबे, दीदी बोले खेला होबे – विकास होबे, दीदी बोले खेला होबे – शिक्षा होबे, दीदी बोले खेला होबे – हॉस्पिटल होबे, दीदी बोले खेला होबे – स्कूल होबे, दीदी बोले खेला होबे – सोनार बांग्ला होबे.

ममता बनर्जी के 10 साल के कार्यकाल का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 10 साल के तुष्टिकरण के बाद, लोगों पर लाठियां-डंडे चलवाने के बाद, अब ममता दीदी अचानक बदली-बदली सी दिख रही हैं. ये ममता दीदी का हृदय परिवर्तन नहीं है, ये हारने का डर है. ये बंगाल की जनता की नाराजगी है, जो दीदी से ये सब करवा रही है. दीदी, ये मत भूलिए की बंगाल के लोगों की याददाश्त बहुत तेज होती है. बंगाल की जनता को याद है कि गाड़ी से उतरकर आपने कितने लोगों को डांटा और पुलिस से उन्हें पकड़ने को कहा. तुष्टिकरण के लिए आपकी हर कार्रवाई जनता को याद है. बंगाल के लोग बहुत पहले से मन बना चुके हैं, यहां के लोग बहुत पहले से कह रहे हैं- लोकसभा में TMC Half और इस बार पूरी साफ.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले वामपंथियों और फिर टीएमसी की सरकार ने यहां उद्योग-धंधे पनपने नहीं दिए. यहां सिंचाई के लिए जितना काम होना चाहिए था, वो भी नहीं हुआ. कम पानी की वजह से पशुओं को पालने में होने वाली दिक्कत मैं भली-भांति जानता हूं. खेती-किसानों को अपने हाल पर छोड़कर टीएमसी सरकार सिर्फ अपने खेल में ही लगी रही. इन्होंने पुरुलिया को दिया है जल संकट से भरा जीवन, पलायन, गरीबों को भेद-भाव भरा शासन, इन्होंने पुरुलिया की पहचान देश के सबसे पिछड़े क्षेत्र के रूप में बनाई है.

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पीएम मोदी ने कहा कि ये लोग कैसे काम करते हैं इसका उदाहरण है, पुरुलिया पाइप्ड वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट, 8 साल हो गए ये अब तक अधूरा पड़ा है. सारे बांध, सरोवर की स्थिति भी आपके सामने है, यहां के किसानों को इसका जवाब कौन देगा दीदी? जब बंगाल में डबल इंजन की सरकार बनेगी, तो यहां विकास भी होगा और आपका जीवन भी आसान बनेगा.

आपको बता दें कि बंगाल विधानसभा कि 294 सीटों के लिए 8 चरणों में मतदान होंगे. 27 मार्च को पहले चरण के दौरान 30 विधानसभा सीटों पर चुनाव होगा. वहीं दूसरे चरण की 30 सीटों पर एक अप्रैल, तीसरे चरण की 31 सीटों पर 6 अप्रैल, चौथे चरण की 44 सीटों पर 10 अप्रैल, पांचवे चरण की 45 सीटों पर 17 अप्रैल, छठे चरण की 43 सीटों पर 22 अप्रैल, सातवें चरण की 36 सीटों पर 26 अप्रैल और 8वें चरण की 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. मतदान होगा और 2 मई को बंगाल सहित अन्य 4 राज्यों के चुनावी परिणाम आएंगे.

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