मुख्यमंत्री बनने के एक सप्ताह बाद ही विवादों में आए रावत, देशभर से उठी महिलाओं से माफी मांगने की आवाज

युवतियों को फटी जींस नहीं पहनने सम्बंधी नसीहत देने के बाद मुख्यमंत्री रावत विपक्षी दलों के और खास तौर पर महिला नेत्रियों के निशाने पर आ गए हैं. यही नहीं विपक्षी दलों ने मांग की है कि सीएम तीरथ सिंह रावत महिलाओं से माफी मांगे

नारी शक्ति के निशाने पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत
नारी शक्ति के निशाने पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत

Pokitalks.News/Uttrakhand. सप्ताह भर पहले ही उत्तराखंड के 10वें मुख्यमंत्री बने तीरथ सिंह रावत लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के कई फैसलों को पलटने और पीएम मोदी की तुलना राम से करके चर्चा में आए सीएम तीरथ सिंह रावत ने जोश ही जोश में बुधवार को नारी शक्ति से पंगा ले लिया. युवतियों को फटी जींस नहीं पहनने सम्बंधी नसीहत देने के बाद मुख्यमंत्री रावत विपक्षी दलों के और खास तौर पर महिला नेत्रियों के निशाने पर आ गए हैं. यही नहीं विपक्षी दलों ने मांग की है कि सीएम तीरथ सिंह रावत महिलाओं से माफी मांगे. आइए पहले आपको बताते हैं कि मुख्यमंत्री रावत ने ऐसा क्या कहा था?

दरअसल, मंगलवार को देहरादून में बाल अधिकार संरक्षण आयोग के एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा था कि संस्कारों के अभाव में युवा अजीबोगरीब फैशन करने लगे हैं और घुटनों पर फटी जींस पहनकर खुद को बड़े बाप का बेटा समझते हैं. रावत ने कहा कि ऐसे फैशन में लड़कियां भी पीछे नहीं हैं. सीएम रावत ने कहा कि आजकल के बच्चे बाजार में घुटनों पर फटी जींस खरीदने जाते हैं और अगर फटी न मिले तो उसे कैंची से काट लेते हैं. यही नहीं इस संबंध में एक घटना का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री रावत ने बताया कि एक बार जब वह हवाई जहाज में बैठे तो उनके साथ एक महिला बैठी थीं जो गम बूट पहने हुई थीं, उनकी जींस घुटनों पर फटी थीं, हाथों में कई कड़े थे और उनके साथ दो बच्चे भी थे. रावत ने कहा कि वह महिला एनजीओ चलाती हैं जो समाज के बीच में जाती हैं और स्वयं उनके दो बच्चे हैं लेकिन घुटने फटे हुए हैं तो ऐसे में वह क्या संस्कार देंगीं.

यह भी पढ़ें:- शैल्बी ने किया राजधानी को शर्मशार, संसद में हनुमान बेनीवाल ने की लाइसेंस रद्द करने की मांग

मुख्यमंत्री रावत के इस बयान के बाद देशभर से कई दलों की नेत्रियों और एनजीओ प्रमुख महिलाओं कड़ी प्रतिक्रिया दी है. सीएम रावत के इस बयान पर तृणमूल कांग्रेस की नेता और लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ने टिप्पणी की है. मोइत्रा ने एक ट्वीट में रावत पर करारा हमला करते हुए लिखा, ‘उत्तराखंड के सीएम- एनजीओ चलाते हो और घुटने फटे दिखते हैं? सीएम साब- स्टेट चलाते हो और दिमाग फटे दिखते है?’

वहीं, शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी तीरथ सिंह रावत के बयान पर टिप्पणी की. प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा कि देश की संस्कृति और संस्कार पर उन आदमियों से फर्क पड़ता है, जो महिलाओं और उनके कपड़ों को जज करते हैं, सोच बदलो मुख्यमंत्री जी, तभी देश बदलेगा.

यह भी पढ़ें:- कटारिया मेरे बड़े भाई की तरह, मैं उन्हें गाली कैसे दे सकता हूं- सदन में गाली देने के आरोप पर बोले आंजना

इससे पहले उत्तराखंड कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि मुख्यमंत्री जैसे कद के व्यक्ति को किसी के पहनावे पर अशिष्ट टिप्पणी बिल्कुल शोभा नहीं देती. उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने एक अमर्यादित और ओछी टिप्पणी की है. मुख्यमंत्री होने से आपको यह प्रमाणपत्र नहीं मिल जाता कि आप किसी के व्यक्तिगत पहनावे पर टिप्पणी करें.’ उन्होंने मुख्यमंत्री को ऐसे बयानों से बचने की भी सलाह दी और कहा कि इनसे जन भावनाएं आहत होती हैं.

इसके साथ ही उत्तराखंड में पांव पसारने का प्रयास कर रही आम आदमी पार्टी ने भी मुख्यमंत्री के इस बयान को ‘भद्दा’ बताते हुए कहा कि लड़कियों के जींस पहनने से मुख्यमंत्री को आपत्ति है. उत्तराखंड आप ने सोशल मीडिया में अपने आधिकारिक पेज पर लिखा है, ‘ये देखो बेटियों, ये हैं आपके मुख्यमंत्री जिन्हें आपके कपड़ों पर तंज कसना है, लानत है ऐसे मुख्यमंत्री पर.’

Leave a Reply