राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं के पेपरलीक मामले की CBI जांच की मांग को लेकर लगातार दूसरे दिन विधानसभा में हुआ जोरदार हंगामा, लेकिन सरकार की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने CBI जांच की मांग को कर दिया खारिज, ऐसे में धारीवाल के व्यक्तव्य पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल किया जोरदार पलटवार, सांसद बेनीवाल ने कहा- पेपर लीक प्रकरण की सीबीआई से जांच करवाने की मांग को लेकर राजस्थान विधानसभा में मंत्री शांति धारीवाल द्वारा दिया गया शासकीय वक्तव्य यह करता है स्पष्ट, की राज्य सरकार किसी न किसी बहाने से बचना चाहती है सीबीआई जांच से, क्योंकि पेपर लीक मामलों के तार जुड़े हुए हैं सीएमओ और आला ब्यूरोक्रेट्स तक, ऐसे में मुख्यमंत्री लगे हुए हैं अपने करीबी लोगो को बचाने की जद में, जिस एसओजी एजेंसी पर भरोसे की बात कर रही है सरकार, उसकी एक अधिकारी जिस तरह पकड़ी गई है एक मामले में, और उसके काले कारनामे आ रहे हैं रोज सामने, उससे यह स्पष्ट हो रहा है की एसओजी में भी किस तरह छाया हुआ है अंधकार, उक्त अधिकारी दिव्या मित्तल ने तो खुद कहा की रिश्वत की राशि देनी पड़ती है ऊपर तक, आखिर जिस ऊपर तक का जिक्र उसने किया, वो राज्य में एसओजी की कमान संभालने वाले अधिकारी का किया, या राज्य सरकार के किसी अन्य अधिकारी का, इस पर सरकार को स्पष्ट रखना चाहिए अपना पक्ष,’ सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि राज्य सरकार की कोई जांच एजेंसी नहीं कर सकती है पेपर लीक मामलों की निष्पक्ष जांच, ऐसे में मुख्यमंत्री में बची है जरा सी भी संवेदनशीलता, तो उन्हें तत्काल सीबीआई जांच की करनी चाहिए सिफारिश, क्योंकि यह प्रदेश के 35 लाख युवाओं की है भावना